रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहनें भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके उज्जवल भविष्य और सलामती की कामना करती हैं तो वहीं भाई इस रक्षा सूत्र का धर्म निभाते हुए बहन की रक्षा का संकल्प लेते हैं। शास्त्रों के अनुसार भाई को राखी बांधते हुए बहनों को कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं कौन से हैं ये नियम…
रक्षाबंधन के दिन सबसे पहले स्नान करके पवित्र होना चाहिए और देवताओं को प्रणाम करना चाहिए। कुल देवी और देवताओं का आशीर्वाद जरूर लें और फिर अपना त्योहार शुरू करना चाहिए।
चांदी, पीतल या तांबे की थाली में राखी, अक्षत, रोली या सिंदूर एक छोटी कटोरी में रखें और जल या इत्र से गीला कर लें। राखी की थाल को पूजा स्थल में रखें और सबसे पहली राखी बाल गोपल या अपने ईष्ट देवता को अर्पित करें। भगवान से प्रार्थना करें। रक्षाबंधन पर बहन को राशि के अनुसार दें ये गिफ्ट, मजबूत होंगे रिश्ते
राखी बांधते समय भाई का मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। इससे आपकी राखी को देवताओं का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
राखी बंधवाते समय भाइयों को अपना सिर अच्छे से ढकना चाहिए। ऐसा करने से उनकी आयु लंबी होती है और सभी संकटों से रक्षा होती है।
बहन सबसे पहले भाई के माथे पर रोली या सिंदूर का टीका लगाएं। टीके के ऊपर अक्षत लगाएं और आशीर्वाद के रूप में भाई के ऊपर कुछ अक्षत छींटें। भाई की नज़र उतारने के लिए दीप से आरती करें और मन ही मन ईश्वर का ध्यान करें।
भाई की दायीं कलाई में राखी का पवित्र धागा, ईश्वर का स्मरण करते हुए बांधे। इससे राखी के धागों में शक्ति का संचार होता है। भाई बहन एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराएं और फिर भगवान के सामने सिर झुकाएं।
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