कहा जाता है की अच्छी संगती और अच्छे विचार इंसान की प्रगति का द्वार खोल देते है। अल्बर्ट आइंस्टीन / Albert Einstein का हमेशा से यही मानना था की हम चाहे कोई भी छोटा काम ही क्यू ना कर रहे हो, हमें उस काम को पूरी सच्चाई और प्रमाणिकता के साथ करना चाहिये। तबी हम एक बुद्धिमान व्यक्ति बन सकते है।
अल्बर्ट आइंस्टीन का जीवन परिचय
क्र.म. | जीवन परिचय बिंदु | जीवन परिचय |
1. | पूरा नाम | अल्बर्ट हेर्मन्न आइंस्टीन |
2. | जन्म | 14 मार्च 1879 |
3. | जन्म स्थान | उल्म (जर्मनी) |
4. | निवास | जर्मनी, इटली, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड स्टेट्स |
5. | पिता | हेर्मन्न आइंस्टीन |
6. | माता | पौलिन कोच |
7. | पत्नी | मरिअक (पहली पत्नी)एलिसा लोवेन्न थाल (दूसरी पत्नी) |
8. | शिक्षा | स्विट्ज़रलैंड, ज्यूरिच पॉलीटेक्निकल अकादमी |
9. | क्षेत्र | भौतिकी |
10. | पुरस्कार | भौतिकी का नॉबल पुरस्कार, मत्तयूक्की मैडल, कोपले मैडल, मैक्स प्लांक मैडल, शताब्दी के टाइम पर्सन |
11. | मृत्यु | 18 अप्रैल 1955 |
पुरस्कार
1) भौतिका नोबेल पुरस्कार (1921)
2) Matteucci medal (1921)
3) Copley medal (1925)
4) Max planck medal (1929)
5) Time person of the century (1999)
सुविचार
Quote – दो चीजें अनंत हैं: ब्रह्माण्ड और मनुष्य कि मूर्खता; और मैं ब्रह्माण्ड के बारे में दृढ़ता से नहीं कह सकता।
Quote – जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की।
Quote – ईश्वर के सामने हम सभी एक बराबर ही बुद्धिमान हैं-और एक बराबर ही मूर्ख भी।
आइंस्टीन का दिमाग
आईंस्टाइन की मृत्यु के बाद उनके परिवार की इजाज़त के बिना उनका दिमाग निकाल लिया गया। यह कार्य Dr.Thomas Harvey द्वारा उनके दिमाग पर रिसर्च करने के लिए किया गया। 1975 में उनके बेटे Hans की आज्ञा से उनके दिमाग के 240 सैंपल कई वैज्ञानिकों के पास भेजे गए जिन्हें देखने के बाद उन्होने पाया कि उन्के दिमाग में cells की गिणती आम इन्सान से ज्यादा है|
एक पैथोलॉजिस्ट ने आइंन्स्टीन के शव परीक्षण के दौरान उनका दिमाग चुरा लिया था। उसके बाद वह 20-22 साल तक एक जार में बंद पढ़ा रहा।