बाज़ार ऐसी जगह को कहते हैं जहाँ पर किसी भी चीज़ का व्यापार होता है। बाज़ार में कई बेचने वाले एक जगह पर होतें हैं ताकि जो उन चीज़ों को खरीदना चाहें वे उन्हें आसानी से ढूँढ सकें। हमारे देश भारत के हर कोने और गलियों में बाज़ार देखने को मिल जाते हैं लेकिन कुछ बाज़ार ऐसे भी हैं जो बहुत ही अनोखे हैं।
आज इस पोस्ट में हम आपको देश के कुछ ऐसे ही अनोखे बाज़ारों के बारे में बताने जा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं :-
इमा कैथेल, मणिपुर – Ima Keithel Manipur
मणिपुर की राजधानी इंफाल को पारंपरिक, सांस्कृतिक और खेल के लिए जाना जाता है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी पहचान, यहां स्थित एशिया की सबसे बड़ा ऑल इंडिया वीमेन मार्केट। महिलाओं की इस मार्केट को इमा कैथेल, मदर्स मार्केट, नुपी कैथेल के नाम से भी जाना जाता है।
इस बाजार में 5,000 से अधिक महिला दुकानदार हैं। 500 साल पुराना यह बाज़ार राज्य का सबसे बड़ा बाजार है। यह बाज़ार मणिपुर की राजधानी इम्फाल के केंद्र में स्थित है।
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जोनबील मार्केट, असम – Jonbeel Market Assam
15वीं शताब्दी में शुरू हुआ यह बाजार अलग-अलग जनजातियों में एकता लाने के लिए खूब चलता है। जोनबील असमिया के दो शब्दों ‘जोन‘ और ‘बील‘ से मिलकर बना हैं, जिनका अर्थ क्रमशः “चंद्रमा” और “आर्द्र भूमि” होता है।
बाज़ार लगने से पहले, मानव जाति की भलाई के लिए एक अग्नि पूजा (अग्नि पूजा) की जाती है। मेले की शुरुआत जूनबील आर्द्रभूमि में सामुदायिक मछली पकड़ने से होती है।
इसका विषय पूर्वोत्तर भारत में फैले स्वदेशी असमिया समुदायों और जनजातियों के बीच सद्भाव और भाईचारा है। ये बाज़ार हफ्ते में बस तीन दिन ही खुलता है। इसकी शुरुआत माह के तीसरे सप्ताह के वृहस्पतिवार से शनिवार तक होती है।
फ्लोटिंग मार्केट, कश्मीर – Floating Market Kashmir
यह भारत में एक तरह का फ्लोटिंग मार्केट है और दुनिया का दूसरा। प्रसिद्ध डल झील पर तैरता बाजार कम से कम दो शताब्दी पुराना है। डल झील के अंदर एक तैरती हुई सब्जी मंडी है जो कि काफी प्रसिद्ध है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि डल झील की इस सब्जी मंडी में सब्जियां खरीदने के लिए लोग नाव से आते हैं। बाजार हर दिन सुबह 5-7 बजे के बीच खोला जाता है।
अत्तर मार्केट, उत्तर प्रदेश – Attar Market Uttar pradesh
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में अत्तर मार्केट 650 से अधिक परफ्यूमरीज हैं। कन्नौज और उसका बाज़ार हर्षवर्धन के समय से ही अपने इत्र और अत्तर के लिए जाना जाता है, जिससे ये भारत और शायद एशिया में सबसे पुराना अत्तर बाज़ार बन चुका है।
इस शहर में प्रवेश करते ही आपको इसकी हवा में ही इत्र की खुशबू महसूस होने लगती है। इस शहर में इत्र का सबसे बड़ा कारोबार होता है।
सोनपुर मवेशी बाजार, बिहार – Sonepur Cattle Market
यह एशिया का सबसे बड़ा पशु बाज़ार है और गंगा तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दौरान इस बाजार को लगाया जाता है। यह एक महीने तक चलने वाला बाज़ार साथ ही एक मेला भी है।
इस बाज़ार की उत्पत्ति प्राचीन काल की है और ऐसा कहा जाता है कि चंद्रगुप्त मौर्य भी यहां से हाथी और घोड़े खरीदते थे। पशु जैसे: कुत्ते, भैंस, गधे, टू, फारसी घोड़े, खरगोश, हाथी, बकरी, पक्षी और कभी-कभी ऊंट की सभी नस्लों को सोनपुर बाजार में खरीदा जा सकता है।
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