अफ्रीकी के पूर्वी छोर पर स्थित इथियोपिया केवल शानदार प्राकृतिक नजारों से ही भरपूर देश नहीं है, यह देश अनेक अनोखी जनजातियों का घर भी है जिनकी समृद्ध परम्पराएं और अनुष्ठान भी कम हैरान करने वाले नहीं हैं।
हाल ही में लेबनान के फोटोग्राफर उमर रेडा ने दक्षिणी इथियोपिया की ओमो घाटी की यात्रा कर वहां बसने वाली तीन अलग-अलग ‘हमार, दसानेच और मुर्सी’ जनजातियों को अपने कैमरे में कैद किया।
रंगों से भरपूर उनके ये चित्र प्रत्येक जनजाति की अनूठी सांस्कृतिक पहचान और इनके लोगों द्वारा धारण किए जाने वाले सुंदर और अनूठे साजशृंगार किसी को भी हैरान कर सकते हैं।
जैसे कि मुर्सी जनजाति के लोगों की मशहूर लिप प्लेट्स (होंठ में फंसाई गोलाकार पट्टियां) और दसानेच जनजाति के लोगों का बोतलों के ऊपरी हिस्सों और घड़ी की पट्टियों से अपने लिए सजावटी चीजें बनाने का कौशल प्रमुख है।
अपने अभियान के कलात्मक उद्देश्य और प्रत्येक जनजाति द्वारा उनका दिल खोल कर स्वागत किए जाने का उल्लेख करते हुए हुए उमर ने बताया, मैं धरती पर मौजूद खूबसूरत सांस्कृतिक विविधता को लोगों के समक्ष लाना चाहता हूं। ये जनजातियां अभी भी अपनी परम्पराओं और संस्कृति को अपनाए हुए हैं।
उदाहरण के लिए मुर्सी जनजाति ने होंठ में प्लेट डालने की परम्परा उपनिवेशवाद और गुलामी के दौर में शुरू की थी। तब इस जनजाति की महिलाएं अपने होठों को काट कर उनमें बड़ी-सी प्लेट्स फंसा कर भद्दा रूप धारण करने लगी थीं ताकि वे गुलाम बनाई जाने से बच सकें।
वक्त के साथ यह परम्परा बदल गई और लिप प्लेट को सुंदरता का प्रतीक समझा जाने लगा। जितनी बड़ी प्लेट, लड़की को उतना ही अधिक सुदर माना जाता है। वह कहते हैं, एक अन्य दिलचस्प तथ्य पता चला कि हमार जनजाति की महिलाओं को सौभाग्य के लिए शादी के बाद नहाने की अनुमति नहीं होती है।