हर व्यक्ति का दूसरों को अपनी बात कहने का अलग-अलग तरीका होता है. जैसे कुछ लोग तो सीधे ही बता देते है, कुछ इंटरनेट पर शेयर करते है, कुछ वीडियो बना कर अपनी बात बताते है लेकिन कुछ लोग नहीं बता पातें. तब वह अपनी बात बताने के लिए तरह तरह के तरीके अपनाता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही दिलचस्प तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं. आप भी इन तस्वीरों को देख कर सोचने पर मजबूर हो जाएंगे.
बॉलीवुड के 24 अदभुत तथ्य जिनसे आप अनजान होंगे
बॉलीवुड अपने जादू, गपशप और अच्छी तरह से छुपाके रखे गए रहस्यों के लिए जाना जाता है. अगर आप समझते हैं कि आप बॉलीवुड के बारे में सब कुछ जानते हैं. तो यह सूची आपको द्वारा सोचने को मजबूर कर देगी. इस सूची में बॉलीवुड के सबसे रहस्यमई तथ्य हैं. यह हैं बॉलीवुड के 25 सबसे अदभुत तथ्य:-
- वहीदा रहमान जी ने अमिताभ बच्चन के साथ मां और प्रेमिका के दोनों किरदार निभाए हैं. उन्होंने 1976 में बनी अदालत फिल्म में अमिताभ बच्चन की प्रेमिका का किरदार निभाया था और 1978 में बनी फिल्म त्रिशूल में अमिताभ बच्चन जी की मां का किरदार निभाया था.
- आमिर खान की फिल्म “लगान” पहली ऐसी भारतीय फिल्म है जिसमें सबसे ज्यादा ब्रिटिश अभिनेता लिए गए थे.
- बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त पहले आरजे स्टूडियो में काम करते थे और वह अभिनेत्री नरगिस का इंटरव्यू लेना चाहते थे. पर वह अभिनेत्री नरगिस जी के सामने इंटरव्यू में एक भी शब्द नहीं बोल सके और इंटरव्यू को कैंसिल कर दिया गया. वर्षों बाद जब सुनील दत्त जी को उनके साथ “मदर इंडिया” (1957) में काम करने का मौका मिला, तब उनको एक दुसरे से प्यार हो गया और बाद में उन दोनों ने शादी कर ली.
- बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री करीना कपूर ने फिल्म “हीरोइन” में 130 तरह के अलग अलग कपड़े पहने थे जिनको दुनिया के शीर्ष डिजाइनरों द्वारा तैयार किया गया था.
- बॉलीवुड की सुपर-हिट फिल्म “दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे” में पहले शाहरुख़ खान की जगह सैफ अली खान को लेने वाले थे. मुश्किल से यकीन करनी वाली बात यह है कि इस फिल्म में हॉलीवुड अभिनेता टॉम क्रूज के बारे में भी विचार किया गया था.
- “रोकस्टार” फिल्म में क्लाइमेक्स पहले शूट किया गया था. दरअसल फिल्म के क्लाइमेक्स में रणबीर कपूर के किरदार के लम्बे बाल दिखाए जाने थे जब की फिल्म की शुरुआत में रणबीर कपूर के किरदार के छोटे बाल थे. इसलिए फिल्म के निर्देशक रणबीर कपूर के हेयर स्टाइल को बिगड़ना नहीं चाहते थे.
- बॉलीवुड के अभिनेता अनिल कपूर पहले जब मुंबई आये थे. तो वह राज कपूर जी के गेराज में अपने परिवार के साथ रहते थे. फिर बाद में वह मध्य वर्ग के उपनगरों में अपने परिवार के साथ रहने लगे.
- राज कपूर जी की फिल्म “मेरा नाम जोकर” पहली ऐसी हिंदी फिल्म थी जिसमे एक नही दो इंटरवल थे.
- अभिनेता अमजद खान जी को पहले “शोले” (1975) फिल्म में से हटा रहे थे. क्योंकि कथानक के लेखक जावेद अख्तर ने देखा कि अमजद खान की आवाज़, गब्बर सिंह के किरदार के लिए बहुत कमजोर है. पहले उनकी जगह अभिनेता डेनी जी को लेने वाले थे. फिर बाद में दुबारा अमजद खान जी का चयन कर लिया गया.
- जब बॉलीवुड अभिनेत्री श्री देवी सिर्फ 13 वर्ष की थी, तब उन्होंने फिल्म “मून्द्रू मुदिछु” महान अभिनेता रजनीकांत की सौतेली मां का किरदार निभाया.
- शेखर कपूर जी की मंगनी अभिनेत्री शबाना आजमी से हुई थी जो बाद में टूट गई.
- ‘मुग़ल-ए-आज़म’ फिल्म को तीन भाषाओँ हिंदी, इंग्लिश और तमिल में प्रदर्शित किया गया था. जब इस फिल्म का तमिल संस्करण बहुत बुरे तरीके से फ्लॉप हुआ तब इस फिल्म के इंग्लिश संस्करण को हटा दिया गया.
- ईला अरुण और अलका याग्निक को फिल्म खलनायक के मशहूर गीत ‘चोली के पीछे क्या है’ के लिए बैस्ट प्लेबैक सिंगिंग का पुरस्कार संयुक्त रूप से मिला था. यह इतिहास में पहला मौका था जब दो गायिकाओं ने एक पुरुस्कार को शेयर किया था.
- अभिनेत्री देविका रानी पहली ऐसी पढ़ी लिखी अभिनेत्री थी जिनके पास आर्किटेक्चर एंड डिजाईन की डिग्री थी.
- ‘कहो ना….प्यार है’ को सबसे ज्यादा पुरुस्कार मिलने से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया गया था. इस फिल्म को 92 अवार्ड्स मिले थे.
- गीत “अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो “ अब तक बना सबसे लम्बा गीत है. यह गीत 20 मिनट्स का है.
- हमारे श्री पूर्णतावादी, आमिर खान मशहूर क्रन्तिकारी “मौलाना अबुल कलाम आज़ाद” जी के वंश से संबंध रखते हैं.
- बॉलीवुड की अभिनेत्री कल्कि कोएच्लिन के पड़-दादा मौरिस कोएच्लिन एफिल टावर को बनाने वाले मुख्य इंजिनियर थे और उन्होंने अमेरिका के स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी पर भी काम किया था.
- अभिनेता ऋतिक का असल में उपनाम नागरथ है, रौशन नहीं.
- महान अभिनेता अशोक कुमार पहले बॉम्बे टाल्कीस में प्रयोग शाला का सहायक था.
- रणवीर सिंह, जिसका असल में नाम रणवीर सिंह भवानी है जो अभिनेत्री सोनम कपूर का चचेरा भाई है.
- मेरा नाम जोकर और एलओसी: दोनों फिल्मे अब तक की बनी सबसे लंबी फ़िल्में हैं इन फिल्मों की लम्बाई 255 मिनट्स की है.
- “सिलसिला” (1981) ही एक ऐसी फिल्म है जिसमें अभिनेता शशि कपूर जी ने अमिताभ बच्चन जी के बड़े भाई का किरदार निभाया था. बाकी सभी फिल्मों में जैसे कि दीवार, सुहाग, दो और दो पांच और नमक हलाल फिल्मों में अमिताभ बच्चन जी ने ही शशि कपूर जी के बड़े भाई का किरदार निभाया था.
- भारतीय हर वर्ष 270 अरब मूवी टिकटें खरीदते हैं, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है.
भारत के शीर्ष 10 खुबसूरत राष्ट्रीय उद्यान
क्या आपको पता है कि भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान 1936 में बना था. भारत के पहले राष्ट्रीय उद्यान का नाम हेली नेशनल पार्क था लेकिन अब इसका नाम बदल कर जिम कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान रखा गया है. 1936 से लेकर अब तक भारत के पास 102 राष्ट्रीय उद्यान है जिनका क्षेत्रफल 39,919 वर्ग किलीमीटर तक फैला हुआ है. आइए जानें भारत के शीर्ष 10 राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में……
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park)
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के असम राज्य का एक राष्ट्रीय उद्यान है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1905 में हुई थी. यह उद्यान 430 वर्ग किलीमीटर तक फैला हुआ है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गैंडे के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का प्राकृतिक परिवेश वनों जैसा है यहाँ उबड़-खाबड़ मैदान, लम्बी-ऊँची घास, मोटे वृक्ष, दलदली जमीन और उथले तालाब मिलेंगे. सर्दियों में यहाँ कई पक्षी साइबेरिया से भी आते हैं, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों पाई जाती है जैसे कि बाज, चीलें और तोते आदि.
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान (Gir Forest National Park)
गिर राष्ट्रीय उद्यान भारत के गुजरात राज्य में स्थित है. जो कि 1420 वर्ग किलीमीटर तक फैला हुआ है. गुजरात का गिर राष्ट्रीय उद्यान समस्त भारत में एकमात्र ऐसी जगह है जहां एशियाई शेर पाए जाते हैं. गिर राष्ट्रीय उद्यान को देखने के लिए जून से लेकर अक्तूबर तक का समय सबसे अच्छा होता है. गिर राष्ट्रीय उद्यान में शेर के अलावा हिरन, सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा भालू और लंगूर देखने को मिलेंगे.
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (Kanha National Park)
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान हैं. मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान और जंगल दुनिया भर में प्रसिद्ध है यहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता को देखने के लिए पर्यटक दूर दूर से यहाँ आते हैं. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान 1945 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में बाघों व अन्य वन्य जीवों के साथ साथ पृथ्वी पर सबसे दुर्लभ हिरण प्रजातियों में से एक बारहसिंगा भी पाए जाते हैं.
बांदीपुर नेशनल पार्क (Bandipur National Park)
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित हैं. बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 874.2 वर्ग किलोमीटर है. यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों के साथ साथ रोमांच प्रेमियों के लिए भी एक आदर्श स्थल है. बताया जाता है कि 1931 में मैसूर के महाराजा ने इस उद्यान की स्थापना की थी और उन्होंने इस उद्यान को अपनी निजी आरक्षित शिकारगाह के लिए बनवाया था. 1941 में इस उद्यान का नाम वेनुगोपाला उद्यान रखा गया था जो उस क्षेत्र के प्रमुख देवता के नाम पर आधारित था. इस उद्यान में कई प्रकार के जानवर पाए जाते हैं जैसे कि बाघ, चीता, हाथी, चार सींगों वाला हिरण, जंगली कुत्ते, भालू इत्यादी.
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (Ranthambore National Park)
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के दक्षिणी जिले सवाई माधोपुर में स्थित है. यह उद्यान भारत के बेहतरीन बाघ आरक्षित क्षेत्रों में से एक माना जाता है. यह उद्यान अरावली और विंध्य की पहाड़ियों में 392 वर्ग किलोमीटर तक फैला है. इस उद्यान में शेर और चीते के आलावा जंगली सूअर, चिंकारा, हिरन, सियार, तेंदुए, जंगली बिल्ली और लोमड़ी आदि जानवर पाए जाते हैं.
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान (Sundarbans National Park)
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है. यह उद्यान रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है. सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान मैन्ग्रोव के घने जंगलों से घिरा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या 103 है. इस उद्यान में आपको नमकीन पानी में रहने वाले मगरमच्छ भी मिलेंगे.
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park)
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड का एक विभिन्न अंग है. यह उद्यान रामगंगा की पातलीदून घाटी में 139.54 वर्ग किलोमीटर में बसा हुआ है. जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्योग में ‘वन्य प्राणी’ की संख्या बहुत अधिक है. जिनमे ज्यादातर सुअर, हिरन, चीतल, शेर, हाथी, भालू, बाघ, नीलगाय इत्यादी शामिल है. इस उद्यान में अजगर और कई अन्य संपो की प्रजातियाँ पाई जाती हैं.
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क (Great Himalayan National Park)
ग्रेट हिमालयन नेशनल उद्यान हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में स्थित है. ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को 1984 में बनाया गया था लेकिन 1999 में इस उद्यान को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था. ग्रेट हिमालयन पार्क को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त है. यह उद्यान 620 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है. ग्रेट हिमालयन उद्यान में अनेकों वन्य जीवों की प्रजातियाँ पाई जाती है जैसे कि कस्तूरी हिरन, भूरे भालू, गोराल, थार, चीता, बरफानी चीता, भराल, मोनल, ट्रैगोपान, आदि.
डेजर्ट नेशनल पार्क (Desert National Park)
डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के थार मरुस्थल में स्थित है. डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान जैसलमेर से 40 किलोमीटर दूर है. इस उद्यान की स्थापना 1980 में हुई है और इसका क्षेत्रफल 3161 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान न ही राज्यस्थान का बल्कि पुरे भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्योग है. डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान में राजबाग और पद्मतलाव झीलों का लुफ्त उठा सकते हैं. इस उद्यान की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से जनवरी तक का होता है.
खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान (Khangchendzonga National Park)
खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है. खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1977 में हुई है और इसका क्षेत्रफल 1,784 वर्ग किलोमीटर है. 17 जुलाई, 2016 को यूनेस्को ने खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में अंकित किया है.
कुछ ऐसी रोमांचक तस्वीरें जिन्हें आप बार-बार देखना चाहेंगे!!
यह तस्वीर अमरीका के यैलोस्टोन नेशनल पार्क की है और इस तरह के विस्फोट को गीज़र कहा जाता है. गीज़र एक प्रकार का गर्म पानी का प्राकृतिक स्रोत होता है जो समय-समय पर फूटता है और इसमें से गर्म पानी और भाप निकलती है. ऐसे प्राकृतिक स्रोत पृथ्वी के कुछ ही स्थानों पर मौजूद है.
2013 में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में आए तूफान का दृश्य.
360 डिग्री इंद्रधनुष की तस्वीर, कोलिन लेओन्हार्ड द्वारा 2013 में ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर के कटस्लोए बीच में ली गई है. कोलिन लेओन्हार्ड के अनुसार वह हेलीकॉप्टर से जा रहे थे और बाहर मुसलाधार बारिश और बिजली चमक रही थी, तभी यह तस्वीर ली गई है.
2013 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ते हुए पर्वतारोही.
1957 में कुछ ऐसा दिखता था डेटोना बीच. दरअसल डेटोना बीच एक रेस ट्रैक है और यह फ्लोरिडा शहर में स्थित है. यहाँ पर हर साल नेशनल एसोसिएशन गठन द्वारा स्टॉक कार ऑटो रेसिंग (Stock car racing) कराई जाती है. इसी स्थान पर स्टॉक कार रेसिंग के पंद्रह विश्व रिकॉर्ड भी बनाए गए हैं.
जार्ज वाशिंगटन के दांत. दरअसल जार्ज वाशिंगटन संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे. उन्होंने अमेरिकी सेना का नेतृत्व करते हुए ब्रिटेन के ऊपर विजय हासिल की थी. उन्हें 1789 में अमरीका का पहला राष्ट्रपति चुना गया था.
हिटलर का ऑफिस.
ऑक्टोपस के अंडे.
चीन की महान दीवार का अंतिम भाग.
1961 में एलन शेपर्ड पहले अमेरिकी थे जो अंतरिक्ष में गए थे.
“बाहुबली 2 – द कंक्लूजन” का भव्य ट्रेलर रिलीज
एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी फिल्म बाहुबली 2 – द कंक्लूजन का ट्रेलर गुरुवार को जारी कर दिया गया है. फिल्म निर्माताओं ने हालाँकि तय किया था कि आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के करीब 300 सिनेमाघरों में सुबह 9 बजे से ट्रेलर दिखाया जाएगा और फिर शाम पांच बजे के बाद इसे ऑनलाइन जारी किया जाएगा. लेकिन इसे गुरूवार सुबह ही यू-ट्यूब पर जारी कर दिया गया.
समाचार एजेंसी आईएएनएस की खबर के अनुसार ट्रेलर के आधिकारिक रिलीज से कुछ घंटों पहले ही फिल्म के तमिल वर्जन का ट्रेलर सोशल मीडिया पर लीक हो गया था. ट्रेलर लीक होने के बाद निर्माताओं ने कानूनी कार्रवाई का निर्णय लिया है.
ये रहा भव्य ट्रेलर
ट्रेलर लीक होने के बाद फिल्म तमिल, मलयालम, हिंदी और तेलुगु वर्जनों के ट्रेलर ऑनलाइन जारी कर दिए गए. 2 मिनट 24 सेकंड का यह ट्रेलर काफी प्रभावी है और इसमें माहिष्मति साम्राज्य में अंतरकलह, बाहुबली और देवसेना के बीच प्रेम और बाहुबली की मौत की झलकियां दिखाई गई हैं. इस ट्रेलर में एक जगह बाहुबली कटप्पा से कहता है, “जब तक तुम मेरे साथ हो मामा, मुझे कोई नहीं मार सकता.” हालांकि दो साल पहले बाहुबली द बिगनिंग की रिलीज के बाद से ही दर्शकों के लिए यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?
ट्रेलर रिलीज होते ही बाहुबली 2ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया साइट्स पर ट्रेंड करने लगा. ट्विटर यूजर्स ने फिल्म को ‘जबरदस्त’ करार दिया है. वहीं आलिया भट्ट, वरुण धवन जैसे बॉलीवुड सितारों ने फिल्म की तारीफ की है. फिल्म के हिंदी वर्जन का निर्माण करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शन ने किया है.
बाहुबली द कन्क्लूजन में प्रभास, राणा दग्गुबाती, अनुष्का शेट्टी, सत्यराज और राम्या कृष्णन पिछली फिल्म के अपने किरदारों में दोबारा नजर आएंगे. यह फिल्म 28 अप्रैल 2017 को रिलीज़ होगी. जुलाई 2015 में रिलीज हुई बाहुबली द बिगनिंग बहुत बड़ी हिट साबित हुई थी, फिल्म ने 650 करोड़ का कारोबार किया था.
(इनपुट आईएएनएस से)
OMG – पृथ्वी की 10 सबसे डरावनी जगहें
भारत हो या दुनिया का कोई भी देश, भूत-प्रेतों के अस्तित्व से जुड़ी अनेक रहस्यमयी घटनाएं आपको सुनने को मिलेगी। कुछ लोग मानते हैं कि भूत, प्रेत और आत्माओं का अस्तित्व होता है जबकि कुछ लोग इन सब बातों को नहीं मानते।
कुछ लोग अपने खुद के साथ पेश आये भुतहा अनुभवों को कुछ ऐसे सुनाते हैं कि सुनने वाले के रौंगटे खड़े हो जाएँ। दुनिया में कुछ ऐसी भी जगहें हैं जिन्हें वहां की सरकार ने निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर रखा है। तो आईए जानें पृथ्वी की 10 सबसे डरावनी जगहों के बारे में जिन्हें देखकर या जानकर आपके रौंगटे खड़े हो जायेंगे।
1 बीचवर्थ का पागलखाना, ऑस्ट्रेलिया (The Beechworth Lunatic Asylum, Australia)
पृथ्वी की सबसे डरावनी जगह “बीचवर्थ का पागलखाना” ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया नामक स्थान पर स्थित है. यह जगह 1867 से 1995 तक एक पागल व्यक्तियों का अस्पताल था। इस पागलखाने में एक साथ 1200 मरीजों के रहने की व्यवस्था की जाती थी।
ऐसा माना जाता है कि बीचवर्थ पागलखाने के लगभग 130 साल के इतिहास में लगभग 9000 से ज्यादा व्यक्ति मरे हैं। लोगों का मानना है कि इस पागलखाने में उनकी आत्माएं हैं, इसलिए लोग यहां जाने से डरते हैं।
हाईगेट कब्रिस्तान, लंदन (Highgate Cemetery, London)
रात को लंदन का हाईगेट कब्रिस्तान एक हॉरर फिल्म की तरह दिखाई देता है। यह लंदन की सबसे डरावनी जगहों में से एक है। यह कब्रिस्तान बहुत बड़ा है। इस कब्रिस्तान में बहुत से लोगों ने वैम्पायर्स को देखने का दावा किया है जो कि आये दिन इस कब्रिस्तान में घूमते रहते है। दुनिया भर में सबसे बडे कब्रिस्तान के अलावा यह कार्ल मार्क्स की कब्र के लिए भी दुनिया भर में विख्यात है। इस कब्रिस्तान को सन 1839 में शुरू किया गया था।
भानगढ़ का किला
भानगढ़ का किला भारत की सबसे डरावनी जगह मानी जाती है। सरकार ने भी पर्यटकों को यहाँ अंधेरा होने से पहले चले जाने की चेतावनी जारी कर रखी है। लोगों के मुताबिक 16वीं शताब्दी में इसी शहर में रहने वाले एक जादूगर को भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती के साथ प्यार हो गया।
जिस पर तांत्रिक ने काला जादू कर दिया था। इसके बाद राजकुमारी को अपने वश में करके तांत्रिक ने उसका शारीरिक शोषण किया, लेकिन एक दुर्घटना के चलते उस तांत्रिक की मृत्यु हो गई। ऐसा कहा जाता है कि जादूगर ने मरते वक्त भानगढ़ के किले को श्राप दिया कि यह जल्दी ही नष्ट-भ्रष्ट हो जाएगा। उस श्राप के बाद इस किले में रहने वाले लोगों की मृत्यु हो जाती है और उनकी आत्मा इस किले के अंदर भ्रमण करती है।
द प्रिंसेस थियेटर, ऑस्ट्रेलिया (The Princess Theatre, Australia)
इस थिएटर में 1888 में एक इटली गायक फ्रेडेरिकी बेकर की मौत हो गई थी। कहा जाता है की तब से उनकी आत्मा यहां भटकती रहती है तथा कहा जाता है कि जब भी कोई कार्य होता था तो उस दौरान फ्रेडेरिकी बेकर के लिए एक सीट रिजर्व रखी जाती थी। ऐसा ही एक किस्सा भारत में भी है जो कि भारत के पूर्व सैनिक बाबा हरभजन सिंह से जुड़ा है, जिनके लिए, जब भी भारत और चाइना के बीच फ्लैग-मीटिंग होती है तो एक कुर्सी बाबा हरभजन के नाम की रखी जाती है।
कल्लोदें मूर, इंवेरनेस, स्कॉटलैंड (Culloden Moor, near Inverness, Scotland)
स्कॉटलैंड में 16 अप्रैल 1746 को कल्लोदें की बंजर भूमि पर भयानक लड़ाई लड़ीं गई थी जिसमें जैकोबाइट विद्रोहियों की भारी संख्या में हत्या कर दी गयी गई थी। हाइलैंड सीमा शुल्क और परंपराओं का दमन करने के लिए यह हत्यांएं की गई थी। माना जाता है कि इस युद्ध की सालगिरह पर मरे हुए सैनिकों और लोगों के भूत जिंदा हो जाते है और उनके रोने, चिल्लाने की आवाजें और हथियारों के टकराने की आवाजें स्पष्ट सुनाईं देती हैं।
कोलोराडो का भुतहा होटल
अमेरिका के कोलोराडो स्थित एस्तेस पार्क की ओर अधिकतर पर्यटकों को इसकी नैसर्गिक सुन्दरता ही खींच लाती है। यहाँ खूबसूरत पर्वत, भरा-पूरा वन्य जीवन तथा रॉकी माउंटेन नैशनल पार्क में तरह-तरह की आउटडोर एडवेंचर एक्टिविटीज हर वर्ष बड़ी संख्या में लोगो को आकर्षित करती हैं। परन्तु सूरज डूबने के साथ ही इस कस्बे की नैसर्गिक सुन्दरता और आकर्षण का स्थान रहस्यमयी शक्तियां ले लेती हैं।
कस्बे से कुछ ऊँचे स्थान पर स्थित एक पुराना रिजॉर्ट ‘द स्टैनले होटल‘ लगभग एक सौ साल पुराना है। अब यह होटल एक भुतहा होटल के रूप में दुनिया भर में विख्यात हो चुका है।
एम.जी. रोड – वीरान सड़क में औरत का भूत
गुडगाँव शहर का एम.जी. रोड, गुडगाँव का सबसे सुनसान और भयावह रोड है। इस सड़क पर ड्राइव करने वालों का मानना है कि उन्होंने कई बार इस सड़क पर सफेद साड़ी पहने औरत को देखा है जो गाड़ियों के साथ-साथ भागती है। उसकी जीभ बांह जितनी लंबी और बाहर की तरफ उबली हुई आँखें हैं। कहते हैं की इस औरत की मौत कुछ साल पहले इसी एरिया में हुई थी।
संयुक्त राज्य अमेरिका में मिशिगन शहर में स्थित हवेली
यह हवेली संयुक्त राज्य अमेरिका में मिशिगन शहर में स्थित है। 1941 में यह हवेली अमीर लोगों के लिए एक वेश्यालय हवेली होती थी। बाद में इस हवेली के तहखाने से कुछ लाशें मिली थी जिनके शरीर पर बेरहमी से गोल चक्र के निशान बनाए गए थे।
बोर्ले रेक्टोरी (Borley Rectory, ESSEX)
बोर्ले रेक्टोरी (Borley Rectory) कमजोर दिल वालो के लिए नहीं है। यह इंग्लैंड के सबसे भुतहा घर माना जाता है। बोर्ले रेक्टोरी घर 1863 में हेनरी डासन एलिस बुल(Henry Dawson Ellis Bull) के लिए बनाया गया था। इसे विक्टोरियन हवेली भी कहा जाता है।
माना जाता है 13वीं शताब्दी में यहाँ के एक चर्च की नन बोर्ले मठ के एक भिक्षु से प्यार करती थी। उन्हें पकड़ लिया गया और दोनों को मार डाला गया था। भिक्षु को फांसी पर लटकाया गया जबकि नन मठ की में ईंटों से बने तहखाने में दफना दिया गया था। घोस्ट-हन्टर्स इसे ब्रिटेन का सबसे खौफनाक घर मानते हैं।
व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह मानी जाती है। व्हाइट हाउस, अमेरिका के राष्ट्रपति का निवास स्थान होता है। लेकिन कुछ लोगों का दावा हैं कि यहाँ पर अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का भूत अक्सर व्हाइट हाउस में देखा जाता है।
अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की अप्रैल 1865 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तभी से अब्राहम लिंकन का भुत यहाँ दिखाई देता है। राष्ट्रपति ग्रेस कुलीज की पत्नी केल्विन कुलिज का कहना है कि वह राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की हत्या पर बना टेलीविजन प्रोग्राम देख रही थी तभी उन्हें अब्राहम लिंकन व्हाइट हाउस के ओवल दफ्तर की खिड़की के पास खड़े हुए दिखाई दिए।
भारतीय टेस्ट क्रिकेट से जुड़े कुछ रोचक तथ्य!!
- क्रिकेट, विश्व में फुटबॉल के बाद दूसरा सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल है. ऐसा माना जाता है इसकी शुरुआत अंग्रेजों ने 16 शताब्दी में की थी.
- भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 25-27 जून 1932 को इंग्लैंड के विरुद्ध लॉर्ड्स के मैदान पर खेला था.
- इंग्लैंड के विरुद्ध लॉर्ड्स में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान सी.के.नायडू थे. भारत यह मैच 158 रनों से हारा था.
- इस टेस्ट मैच टीम की कप्तानी के लिए पहले पोरबन्दर के महाराजा को चुना गया था किन्तु अंतिम समय में उनके द्वारा नाम वापस लिए जाने के बाद सी.के.नायडू को टीम का कप्तान बनाया गया था.
- भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर 7 विकेट पर 759 रन (घोषित) रहा है और यह स्कोर 16 दिसम्बर 2016 में इंग्लैंड के विरुद्ध मुम्बई में बनाया था.
- भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर 1974 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के विरुद्ध मात्र 42 रन ही था.
- सर्वाधिक टेस्ट मैच खेलने वाली टीमों में इंग्लैंड (976 टेस्ट मैच), ऑस्ट्रलिया (791 टेस्ट मैच), वेस्ट इंडीज (517 टेस्ट मैच), भारत (507 टेस्ट मैच), दक्षिणी अफ्रीका (402) , पाकिस्तान (399) , श्रीलंका (251) , जिम्बाबे (99) और बांग्लादेश (93टेस्ट मैच ) शामिल हैं.
- भारत ने अब तक कुल 507 टेस्ट मैचों में से 136 मैच जीते हैं और 157 मैच हारे है जबकि 213 ड्रा रहे तथा 1 मैच टाई रहा था.
- भारत ने अब तक सर्वाधिक टेस्ट मैच इंग्लैंड (117 टेस्ट मैच), वेस्ट इंडीज (94 टेस्ट मैच), ऑस्ट्रेलिया (90 टेस्ट मैच), पाकिस्तान (59टेस्ट मैच) के विरुद्ध खेले हैं.
- भारत की ओर से टेस्ट मैचों में पहले गेंदबाज मोहम्मद निसार थे और भारत के लिए पहला टेस्ट विकेट लेने वाले भी मोहम्मद निसार (इंग्लैंड के होम्स का विकेट) ही थे.
- भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक लाला अमरनाथ ने 1933-34 में मुंबई में इंग्लैंड के विरुद्ध बनाया था.
- भारत की ओर से विदेशी धरती पर पहला शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज मुश्ताक अली थे. मुश्ताक अली यह शतक 1936 में इंग्लैंड के विरुद्ध मेनचेस्टर टेस्ट में बनाया था.
- टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने का सबसे पहला रिकॉर्ड विजय हजारे का है. उन्होंने यह शतक 1947-48 में आस्ट्रेलिया (116 रन और 145 रन) के विरुद्ध अदीलेद टेस्ट में बनाया था.
- टेस्ट मैचों में दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज पॉली उमरीकर थे उन्होंने 1955-56 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड (223 रन) के विरुद्ध बनाया था.
- टेस्ट मैचो में तिहरा शतक लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग है सहवाग ने 300 रन से अधिक पारी 2003-04 में पाकिस्तान (309 रन) के विरुद्ध मुल्तान टेस्ट में तथा दक्षिण अफ्रीका (319 रन ) के विरुद्ध चेन्नई में 2007-08 में बनाए थे.
- टेस्ट मैच की एक पारी में 10 विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज अनिल कुंबले है. कुंबले ने दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी पाकिस्तान के विरुद्ध ली थी .यह मार्च 1998-99 के दौरान खेला गया था.
- भारत ने पहला टेस्ट मैच फरवरी 1952 में इंग्लैंड के विरुद्ध मद्रास में जीता था. यह मैच भारत पारी और 8 रन से जीता था.
- भारतीय जमीन पर पहली टेस्ट मैच सीरीज 1952-53 में पाकिस्तान के विरुद्ध जीती थी.
- विदेशी धरती पर की पहली टेस्ट सीरीज फरवरी 1968 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध जीती थी उस समय भारतीय टीम के कप्तान मंसूर अली खां पटौदी थे.
- भारत की ओर से टेस्ट मैचों में हैट्रिक बनाने वाले पहले भारतीय गेंदबाज का खिताब हरभजन सिंह के नाम है उन्होंने यह हैट्रिक 2000-01 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध कोलकाता टेस्ट में बनायी थी.
- भारत की ओर से टेस्ट मैचों में 51 शतक बनाने वाला पहला बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं.
नींद लाने में मददगार 46 घरेलू नुस्खे
नींद सभी जीवों के लिए जरूरी होती है और इन जीवों में इंसान भी आते हैं। सोने की वजह से ही हम जीवित रहते हैं। हमको लगता है कि जब हम सोते हैं तो हम कुछ नहीं कर रहे होते। असल में सोते समय हमारा शरीर बढ़ने में, अपने आप को स्वस्थ करने में और सीखने में व्यस्त रहता है। अगर आपको नींद नहीं आती तो यह 46 घरेलू नुस्खे नींद लाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
- सरसों का तेल: रात को सोते समय पैरों के तलवों में सरसों के तेल की मालिश करने से गहरी नींद आती है।
- पत्तागोभी: पत्तागोभी की सब्जी घी में बनाकर खाने से नींद की कमी दूर होती है।
- दूध:
- दूध से बना मेवा या खोया 50 ग्राम की मात्रा रात को सोते समय में खाने से नींद अच्छी आती है।
- एक चम्मच घी और चीनी एक गिलास दूध में मिलाकर सोते समय पीने से नींद जल्दी आती है।
- शहद:
- 1 चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले पीने से नींद का न आना दूर होता है।
- शहद या चीनी के शर्बत में पोस्तादाना को पीसकर घोलकर सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
- मकोय: कच्चे सूत से मकोय की जड़ को माथे पर बांधने अथवा बिजौरा नींबू सिरहाने में रखकर सोने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
- बादाम:
- घिया का तेल और बादाम रोगन मिलाकर सिर की मालिश करने से नींद अच्छी आती है।
- बादाम रोगन, खसखस का तेल और काहू का तेल मिलाकर कनपटी पर मालिश करने से नींद न आना दूर होता है।
- अजवायन: लगभग एक चौथाई से आधा ग्राम खुरासनी अजवायन का चूर्ण सुबह-शाम लेने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
- पोस्तादाना: पोस्तादाना को अच्छी तरह से मिलाकर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से लेने से नींद अच्छी आती है।
- बेल: लगभग 10 ग्राम बेल की जड़ को पीसकर पानी में घोटकर सुबह-शाम रोगी को देने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
- फरहद: लगभग 5 से 10 ग्राम फरहद की छाल का चूर्ण सुबह-शाम लेने से नींद अच्छी आती है।
- सेब:
- लगभग 10 से 20 ग्राम सेब के पेड़ की जड़ का चूर्ण सुबह-शाम खाने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
- सेब का मुरब्बा खाने से नींद का न आना ठीक होता है। सेब खाकर सोने से नींद अच्छी आती है।
- चौपतिया: वर्षा ऋतु में चौपतिया का साग नियमित रूप से खाने से अनिद्रा की तकलीफ दूर होती है।
- वन्यकाहू:
- लगभग 20 से 40 मिलीलीटर वन्यकाहू के बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से नींद का न आना ठीक होता है।
- वन्यकाहू के पौधे से प्राप्त दूध लगभग 1 से 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
- काकजंघा: काकजंघा की जड़ को सिर के बालों पर बांधने से बहुत अच्छी नींद आती है।
- मेंहदी: वे व्यक्ति जिन्हें नींद कम आती हो उन्हें अपने तकिये में मेंहदी के सूखे फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है।
- रस: अमरूद, आलू, पालक, गाजर व सेब का रस मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
- आम: रात को आम खाने और दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
- मकोय: मकोय की जड़ों का काढ़ा 10 से 20 मिलीलीटर लेकर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से नींद का न आना दूर होता है।
- मालकांगनी: मालकांगनी के बीज, सर्पगन्धा, जटामांसी और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस लें और यह 1 चम्मच की मात्रा में शहद मिलाकर खाएं। इससे अनिद्रा रोग में आराम मिलता है।
- जटामांसी: सोने से एक घंटा पहले 1 चम्मच जटामांसी की जड़ का चूर्ण ताजा पानी से लेने से नींद का न आना दूर होता है।
- जायफल: जायफल को जल या घी में घिसकर पलकों पर लेप की तरह लगाने से नींद का न आना ठीक होता है।
- खोया: रात को सोते समय खोया खाने से नींद अच्छी आती है।
- गाजर: प्रतिदिन एक गिलास गाजर का जूस पीने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
- कलौंजी: रात को सोने से पहले आधा चम्मच कलौंजी का तेल और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से गहरी और अच्छी नींद आती है।
- अलसी: कासे की थाली में अलसी और एरण्ड की मींगी का तेल घिसकर आंख में लगाने से नींद अच्छी आती है।
- शंखपुष्पी: शंखपुष्पी के पंचांग का चूर्ण बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर एक चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से धड़कन बढ़ने, कंपन, घबराहट, अनिद्रा में लाभ मिलता है।
- कुचला: एक चम्मच पिप्पली की जड़ के चूर्ण में शुद्ध कुचला के बीज एक चौथाई ग्राम मिलाकर खाने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
- अनार: अनार के ताजे पत्ते 20 ग्राम की मात्रा में लेकर 400 मिलीलीटर पानी में उबालें और जब यह 100 मिलीलीटर शेष रह जाए तो इसमें गर्म दूध मिलाकर पीएं। इससे शारीरिक व मानसिक थकावट मिटती है और अनिद्रा रोग दूर होता है।
- पानी: सोने से पहले 5 से 10 मिनट तक गर्म पानी में पैरों को रखने से अनिद्रा रोग दूर होता है। गर्मी में ठंड़े पानी से और सर्दी में गर्म पानी से पैर धोकर सोने से भी गहरी नींद आती है।
- एरण्ड: अंकुरित एरण्ड को बारीक पीसकर इनमें थोड़ा सा दूध मिलाकर कपाल तथा कान के पास लेप करने से अनिद्रा दूर होती है।
- बैंगन: कोमल बैंगन को अंगारों पर सेंककर शहद में मिलाकर शाम के समय खाने से रात को नींद अच्छी आती है।
- अफीम– पीपलामूल के चूर्ण और गुड़ बराबर लेकर एक चम्मच की मात्रा बना लें और इसमें एक चौथाई ग्राम से भी कम अफीम मिलाकर रात को सोते समय सेवन करें। इससे नींद का न आना दूर होता है।
- असरोल: लगभग एक चौथाई ग्राम असरोल की जड़ को पीसकर रात को सोते समय लेने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
- खसखस: लगभग 3-3 ग्राम खसखस के बीज और बादाम की गिरी को पीसकर चीनी मिलाकर सुबह-शाम खाने से नींद का न आना रोग ठीक होता है।
- दालचीनी: लगभग 125 मिलीलीटर पानी में लगभग 3 ग्राम दालचीनी को खूब उबालें और इसे छानकर 3 बताशे मिलाकर हल्का गर्म करके सुबह के समय पीने से नींद अच्छी आती है।
- खमीरा: खमीरा और खसखस लगभग 6-6 ग्राम की मात्रा में लेकर पीसकर पानी के साथ प्रतिदिन सुबह लेने से नींद अच्छी आती है।
- बनफसा: बनफसा और खमीरा लगभग 6-6 ग्राम की मात्रा में सोते समय रात को लेने से नींद अच्छी आती है।
- बरशाशा: लगभग 2 ग्राम बरशाशा रात को सोते समय लेने से नींद अच्छी आती है।
- सौंफ :
- लगभग 500 मिलीलीटर पानी में लगभग 10 ग्राम सौंफ को उबालें और चौथाई पानी रहने पर इसे छानकर 250 ग्राम दूध और 15 ग्राम घी व स्वादानुसार चीनी मिलाकर रात को सोते समय पीएं। इससे नींद का न आना दूर होता है।
- लगभग 5-5 ग्राम सौंफ, खुर्फा बीज और काहू के बीजों को पीसकर चूर्ण बना लें और लगभग एक चुटकी चूर्ण को पानी में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें। इससे अनिद्रा दूर होकर नींद अच्छी आती है।
- जिसे नींद अधिक आती हो, हर समय सुस्ती रहती हो उसे 10 ग्राम सौंफ को आधा लीटर पानी में उबालकर चौथाई रहने पर थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह-शाम पीने से नींद का न आना दूर होता है।
- दही: दही में सौंफ, चीनी और पिसी हुई कालीमिर्च मिलाकर खाने से नींद अच्छी आती है।
- मेथी: मेथी का एक इंच मोटा तकिया बनाकर तकिये पर रखकर सोने से गहरी नींद आती है।
- बरगद: बरगद के पत्ते को छाया में सुखाकर मोटा-मोटा कूटकर एक लीटर पानी में पकाएं और एक चौथाई पानी बच जाने पर इसमें एक ग्राम नमक मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें। इससे हर समय आलस्य आना और नींद का आना दूर होता है।
- तुलसी: तुलसी के 5 पत्तों को खाने और सोते समय तकिए के आस-पास फैलाकर रखने से इसकी गंध से नींद अच्छी आती है।
- प्याज: कच्चा प्याज या पकाया हुआ प्याज का रस निकालकर 4 चम्मच रस पीने से अच्छी नींद आती है।
- पुनर्नवा: लगभग 50 से 100 मिलीलीटर पुनर्नवा का काढ़ा पीने से रोगी को नींद का न आना बन्द होता है।
- भांग:
- तलवों पर भांग का लेप बनाकर लगाने से अच्छी नींद आती है।
- भांग के सेवन से नींद बहुत अच्छी आती है। जिन दशाओं में अफीम के सेवन से नींद नहीं होती है उस स्थिति में भांग का सेवन अधिक अच्छा होता है क्योंकि इसके प्रयोग से कब्ज दूर होती है।
नींद न आने के कारण और समाधान
नींद न आने के कारण: एक स्वस्थ और प्रसन्न जीवन जीने के लिए भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी है। वर्तमान की भागदौड़ भरी जिन्दगी में नींद न आना एक बहुत आम समस्या बनती जा रही है। खास कर शहरों में लोग अपनी दिनचर्या में इतने उलझे होते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरुरी आठ घंटें की नींद नहीं ले पाते।
अच्छी नींद लेना इतना मुश्किल क्यों होता जा रहा है इसके पीछे कई कारण हैं, इनमें लगातार काम करना और ऑफिस और घर के बीच में तालमेल न बिठा पाना प्रमुख कारण है।
कुछ समय पहले लिखी एक अन्य पोस्ट (11 तरीके जो नींद लाने में आपकी मदद कर सकते हैं) में नींद लाने में सहायक के सुझावों को अपना कर आप अच्छी नींद ले सकते हैं l यहाँ प्रस्तुत हैं नींद न आने के कुछ प्रमुख कारण और सुझाव जिन्हें समझ कर हो सकता है कि आप अच्छी नींद ले पायें l
नींद न आने के कारण:
चिंता और मानसिक अवसाद
चिंता और मानसिक तनाव या डिप्रेशन आम समस्या बनता जा रहा है और यह नींद न आने के प्रुमख कारकों में से एक है। नकारात्मक सोच और बेवजह का डर और चिंता शरीर के स्वसन तंत्र और हृदय गति को उतेजित कर देते हैं जिसकी वजह से नींद नहीं आती।
उपाय: किसी भी समस्या के समाधान पर ध्यान दें। चिंता करने या घबराने से कुछ बनने वाला नहीं है। अकेले रहने की आदत छोड़ें और सकारात्मक सोचें। खाली समय में अच्छे साहित्य और मनोरंजक टीवी प्रोग्राम देखें।
अपने परिवार वालों, दोस्तों, रिश्तेदारों से बात करते रहें क्योंकि हो सकता है ये मौका फिर मिले न मिले। बेवजह की टेंशन छोड़ दें और वास्तविकता, सौन्दर्य, प्रकृति और रिश्तों की तरफ मुड़ें। संभव हो तो अध्यात्म से जुड़ें। अपने अभावों या कमियों के बजाये यह सोचें कि हमें कितना कुछ बाकि लोगों से ज्यादा मिला हुआ है।
शराब-सिगरेट आदि नशों की लत
अधिक शराब और सिगरेट का सेवन अच्छे स्वास्थ्य के लिए बुरा तो है ही इसके साथ ही अधिक शराब के सेवन से नींद के रूटीन में गड़बड़ी हो जाती है जिसकी वजह से रात में एकाध घंटें तो गहरी नींद आती है और बाकि समय में अच्छी नींद नहीं आती।
शराब की आदत लम्बे समय में घोर डिप्रेशन और अनिद्रा का कारण बन जाती है। सिगरेट का अधिक सेवन सांस की बीमारियों का कारण बनता है और उम्र कम करता है इसलिए अच्छा है इससे दूर ही रहें। सोने से पहले दूध पियें जिससे अच्छी नींद आएगी।
रिश्तों में कड़वाहट (नींद न आने के कारण)
एक खुशनुमा मैरिज लाइफ टॉनिक का काम करती हैं जबकि आपसी रिश्तों में कड़वाहट धीमे जहर का। कोशिश करें कि आपके पारिवारिक और वैवाहिक रिश्ते मधुर बने रहे ताकि आप चैन की नींद ले सकें। एक-दूसरे को समान समझें, सम्मान और स्पेस दें। परिवार में हर सदस्य के महत्व को समझें।
बहुत ज्यादा डोमिनेटिव, पोजेसिव, कंजर्वेटिव और नैरो-माइंडेड न बनें। जियो और जीने दो का सिद्धांत अपनाएं। खुश रखें और खुश रहें। जो सबल यानि स्ट्रांग है उसके परिवार के लोग उसके आसपास होने पर प्रसन्नचित और सुरक्षित महसूस करते हैं जबकि कायर और दुष्ट के आसपास होने पर उसके संबधी भी भय और परेशानी में जीते हैं। तय करें कि आप क्या बनना चाहते हैं।
दर्द या बीमारी
कई बार हम छोटे-मोटे दर्द या बीमारी को नजर अन्दांज करते हैं। लेकिन अलर्ट हो जाएँ यदि कोई दर्द या शारीरिक स्थिति आपकी नींद में खलल डालना शुरू कर दे। उदाहरण के लिए खर्राटों को लें लें। खर्राटे एक त्रुटिपूर्ण और असुविधाजनक श्वसन प्रणाली का संकेत है।
किसी भी दर्द, बुखार आदि को नजरअंदाज न करें यदि यह लगातार कुछ दिन तक रहे। दर्द से बचने के लिए काम के बीच में विश्राम के लिए समय निकलते रहें। अधिक देर तक एक मुद्रा में न बैठे रहें। खास कर कंप्यूटर पर काम करने वाले सर्वाइकल और पीठ दर्द से बचने के लिए नियमित तौर पर व्यायाम करें।
रात में चाय/कॉफ़ी और भोजन का सेवन
कॉफी को नींद का दुश्मन कहा जाता है। भरपूर और गहरी नींद लेने के लिए जरुरी है कि आप सोने से पहले चाय या कॉफी न पीएं। कैफीन नींद लाने की जगह इसे दूर भगा देती है। इसके अलावा रात को भारी भोजन और शराब लेने से बचें। सोने से पहले ज्यादा पानी न पियें वर्ना बार-बार पेशाब करने के लिए उठने से भी नींद उड़ सकती है।
सोने से पहले टीवी देखना
यदि आपको सोने से पहले टीवी देखने, कंप्यूटर या मोबाइल पर चैटिंग या काम करने से नींद आने में समस्या आ सकती है। रात के समय जब हम लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते हैं तो हमारी आखें स्क्रीन को देखकर दिमाग को ऐसे सिग्नल भेजती हैं जैसे वह दिन के समय रौशनी को देखकर भेजती है जिससे रात में नींद की प्रक्रिया को एक्टिवेट करने वाला तंत्र सक्रिय नहीं हो पाता है और हमें नींद नहीं आती। ऐसा ही टीवी देख कर होता है। सोने से पहले टीवी पर हॉरर या उदास करने वाले शो या मूवीज न देखें।
अनुकूल वातावरण न मिलना
अच्छी नींद के लिए जरुरी है कि आपके सोने वाला स्थान शोर-शराबे के बीच में न हो। अधिकतर लोग रौशनी के बजाये अँधेरे में आसानी से सो पाते हैं। सोने वाला स्थान बहुत ज्यादा ठंडा या गर्म न हो। यह पर्याप्त हवादार और सुंगंधित हो. आपका बिस्तर बहुत ज्यादा सख्त या नर्म न हो और बहुत ऊंचा सिरहाना भी न लें।
अधिक उम्र
आम धारणा है कि उम्र ५०-६० से अधिक हो जाने पर अच्छी नींद नहीं आती। कुछ मामलों में यह सही भी है लेकिन शोध बताते हैं कि अधिक उम्र का नींद की गुणवत्ता पर उतना प्रभाव नहीं पड़ता जितना अधिक उम्र के कारण होने वाली साइकोलॉजिकल तथा शारीरिक समस्याओं और उनके उपचार से उत्पन्न साइड इफेक्ट्स का पड़ता है। इसलिए यदि आप अधिक उम्र के हैं और स्वस्थ और एक्टिव हैं तो सामान्य नींद लेना कोई मुश्किल काम नहीं हैं।
वैज्ञानिकों द्वारा मानव शरीर में खोजी गयी यह 10 नई चीजें!
चाहे मनुष्य समुद्र की गहराइयों और आकाश की ऊँचाइयों तक पहुंच गया हो. लेकिन अभी तक मानव यह पूरी तरह नहीं जान पाया कि