इस संसार में कुछ न कुछ ऐसी रहस्यमयी घटनाएं घटित होती रहती है, जिसका कारण ढूंढने में वैज्ञानिकों को भी पसीना आ जाता है। ऐसी ही कुछ घटनाएं पिछले 4 साल से उत्तरी कजाकिस्तान के कलाची गाँव में हो रही है। उत्तरी कजाकिस्तान में बसे कलाची गाँव में लोग कुंभकरण की तरह लम्बी नींद सोने के लिए दुनिया भर में मशहूर हो रहे हैं। यहां अगर कोई सोता है, तो महीनों बाद ही उसकी नींद खुलती है। इस गाँव को लोग ‘स्लीपी हॉलो’ के नाम से जानते है।
इतने महीनों तक सोना इस गाँव के लोगों के लिए सबसे बड़ी और एक रहस्यमयी बीमारी बन चुका है।गाँव में इस बीमारी की शुरुआत अप्रैल 2010 में हुई थी। तब से यह बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है।इस गाँव की आबादी 600 है, जिसमें से 14 प्रतिशत आबादी इस बीमारी की चपेट में आ चुकी है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को अचानक से नींद आ जाती है, और कभी-कभी यह नींद कुछ घंटो की होती है, जबकि कभी-कभी यह नींद महीनों तक की होती है।
इस गाँव के लोगों को नहीं पता कि वह कब सो जातें हैं और कब जागते हैं। यहां लोग काम करते-करते भी अचानक सो जाते है। इस बीमारी का कारण खोजने में लगी टीमों के अनुसार यहां के लोगों के दिमाग में किसी तरल पदार्थ की मात्रा का उत्पादन तेज गति से होता है। डॉक्टर्स इसका एक मात्र कारण प्रदूषित पानी बताते है।
इस रहस्यमयी बीमारी के कारण जानने की लिए डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों ने काफी प्रयास किए हैं, और अब उनका मानना है, कि गाँव के करीब स्थित यूरेनियम की बंद हो चुकी खदानें ही इसका कारण हैं| उनकी वजह से कभी-कभी हवा में कार्बन-मोनो ऑक्साइड का स्तर काफी बढ़ जाता है, जिसका असर लोगों के दिमाग पर होता है,तथा वह अचनाक सो जाते हैं| अब इस गाँव के लोगों को किसी सुरक्षित स्थान पर बसाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं|
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