अगले महीने इंग्लैंड में होने वाले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी गई. जिसमे रोहित शर्मा, मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन की वापसी हुई है. बीसीसीआई की चयन समित ने एक और अहम फैसला लेते हुए रिषभ पंत, कुलदीप यादव, शर्दुल ठाकुर, सुरेश रैना को स्टैंडबाई के तौर पर रखा है. टीम के चयन के बाद बीसीसीआई की चयन समिति के चेयरमैन एम.एस.के. प्रसाद ने कहा, “स्टैंडबाई खिलाड़ियों के लिए भी वीज़ा तैयार होगा और ये बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अभ्यास करेंगे.”

डिफेंडिंग चैंपियन है टीम इंडिया
पिछली बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने ये टूर्नामेंट जीता था. इस बार वो अपना ताज बचाने उतरेगी. अब तक भारत और ऑस्ट्रेलिया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सबसे अधिक दो-दो बार जीत चुकी हैं. अगर इस बार टीम इंडिया ये ख़िताब जीत गई तो वह दुनिया की सबसे सफल टीम बन जाएगी.
खिलाड़ियों की चांदी
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने इस साल की चैम्पियन्स ट्रॉफी की इनामी राशि 500,000 डॉलर बढ़ाकर इसे 45 लाख डॉलर कर दी है. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की चैंपियन टीम को 22 लाख डॉलर की राशि मिलेगी. उप विजेता टीम को 11 लाख डॉलर का चेक मिलेगा.
भारत की 15 सदस्यीय टीम
भारत की 15 सदस्यीय टीम में रोहित शर्मा, शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली (कप्तान), एमएस धोनी (विकेट कीपर), युवराज सिंह, केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, आर. अश्विन, रविंद्र जडेजा और दिनेश कार्तिक का सिलेक्शन किया गया है.
आइये नजर डालते है भारत की 15 सदस्यीय टीम के कैरियर पर…
| क्रम सख्या | नाम | भूमिका | मैच | रन | उच्चतम स्कोर |
| 1 | विरट कोहली | बल्लेबाज | 179 | 7755 | 183 |
| 2 | एमएस धोनी | विकेटकीपर बल्लेबाज | 286 | 9275 | 183 |
| 3 | रोहित शर्मा | बल्लेबाज | 153 | 5131 | 264 |
| 4 | शिखर धरन | बल्लेबाज | 76 | 3090 | 137 |
| 5 | अजिंक्य रहाणे | बल्लेबाज | 73 | 2237 | 111 |
| 6 | दिनेश कार्तिक | बल्लेबाज | 71 | 1313 | 79 |
| 7 | केदार जाधव | ऑल राउंडर | 15 | 468 | 120 और 6 विकेट |
| 8 | युवराज सिंह | ऑल राउंडर | 296 | 8539 | 150 और 111 विकेट |
| 9 | रविचंद्रन अश्विन | ऑल राउंडर | 105 | 674 | 65 सर्वोच्च स्कोर और 145 विकेट |
| 10 | रवींद्र जडेजा | ऑल राउंडर | 129 | 1888 | 87 सर्वोच्च स्कोर और 151 विकेट |
| 11 | हार्दिक पंड्या | ऑल राउंडर | 7 | 160 | 56 सर्वोच्च स्कोर और 9 विकेट |
| 12 | जसप्रीत बमराह | गेंदबाज | 11 | 0 | 22विकेट और 4/22 सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी |
| 13 | भुवनेश्वर कुमार | गेंदबाज | 59 | 207 | 61विकेट और 4/8 सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी |
| 14 | उमेश यदाव | गेंदबाज | 63 | 77 | 88 विकेट और 4/31 सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी |
| 15 | मोहम्मद शमी | गेंदबाज | 47 | 109 | 87विकेट और 4/35 सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी |
ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का पूरा शेड्यूल:
जून 1 (गुरुवार) – इंग्लैंड vs बांग्लादेश (दि ओवल, 3.00pm IST)
जून 2 (शुक्रवार) – ऑस्ट्रेलिया vs न्यूजीलैंड (एजबेस्टन, 3.00pm IST)
जून 3 (शनिवार) – श्रीलंका vs दक्षिण अफ्रीका (दि ओवल, 3.00pm IST)
जून 4 (रविवार) – भारत vs पाकिस्तान (एजबेस्टन, 3.00pm IST)
जून 5 (सोमवार) – ऑस्ट्रेलिया vs बांग्लादेश (दि ओवल, 6.00pm IST)
जून 6 (मंगलवार) – इंग्लैंड vs न्यूजीलैंड (कार्डिफ, 3.00pm IST)
जून 7 (बुधवार) – पाकिस्तान vs दक्षिण अफ्रीका (एजबेस्टन, 6.00pm IST)
जून 8 (गुरुवार) – भारत vs श्रीलंका (दि ओवल, 3.00pm IST)
जून 9 (शुक्रवार) – न्यूजीलैंड vs बांग्लादेश (कार्डिफ, 3.00pm IST)
जून 10 (शनिवार) – इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया (एजबेस्टन, 3.00pm IST)
जून 11 (रविवार) – भारत vs दक्षिण अफ्रीका (दि ओवल, 3.00pm IST)
जून 12 (सोमवार) – श्रीलंका vs पाकिस्तान (कार्डिफ, 3.00pm IST)
जून 14 (बुधवार) – पहला सेमीफाइनल (A1 v s B2) (कार्डिफ, 3.00pm IST)
जून 15 (गुरुवार) – दूसरा सेमीफाइनल (A2 v s B1) (एजबेस्टन, 3.00pm IST)
जून 18 (रविवार) – फाइनल (दि ओवल, 3.00pm IST)


सीवरेज गोताखोर का काम पृथ्वी पर सबसे घृणित और अवांछित नौकरियों में से एक है. इस काम में कर्मचारी शहर को साफ़ रखने के लिए सीवर के अंदर जाकर मानव मलमूत्र, जहरीले कचरे आदि को साफ़ करता है. कई बार इसमें इन्हें जान भी गवानी पड़ती है.
मानव-मैला उठाने और ढोने वाले को सफाई कर्मचारी भी कहा जाता है. यह सार्वजनिक शौचालय और घरों में मानव मल को हाथों से साफ़ करने का काम करते हैं. यह काम अभी भी भारत में कई जगहों पर होता है. आधिकारिक तौर पर इस काम पर भारत में प्रतिबंध लग चुका है.
कचरा उठाने वाले कर्मचारी हमारे घरों से और गलियों में पड़ा कचरा उठाते हैं. वह कचरा उठाने का काम अपनी जिंदगी में रोजाना करते हैं. कचरा उठाने वाला काम पृथ्वी पर सबसे कमाई वाला सबसे अवांछित कार्य है.
यह काम भारत में पुरुषों, महिलाओं और छोटे बच्चों द्वारा भी किया जाता है. कचरा बीनने वाले लोग लोगों द्वारा फेंका गया कचरा उठाते हैं और उनमें से काम की चीजें खोजते हैं. रेग पिकर्स भारत के बढ़े-बढ़े शहर जैसे दिल्ली, मुंबई की झुग्गी-झोंपड़ियों में रहते हैं.
सफाईवाला काम सबसे अवांछित कार्यों में से एक है. भारत में यह काम ज्यादातर निम्न दलित जाति, चर्मकार और तथाकथित भंगी लोगों द्वारा किया जाता है. स्वीपर भारत की सड़कों, सार्वजनिक स्थानों और बगीचों में सफाई का काम करते हैं.
ऑनर हत्या, भारत में सबसे चौंकाने वाला अनुष्ठानों में से एक है. भारत में शादी दो लोगों के बंधन से भी बढ़कर है. विवाह भारत में दो परिवारों के मिलन के बारे में भी है. विवाह में दोनों परिवार एक दुसरे की जाति, समुदाय, धर्म, सामाजिक स्थिति भी देखते हैं. कई समुदाय या परिवार इन रस्मों के बारे में बहुत कठोर होते हैं. कई मामलों में अगर लड़का या लडकी किसी दूसरी जाति या समुदाय की बिरादरी वाले लडके या लडकी से शादी कर ले तो उसे मार भी दिया जाता है.
परंपरागत रूप से, पहले जब लड़की की शादी होती थी तब लड़की के मां-बाप उसकी विदाई के समय लड़की को सोने के गहनों के साथ विदा करते थे. लेकिन समय बदलता गया अब लोग गहनों की बजाय पैसे, महंगे महंगे उपहारों के साथ लड़की की विदाई करते हैं. भले ही यह प्रथा भारत में अवैध है लेकिन अब भी इसकी वजह से लड़की के परिवार वालों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है और कई मामलों में तो लड़की खुदख़ुशी भी कर लेती है.
वाराणसी में रहने वाले दुर्जेय अघोरी संत भगवन शिव की पूजा करते हैं. वे अपने पोस्त्मोर्टम अनुष्ठानों के लिए जाने जाते हैं. यह संत व्यक्ति के अंतिम-संस्कार में बची हुई राख को अपने शरीर पर लगाते हैं. यह संत काला जादू करते हैं और मरे हुए व्यक्ति के शरीर के मांस का सेवन भी करते हैं.
उत्तरी कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बड़ी अजीब परंपरा है. जहाँ बच्चों को शारीरिक और मानसिक विकलांगता से बचाने के लिए जमीन में गले तक गाड़ दिया जाता है. इसके पीछे मान्यता यह है कि मिट्टी काफी पवित्र होती है और इस रिवाज के तहत बच्चों को 6 घंटों तक मिट्टी के अंदर रखा जाता है.
साउथ अमेरिका की एक जनजातीय परंपरा के अनुसार लड़कियाँ शादी के पहले पुरुषों से उनकी मर्दानगी का अनोखा सबूत मांगती हैं. इस सबूत को देना यहाँ की सबसे बड़ी परंपरा में शामिल है. इस परंपरा के अनुसार पुरषों को शराब का सेवन करना पड़ता है. थोड़ी देर बाद उन्हें 120 वोल्ट का बिजली का झटका दिया जाता है अगर लड़का इस झटके को झेल जाए तो उसे मर्द माना जाता है. इस गेम में फेल होने वाले लड़के को नामर्द समझा जाता है.
इस तरह की अजीबोगरीब परंपरा साउथ कोरिया में निभाई जाती है. इस रस्म में दूल्हे को जमीन पर लिटाने के बाद उसके पैरों को रस्सी से बांधकर उसके तलवों पर गन्ने से मारा जाता है. दोस्तों के साथ-साथ, रिश्तेदार भी बारी-बारी से आकर दूल्हे के तलवों पर गन्ने से मारते हैं. साउथ कोरिया में गन्ने को फलाका कहा जाता है.
किर्गिस्तान के लोगों की ये परंपरा है जिसमे हर लड़का शादी करने से पहले अपनी होने वाली पत्नी के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाता है. जो लड़का जिस लड़की के साथ रेप करता है, वो ही उसका पति बन जाता है. सदियों से यह पंरपरा चली आ रही है. इस परंपरा के चलते ही इस देश में सालाना करीब 12,000 लड़कियों का अपहरण करके उनके साथ यह गलत काम किया जा रहा है. हालांकि इस देश की सरकार द्वारा इस परंपरा को बैन कर दिया गया है, लेकिन समाज से यह प्रथा अभी भी चली आ रही है.
स्कॉटलैंड में शादी से पहले दुल्हन को कालिख लगाने की रस्म निभाई जाती हैं. इस रस्म के साथ ही रिश्तेदार दूल्हा-दुल्हन को एक पेड़ से बांध देते हैं और उनके ऊपर दूध, आटा, चॉकलेट सीरप, अंडे और इसी तरह की अन्य चीजें डालते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस रस्म को निभाने से दूल्हा-दुल्हन को बुरी शक्तियों से बचाया जाता है. इस तरह की रस्में स्कॉटलैंड के कुछ हिस्सों में ही निभाई जाती हैं.
हिन्दू समाज में लड़के और लड़कियों की कुण्डली मिलाते समय मांगलिक दोष पर अधिक जोर दिया जाता है. हिंदू ज्योतिष के अनुसार, मांगलिक लड़के या लड़की की गैर मांगलिक लड़की या लड़के से शादी करने के लिए पहले मांगलिक दोष दूर किया जाता है. इस मांगलिक दोष को दूर करने के लिए मांगलिक को कुंभ विवाह करना होता है. यह कुंभ विवाह भगवान विष्णु की मूर्ति, पीपल या केले के पेड़ के साथ होता है.
आत्म-समालोचना की प्रथा भारत में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी प्रचलित है. यह प्रथा मुहर्रम के दिवस पर मनाई जाती है. मुहर्रम दिवस इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने मनाया जाता है. इस दिन को हुसैन इब्ने अली की मौत हुई थी और साथ ही उनके साथ लड़ने वाले 72 योद्धाओं की मौत हुई थी. यह दिवस उनकी याद में मनाया जाता है.
बच्चे को छत से गिराने वाली रस्म बहुत चौंकाने वाली है, यह खास करके मुस्लिम समुदाय के लोगों में प्रचलित है, हालांकि यह रिवाज हिन्दू धर्म के लोगों में भी प्रचलित है. यह प्रथा महाराष्ट्र और कर्नाटक के कई ग्रामीण इलाकों में पिछले 700 वर्षों से मनाई जा रही है. इस प्रथा में 1-2 वर्ष के बच्चे को 50 फुट की ऊंचाई से नीचे गिराया जाता है. नीचे खड़े लोग उसको पकड़ते हैं, लोग ऐसा समझते हैं कि ऐसा करने से बच्चों को भगवान से आशीर्वाद मिलता है.
भारत में कई परिवार दहेज देने के दबाव से लड़की को बोझ मानते हैं और वह लड़की का जन्म होने से पहले ही उसको गर्भ में मार देते हैं, इसके विपरीत लड़कों को परिवार का मशाल पदाधिकारी कहा जाता है. भारत में कन्या भ्रूण हत्या पर प्रतिबंध है फिर भी कई लोग अवैध तरीके से लड़की को गर्भ में मार देते हैं.






पुरा बेसकिह मंदिर, बाली द्वीप के अगुंग पर्वत में स्थित यह मंदिर इंडोनेशिया के सबसे सुन्दर मंदिरों में से एक है. पुरा बेसकिह मंदिर बाली द्वीप का सबसे बड़ा और पवित्र मंदिर माना जाता है. यूनेस्को ने 1995 में इस मंदिर को विश्व धरोहर घोषित कर दिया था. यह स्थान टूरिस्टों का मुख्य आकर्षण केन्द्र है और यहां कई देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं.
तनह लोट मंदिर बाली द्वीप में स्थित भगवान विष्णु का प्रसिद्ध मंदिर है. यह मंदिर 16वीं सदी में निर्मित किया गया है. तनह लोट मंदिर एक विशाल समुद्री चट्टान पर बना हुआ खूबसूरत मंदिर है. तनह लोट मंदिर इंडोनेशिया के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है.
प्रम्बानन मंदिर, इंडोनेशिया के जावा द्वीप का सबसे प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है. यह मंदिर में भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा की प्रतिमाएं रखी हुई है. इंडोनेशिया के जावा द्वीप में स्थित प्रम्बानन मंदिर इंडोनेशिया का सबसे सुंदर और विशाल हिंदू मंदिर है. प्रम्बानन मंदिर में त्रिदेवों के दर्शन के लिए दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं.
सिंघसरी शिव मंदिर को 13वीं शताब्दी में पूर्वी जावा के सिंगोसरी में बनाया गया है. सिंघसरी शिव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यह सिंघसरी शिव मंदिर अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में लोकप्रिय है. सिंघसरी शिव मंदिर में भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा बनाई गई है. इसी कारण यहाँ हर रोज बड़ी सख्या में लोगों का आना जाना लगा रहता है.
अगर आपको कभी लाल सागर की यात्रा करने का मौका मिले, तब आप वहां की ब्लू होल की गुफा को जरूर देखना. यह गोताखोरों के लिए सबसे शानदार जगह है. लेकिन यह जगह सबसे घातक जगह भी है. ब्लू होल असल में एक गुफा है जो 130 मीटर लंबी है और 6 मीटर गहरी है. यह गुफा एक तरह से गोताखोरों के लिए कब्रिस्तान है. यह गुफा इसलिए घातक है क्योंकि इस गुफा में नाइट्रोजन निद्रवहन होता है जिससे आपको एक तरह से शराब जैसा नशा होने लगता है. जब आप गुफा की गहराई में जाते रहते हैं तो यह नशा ओर ज्यादा होता जाता है. इस जगह पर कई गोताखोरों ने अपनी जान गंवाई है.
हमने नदियों को अपनी सूची में इसलिए डाला क्योंकि नदियाँ भी अंत में महासागरों में जाकर मिलती हैं. चीन की नदियाँ भी महासागरों की सबसे घातक हिस्सा होती हैं. वैसे भी चीन में प्रदुषण की समस्या बहुत बढ़ी है. चीन में उद्योग बहुत बुरे तरीके से पर्यावरण में प्रदूशन फैलाते हैं. चीन की नदियां और झीलें पूरी तरह से प्रदूषित हैं और इन नदियों में मछलियों का नामो-निशान भी नहीं है. चीन की नदियों का 78 प्रतिशत हिस्सा मानव के लिए बहुत घातक है.
अन्टार्टिक जिसको बर्फ का सबसे बढ़ा हिस्सा भी कहा जाता है यह महासागरों का सबसे घातक हिस्सा है. इस जगह से गुजरने वाले जहाजों और यात्रियों को यहां की कठोर जलवायु का सामना करना पढ़ता है. यहां पर बहुत सारे बढ़े-बढ़े हिमशैल हैं जिन से जहाजों के टकराने का खतरा हर समय बना रहता और यह जहाजों को भारी क्षति पहुंचा सकते हैं. नाविकों ने विशेष तौर पर दक्षिणी अन्टार्टिक की तीन जगहों को सबसे खतरनाक बताया है उन्होंने इन जगहों के नाम कोड में दिए हैं कोड नंबर 40, 50 और 60 यहां की सबसे खतरनाक जगह हैं.

