अगर आप ने कॉन्ज्यूरिंग और द वुमन इन ब्लैक फ़िल्में देखी होगी, तो आपको पता ही होगा जो गुड़िया अपने आप चलने लगे उसकी तुलना में कुछ भी डरावना नहीं है। ऐसे में क्या होगा अगर आपकी खिलौना कार अपने आप ही चलने लगे।
ऐसी एक कहानी पूजा सिंह बताती है कि वो अपने परिवार के साथ सेक्टर 56 के अपार्टमेंट में रहने आई। उनको पहले दिन से ही घर में अनोखी घटनाओं का सामना करना पड़ा। वह बताती है कि एक बार मेरी माँ और चचेरा भाई घर आये हुए थे। किसी ने दरवाज़ा खटखटाया, उनको लगा बहार मैं आई होउंगी, लेकिन जब उन्होंने दरवाज़ा खोला वहां कोई भी नहीं था।
इसके बाद घर में कभी कभी लाइट्स अपने आप ऑन हो जाती और अपने आप ही ऑफ हो जाती थी। फिर भी हम ने इन सब घटनाओं पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, क्योंकि हम भूतों वाली बातों पर विश्वास नहीं करते थे।
एक शाम फिर एक अनोखी घटना हुई। पूजा कहती है कि मेरी बेटी के पास रिमोट से चलने वाली एक कार है, जिसमें बच्चे बैठ कर सवारी भी कर सकते है। एक शाम अचानक से हॉल में चारों ओर कार अपने आप घूमने लगी। जब कि वह कार रिमोट से चलती और बंद होती है और कार का रिमोट उस वक़्त टेबल पर पड़ा हुआ था, किसी ने भी उस कार के रिमोट को छुआ तक नहीं था।
दरवाज़े का खटखटाना, लाइट्स का अपने आप ऑन और ऑफ होना, रिमोट वाली कार का अपने आप चलना इन सब घटनाओं के बाद उन्होंने अपना घर बदलने में ही भलाई समझी।
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