दुनिया में बहुत सी ऐसी खूबसूरत जगहें हैं जिन्हें देखकर मन गदगद हो जाता है। जो लोग घूमने-फिरने के शौकिन होते हैं वो हमेशा ही नई और खूबसूरत जगहों की तलाश में रहते हैं।
बहुत से ऐसी जगहें हैं, जो अपनी खूबसूरती के प्रसिद्ध हैं और यही वजह है कि लोग लाखों रुपये खर्च करके इन जगहों को देखने और समय बिताने के लिए जाते हैं।
आज हम आपको इस लेख में ऐसी ही एक खूबसूरत जगह के बारे में बताने जा रहें है जिसका नाम है “चॉकलेट हिल्स“। यह खूबसूरत जगह फिलिपींस के बोहोल प्रांत में स्थित है। प्रकृति के इस मनमोहक नज़ारे को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं।
इस हिल्स की खूबसूरती और अद्भुत नजारों की वजह से लोग इसे दुनिया का आठवां अजूबा भी कहते हैं। यह हिल्स सागबयान, बतूआन, कारमेन, बिलार, सिएरा बुलोन्स और वैलेन्सिया शहर में फैली हुई है।
क्यों कहा जाता है चॉकलेट हिल्स?
यह चॉकलेट हिल्स चूना पत्थर की बनी है और सिर्फ घास से ढकी रहती है। यहां की घास शंकु (तिकोने) के आकार की होती है और करीब-करीब सबका आकार एक बराबर ही होता है। गर्मी के मौसम में जब घास सूख जाती है तो यह भूरे रंग की हो जाती है।
उसका रंग बिल्कुल चॉकलेट के रंग जैसा होता है। इसी वजह से हिल्स को चॉकलेट हिल्स कहा जाता है। चॉकलेट हिल्स में 1,268 से ज्यादा तिकोने आकार की पहाड़ियां हैं। चॉकलेट हिल्स को फिलिपींस की राष्ट्रीय भूविज्ञानी कमेटी द्वारा तीसरा राष्ट्रीय भूविज्ञानी स्मारक घोषित किया गया है।
यहां दो रेजॉर्ट भी हैं। एक कारमेन शहर में है जिसको चॉकलेट हिल्स कंप्लेक्स के नाम से जाना जाता है और दूसरा सागबयान में है जिसे सागबयान पीक के नाम से जाना जाता है। इन दोनों में सबसे पुराना रेजॉर्ट कारमेन कंप्लेक्स है जो शहर से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर है। चॉकलेट हिल्स कंप्लेक्स सरकार के अधीन है। यहां एक रेस्ट्रॉन्ट, स्विमिंग पुल और एक होटल भी है।
चॉकलेट हिल्स से जुड़ी किंदंतियां
इस पहाड़ी से जुड़ीं तीन किंदंतियां भी हैं। पहली किंवदंती के अनुसार यहाँ दो राक्षसों के बीच झगड़ा हुआ था। उन्होंने एक-दूसरे पर कीचड़, चट्टान और बालू से हमला किया। कई दिनों तक वे लड़ते रहे और अंत में जब थक गए तो झगड़ना बंद कर दिया। लेकिन कीचड़, पत्थर और बालू वहीं रहे जो हजारों साल बाद पहाड़ी में बदल गए।
दूसरी किंवदंती बहुत रोमांटिक है। कहा जाता है कि एक अरोगो नाम के एक युवा और शक्तिशाली राक्षस को एक बार एलोया नाम के एक लड़की से प्यार हो जाता है। दोनों की शादी हो जाती है लेकिन कुछ दिनों बाद बीमार होकर लड़की की मौत हो जाती है। इससे राक्षस काफी दुखी हो जाता है और फूट-फूटकर रोता है। उसके आंसू गिर-गिरकर जमीन पर ढेर हो गए जिससे चॉकलेट हिल्स बनी।
तीसरी किंवदंती में कहा जाता है कि कारमेन की समतल भूमि कभी राक्षसों के बच्चों के लिए खेल का मैदान थी। एक दिन उन्होंने एक प्रतियोगिता का आयोजन किया।
उनके बीच प्रतियोगिता थी की जो ज्यादा केक बनाएगा, वह जीत जाएगा। उन्होंने कीचड़ और बालू का केक बनाया और उसे धूप में सूखने रख दिया। हालाँकि, प्रतियोगिता समाप्त होने से पहले, बच्चों को घर बुला लिया गया। थोड़ी देर के बाद, जब वे घर से आए तो देखा कि उनके केक पक गए हैं लेकिन उन्होंने अपनी कलाकृति को नहीं तोड़ने का फैसला किया और वैसे ही रहने दिया जो बाद में चॉकलेट हिल्स बन गई।