टॉवर ऑफ़ लंदन (Tower of London) लंदन शहर के बीचोंबीच, टेम्स नदी पर बना एक ऐतिहासिक महल है। लगभग 1,000 साल पुरानी इस इमारत का अतीत खोखलापन और भय से भरा हुआ है।
इस इमारत में मौत, फांसी, हत्या, और अत्याचारों की ऐसी ऐसी वारदातें हुई हैं जिनके बारे में सुन कर किसी की भी रूह कांप जाए। कहा जाता है कि यहां तेरह आत्माएं भटकती रहती हैं।
इस भव्य महल का निर्माण सन् 1078 में विलियम द कॉन्करर ने कराया था जो इंग्लैंड का पहला नॉर्मन राजा था। इसके निर्माण में लगे पत्थर फ़्रांस से मंगाए गए थे। इसके परिसर में कई इमारतें हैं। एक समय यह ब्रिटेन का शाही महल था। इसी परिसर में राजसी बंदियों के लिए कारागार भी था।
यह किला अनेक मृत्युदंड तथा हत्याओं का साक्षी रहा है। वर्तमान समय में ब्रिटेन का राजपरिवार इस क़िले में नहीं रहता है लेकिन उनके शाही जवाहरात यहीं सुरक्षित रखे गए हैं।
यहाँ की पूरी कहानी हेनरी अष्ठम से जुड़ी है जिसका जन्म 28 जून सन 1491 में हुआ था। वह एक पराक्रमी और कठोर शासक था।
हेनरी अष्ठम लॉर्ड ऑफ आयरलैंड तथा फ्रांस के साम्राज्य के दावेदार थे। हेनरी हाउस ऑफ ट्युडर के द्वितीय राजा थे, जो कि अपने पिता हेनरी सप्तम के बाद इस पद पर आसीन हुए थे।
हेनरी अष्ठम ने छः विवाह किए थे इसके अलावा उन्हें चर्च ऑफ इंग्लैंड को रोमन कैथलिक चर्च से पृथक करने के लिए भी जाना जाता है। हेनरी की कठोरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपनी दूसरी पत्नी को खुद ही मौत की सजा सुना दी थी।
हेनरी की पहली पत्नी एनारान की कैथरीन थी और दूसरी पत्नी मशहूर ऐनी बोलिन थी। हेनरी को एक उत्तराधिकारी यानी की बेटे की जरूरत थी।
उस समय ऐनी बोलिन गर्भवती थी, लेकिन इससे पहले एक बार उनका गर्भपात हो चुका था इसलिए उन्हें डर था कि कहीं इस बार भी कोई ऐसी घटना न घटित हो जाए। लेकिन वही हुआ जिसका डर था। ऐनी का गर्भपात हो गया जिसकी सूचना सुनकर राजा ने ऐनी को मौत की सजा सुना दी और रानी का सिर कलम करवा दिया गया।
ऐनी की मौत के बाद भी हेनरी ने अपनी एक और पत्नी का सिर कलम करवा दिया था। ऐसा माना जाता है कि आज भी ऐनी का भूत टावर ऑफ लंदन में भटकता रहता है।
कहा जाता है कि एक बार टावर के एक चौकीदार ने कुछ ऐसा मंजर देखा था। चौकीदार के अनुसार 12 फरवरी सन 1957 में वह टावर के परिसर में रखवाली कर रहा था तभी उसने टावर के पास किसी सफेद साये को देखा जोकि देखने में एकदम रानी की ही तरह लग रहा था। लेकिन उसका सिर उसके धड़ पर नहीं था बल्कि वो अपने सिर को अपने दायें हाथ में पकड़ी हुई थी।
चौंकाने वाली बता यह थी कि यह वही (12 फरवरी) तारीख थी जब सन 1554 में हेनरी ने अपनी दूसरी रानी लेडी जेन ग्रे का सिर कलम करवाया था।
एक अन्य कहानी के अनुसार लेडी जेन ग्रे का भूत सबसे अधिक बार देखा गया है जो एक युवा लड़की थी, जिसे कैद करने से पहले नौ दिनों के लिए रानी का ताज पहनाया गया था और अंततः 17 साल की उम्र में उसका सिर कलम करवा दिया गया था। ऐसा कहा जाता है कि अक्सर उसे ब्यूचैम्प टॉवर में अपनी कोठरी में बैठे और आधी रात में रोते हुए देखा जा सकता है।
ऐनी बोलिन और जेन ग्रे के अलावा भी अन्य कई लोगों की आत्माओं को इस टावर में देखा गया है। सन 1541 में एक शाही कर्मचारी को मौत की सजा सुनाई गई थी। उस पर आरोप था कि उसने बही खातों के साथ छेड़छाड की थी। इसके लिए उसे कुल्हाड़ी से काट कर मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसा माना जाता है कि वो निर्दोष था जिस कारण वो कर्मचारी आज भी इस टावर के प्रशासनिक भवन में देखा जाता है उसका शरीर क्षत विक्षत होता है और उसके हाथ में एक कुल्हाड़ी होती है।
इस टावर में और भी बहुत सारी अजीबोगरीब चीजें देखी गई हैं। यहां जानवरों को बांध कर रखा जाता था और महज मनोरंजन के लिए उन्हें पाला जाता था। ऐसा बताया जाता है कि टावर में एक भालू का भूत भी है। सन 1251 में हेनरी तृतीय को नार्वे के राजा ने उपहार के रूप में एक ध्रुवीय भालू दिया था। कुछ सालों के बाद उसकी मौत हो गई। आज भी टावर के परिसर में इस भालू के साये को घूमते हुए देखा जा सकता है।
एक अन्य अजीबोगरीब घटना के अनुसार कहा जाता है कि टावर के संरक्षक कौवे है। यह सुनकर आपको अजीब लगेगा कि इतनी बड़ी इमारत के संरक्षक भला कौवे कैसे हो सकते हैं। लेकिन यह सत्य है इस टावर की सुरक्षा 8 कौवों के कंधों पर है। ऐसा माना जाता है कि जिस दिन ये कौवे इस टावर को छोड़कर कहीं और चले जायेंगे उस दिन यह टावर अपने आप ही ध्वस्त हो जाएगा।