15 सितम्बर का इतिहास
- 1861 – इंजीनियर, वैज्ञानिक और निर्माता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ था।
- 1876 – भारतीय उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का जन्म हुआ था l
- 1905 – भारत प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार डॉ. रामकुमार वर्मा का जन्म हुआ था।
- 1909 – तमिलनाडु के प्रसिद्ध नेता और भूतपूर्व मुख्यमंत्री सी. एन. अन्नादुराई का जन्म हुआ था।
- 1916 – प्रथम विश्व युद्ध में पहली बार सोम्मे की लड़ाई में टैंक का इस्तेमाल किया गया।
- 1931 – गांधी इरविन समझौता हुआ।
- 1939 – भारतीय अर्थशास्त्री, शैक्षणिक, और राजनीतिज्ञ, कानून मंत्री और न्यायमूर्ति भारत के लिए सुब्रमण्यम स्वामी का जन्म हुआ।
- 1940 – द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन की वायुसेना ने दावा किया कि इसने हिटलर की जर्मन वायुसेना को शिकस्त दे दी है।
- 1946 – मुम्बई की झुग्गी बस्तियों के लिए संघर्ष करने वाले व्यक्ति जॉकिन अर्पुथम का जन्म हुआ।
- 1948 – स्वतंत्र भारत का पहला ध्वजपोत आईएनएस दिल्ली बंबई (अब मुंबई) के बंदरगाह पर पहुंचा।
- 1959 – रूसी नेता निकिता ख्रुश्चेव में अमेरिका की यात्रा करने वाले सोवियत संघ के पहले नेता बने।
- 1959 – भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई।
- 1967 – भारतीय अभिनेत्री राम्या कृष्णन का जन्म हुआ।
- 1971 – हरी-भरी और शांति पूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध ग्रीन पीस की स्थापना की गई।
- 1981 – वानुअतु संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बना।
- 1982 – लेबनान के निर्वाचित राष्ट्रपति बशीर गेमायेल की पदासीन होने के पूर्व ही बम बिस्फोट में हत्या।
- 2000 – सिडनी में 27वें ओलम्पिक खेलों का शुभारम्भ हुआ।
- 2001 – अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रपति को अफ़ग़ानिस्तान पर सैनिक कार्यवाही की मंजूरी दी।
- 2002 – न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के अवसर पर भारत, चीन एवं रूस के विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित, थाईलैंड के सट्टाहिम में श्रीलंका सरकार व लिट्टे के बीच सीधी वार्ता शुरू।
- 2003 – सिंगापुरके मुद्दे पर विकासशील देशों के भड़क उठने से डब्ल्यूटीओ वार्ता विफल।
- 2004 – ब्रिटिश नागरिक गुरिंदर चड्ढा को ‘वूमैन आफ़ द ईयर’ सम्मान।
- 2008 – क्राम्पटन गीब्स ने मेंअमेरिका की एमएसआई ग्रुप कंपनी का अधिग्रहण किया।
- 2008 – अमरीका के सबसे बड़े बैंकों में से एक लीमैन ब्रदर्स ने में अपने आप को दिवालिया घोषित कर दिया। यह अब तक की अमरीकी इतिहास कि दिवालिया होने की सबसे बड़ी घटना थी।