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बच्चों को इस तरह से खिलाएं चुकंदर, कभी खून की कमी नहीं होगी !

चुकंदर को शरीर में खून बढ़ाने के लिए काफी अच्छा माना जाता है। ठंड के मौसम में चुकंदर आता है और इस लाल रंग की सब्जी को खाने से हीमोग्लोबिन बनता है।

खासकर यह बच्चों के लिए बहुत अच्छा होता है लेकिन अक्सर छोटे बच्चे स्वाद के कारण चुकंदर खाने से मना कर देते हैं जिसकी वजह से उन्‍हें चुकंदर में मौजूद पोषक तत्‍व नहीं मिल पाते हैं।

आज इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आप एक बच्चों को इसे आसानी खिला सकते हैं और बच्चे भी इसे को बड़े चाव से खाएंगें।

बच्चों को कब खिलाना है?

जन्म के बाद पहले 6 महीनों तक बच्चा पूरी तरह से अपनी मां के दूध पर निर्भर करता है। इस अवधि के दौरान बच्चे को दूध के अलावा और कुछ नहीं दिया जाना चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है कि जब बच्चा 8 से 10 महीने का हो जाए, तो आप उसे चुकंदर खिला सकते हैं। बच्चे को इसे खिलाने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

बच्चे को 1 से 2 चम्मच चुकंदर खिलाएं क्योंकि इसमें नाइट्रेट होते हैं  जिससे बच्चे को इसे पचाने में मुश्किल हो सकती है। आप बच्चे को चुकंदर उबाल कर या सब्जियों में डालकर भी खिला सकते हैं।

सूप बनाकर पिलाएं?

आप बड़े बच्चों को सीधे चुकंदर खिला सकते हैं या उनके लिए अलग-अलग रेसिपी बनाकर आहार में शामिल कर सकते हैं लेकिन आप एक छोटे बच्चे को सीधे नहीं खिला सकते हैं।

तो बेहतर होगा आप चुकंदर सूप बनाएं । कई माता-पिता बच्चे को सेब के साथ चुकंदर मिलाकर और उसका दलिया बनाकर खिलाते हैं।

इससे बच्चे को पोषण मिलता है और यह पचाने में भी आसान होता है। आप आहार विशेषज्ञ से सलाह लेकर अपने बच्चे के लिए अधिक पौष्टिक से भरा सूप भी बना सकती हैं।

इसके पोषक तत्व

100 ग्राम चुकंदर में 86.9 ग्राम पानी, 1.95 ग्राम प्रोटीन, 6.18 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.76 मिलीग्राम आयरन, 2.8 ग्राम फाइबर, 36.3 मिलीग्राम फाइबर, 69.4 मिलीग्राम सोडियम, 16 मिलीग्राम कैल्शियम, 33.2 मिलीग्राम मैग्नीशियम और 30.5 मिलीग्राम ज़िंक होता है। इसके अलावा, इसमें कई अन्य विटामिन और खनिज होते हैं।

बच्चे को चुकंदर खिलाने के फायदें

छोटे बच्चों के लिए इसका उपयोग करने के कई फायदे हैं। यह विटामिन ए और खनिजों में समृद्ध हैं, जिनमें विटामिन ए, बी, सी और ई शामिल हैं, साथ ही पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन भी शामिल हैं।

यह बच्चे में अपच और दस्त जैसी बीमारियों को रोकता है। यह आयरन में भी उच्च होता है, जो बच्चों में एनीमिया के खतरे को कम करता है।

आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है, जो शरीर के अंगों को ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति में मदद करता है। इसमें फाइबर बच्चे के पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और अपच को रोकता है।

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