अगर आप कोई नई गाड़ी ख़रीदने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले आप उस गाड़ी की अच्छे से टैस्ट ड्राइविंग कर लें, जिससे आपको पता चलेगा कि क्या वह गाड़ी आपकी जरूरतों को पूरा कर सकती है, या फिर नहीं? टैस्ट ड्राइविंग करते वक्त आपको कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखना होगा। आज हम आपको इन्हीं ख़ास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं.
* सबसे पहले अपनी जरूरतें तथा पसंद पर खरी उतरने वाली सभी कारों की एक सूची बनाएं। इसके बाद एक-एक करके सभी कारों की टैस्ट ड्राइविंग करें।
* लम्बी टैस्ट ड्राइविंग पर जाएं क्योंकि इससे आपको कार में अधिक वक्त गुजारने का अवसर मिलेगा। यह सुनिश्चित बनाएं कि इस दौरान आप धीमी गति से ही ड्राइविंग करें, और शहर के ट्रैफिक से लेकर हाईवे पर कार को चलाये ।
* अनुभवी मित्र या किसी एक्सपर्ट मैकेनिक को अपने साथ चलने को कहें क्योंकि, वे आपकी कमियों को भी पकड़ सकेगा।
*टैस्ट ड्राइविंग पर जाने से पहले देखें कि कार पर किसी तरह का डैट, खरोंच आदि तो नहीं है| कुछ भी नुक्सान हो तो सेल्समैन को बता देना चाहिए ताकि बाद में उनका दोष आप पर न लग सके।
*कम्फर्ट, स्पोर्ट आदि विभिन्न ड्राइविंग मोड्स की जांच करें।
*कार के चलते ही तथा ड्राइविंग के दौरान भी उसकी एक्सीलिरेशन (गति पकड़ने की क्षमता) की भी जांच करें। इससे इंजन की ताकत का आपको पता चल जायेगा।
*किसी ट्रैफिक रहित सड़क पर टर्निग सर्कल (कार के मुड़ने की क्षमता) की जांच भी कर लें।
*ए.सी. तथा ऑडियो बंद करके कार के टायरों, हवा तथा इंजन की आवाज अलग-अलग तरह की सड़कों पर सुनने की कोशिश करें।
*कार के सेफ्टी फीचर्स पर भी ध्यान दें। उसमें कितने एयर बैग हैं, एक्टिव सेफ्टी इलैक्ट्रॉनिक्स तथा एडजस्टेबल सीट बेल्ट्स आदि बातों की पड़ताल करें।
* सन वाइजर, ग्लव बॉक्स, सीटों से लेकर कार की बॉडी आदि की गुणवत्ता तथा मजबूती पर भी आपको ध्यान देना होगा।
* अपनी सूची की सभी कारों की टैस्ट ड्राइविंग करने के बाद इनकी की आपस में तुलना करें और उसके आधार पर ही किसी नतीजे पर पहुंच कर कार को खरीदें।
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