भारत में प्राकृतिक सुंदरता और संसाधनों की कोई कमी नहीं है। यहां पर प्रकृति की ऐसी-ऐसी चीजें देखने को मिलती हैं, जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं। भारत में रेगिस्तान, कल-कल बहती नदियां, वन-जीव और सुगंधित फूलों से भरे खूबसूरत गार्डन है।
आज इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेगें भारत के बेहद खूबसूरत उद्यानों के बारे में, तो चलिए जानते हैं:-
वृन्दावन गार्डन, कर्नाटक
वृन्दावन उद्यान भारत के कर्नाटक राज्य के मैसूर नगर में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। वृन्दावन गार्डन मैसूर से 20 कि.मी. दूर कृष्णराज सागर बांध के नीचे बनाया गया है।
हर वर्ष लगभग 20 लाख पर्यटकों द्वारा देखा जाने वाला यह उद्यान मैसूर के मुख्य आकर्षणों में से एक है। इस खूबसूरत गार्डन को कश्मीर के शालीमार गार्डन की तरह मुगल स्टाइल में बनाया गया है।
इस गार्डन का खास आकर्षण म्यूजिकल और डांसिंग फाउंटेन है। यह लोगों के लिए सुबह और शाम में खुलता है। यह गार्डन पूरी दुनिया में अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
सिम्स पार्क, कुन्नूर
सिम्स पार्क तमिलनाडु के हिल स्टेशन कुन्नूर का सबसे बड़ा आकर्षण है। इस उद्यान की स्थापना श्री जे डी सिम्स और मेजर मरे द्वारा 1874 में की गई थी। सिम पार्क में 1000 विदेशी पेड़-पौधे हैं।
फर्न्स, पाइन्स, मंगोलिया और कामेलिया जैसे पुराने और कम पाए जाने वाले पेड़ आपको यहां दिखेंगे। इस गार्डन में हर साल फ्रूट शो भी होता है।
गुलाब बाग, उदयपुर
गुलाब बाग उदयपुर का सबसे बड़ा और खुबसुरत गार्डन है। गुलाब बाग जिसे सज्जन निवास उद्यान के रूप में भी जाना जाता है, महाराणा सज्जन सिंह द्वारा 1850 के दशक के दौरान बनाया गया था। इसे 100 एकड़ जमीन पर बनवाया था।
गुलाब के फूलों की वजह से इस गार्डन का नाम गुलाब गार्डन रखा गया। इस गार्डन में आपको गुलाब के फूलों के इतने प्रकार मिल जायेंगे जो कहीं और देखने को नहीं मिलेंगे।
इस बगीचे की गिनती विश्व के खूबसूरत बगीचों में होती है। इस बगीचे के अंदर एक मिनी चिड़ियाघर भी है हालाँकि इस चिड़ियाघर में बहुत कम संख्या में जानवरों की प्रजातियां पाई जाती है।
हैंगिंग गार्डन, मुंबई
हैंगिंग गार्डन, कमला नेहरू पार्क के ठीक बगल में मालाबार हिल के ऊपर स्थित एक टैरेस गार्डन है। जिसे 1880 में श्री उल्हास गपोकर द्वारा बनाया गया था और यह सुंदर पार्क फ़िरोज़शाह मेहता को समर्पित हैं इसीलिए इस गार्डन को फ़िरोज़शाह मेहता गार्डन के रूप में भी जाना जाता है।
यह गार्डन बड़ी संख्या में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को शहर की दैनिक हलचल से दूर अपना कुछ समय शांत वातावरण और मनमोहक सुन्दरता में व्यतीत करने के लिए अपनी ओर आकर्षित करता है।
बॉटनिकल गार्डन, ऊटी
सन् 1847 में बोटानिकल गार्डन का निर्माण विलियम ग्राहम द्वारा, जॉर्ज हेय की देखरेख में किया गया था। 55 एकड़ में फैले इस खुबसुरत गार्डन में कई लॉन हैं जिनमें फूलदार पौधे, तालाबों में लिली के पौधे और कई औषधीय पेड़-पौधे मौजूद हैं।
गार्डन के छः मुख्य भाग हैं- लोअर गार्डन, न्यू गार्डन, इटैलियन गार्डन, कन्सर्वटॉरी जहाँ विलुप्त होती प्रजातियों को संरक्षित किया गया है, फाउंटेन टेरेस और नर्सरी।
दूर-दूर तक नज़र आते हरे घास के मैदान, रंग-बिरंगे अलग-अलग प्रजाति के फूल-पौधे और साफ़-खुशबूदार हवा, इस उद्यान का मुख्य आकर्षण हैं ।
इसके अलावा इस उद्यान में एक मंकी पज़ल ट्री (Monkey Puzzle Tree) नामक पेड़ है जिसपर स्वयं मंकी भी नहीं चढ़ सकते।
मुगल गार्डन, दिल्ली
भारत की राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के पीछे के भाग में स्थित मुगल गार्डन अकेला ऐसा उद्यान है, जहां विश्वभर के रंग-बिरंगे फूल देखने को मिलते हैं। यहां विविध प्रकार के फूलों और फलों के पेड़ों का संग्रह है।
13 एकड़ में फैले इस उद्यान में ब्रिटिश शैली के साथ – साथ मुगल शैली का मिश्रण दिखाई देता है। यह उद्यान चार भागों में बंटा हुआ है और चारों एक दूसरे से भिन्न हैं।
यहां कई छोटे-बड़े बगीचे हैं जैसे पर्ल गार्डन, बटरफ्लाई गार्डन और सकरुलर गार्डन, आदि।
लाल बाग, बैंगलोर
लाल बाग़ कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में स्थित एक ख़ूबसूरत बाग़ है। इस बाग का निर्माण कार्य हैदर अली ने 1760 में शुरू किया था और बाद में उनके बेटे टीपू सुल्तान ने इसे पूरा किया।
करीब 240 एकड़ भूभाग में फैले इस बाग में दूर तक फैली हरियाली, सैंकड़ों वर्ष पुराने पेड़, सुंदर झीलें, कमल के तालाब, गुलाबों की क्यारियाँ, सजावटी फूल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
लाल बाग़ में वनस्पतियों की 1000 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। यह स्थान बंगलोर के सुंदरतम स्थानों में से एक है जिसे लाल बाग बॉटनिकल गार्डन, या लाल बाग वनस्पति उद्यान कहते हैं।
लाल बाग के बीचोबीच शीशा निर्मित एक बड़ा ग्लास-हाउस है जहां वर्ष में दो बार, जनवरी और अगस्त में पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है।
रॉक गार्डन, चंडीगढ़
रॉक गार्डन ऑफ़ चंडीगढ़ एक शिल्पकृत गार्डन है। ये मुख्य रूप से नेक चन्द सैनी गार्डन के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण नेक चन्द सैनी ने करवाया था। पहले यह इतना बड़ा नहीं था लेकिन वर्तमान में यह लगभग 40 एकड़ में विस्तृत है।
इस गार्डन की खासियत यह है कि इसे टूटे हुए कांच, पुरानी चूड़ियों, टाइल्स, सिरेमिक बर्तन, इत्यादि से बनाया गया है।
आज पार्क में इन मूर्तियों के अलावा, वॉटरफॉल, क्रिएटिव वॉल, स्विंग्स, एक बड़ा एक्वेरियम, रचनात्मक दीवारें, एक विशाल मछलीघर है जो प्राचीन रोमन एक्वाडक्ट्स से मिलते जुलते हैं।
ट्यूलिप गार्डन, श्रीनगर
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन भारत में अपनी तरह का एक अनूठा उद्यान है। यह श्रीनगर में जबरवान रेंज की तलहटी में स्थित है।
यह एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन के रूप में प्रसिद्ध है। यह उद्यान 2007 में खोला गया था। कहा जाता है यहां ट्यूलिप फूलों की 70 से भी अधिक वैरायटीज पाई जाती हैं।
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इंडियन बोटेनिकल गार्डन, कोलकाता
इंडियन बोटेनिकल गार्डन कोलकाता के हावड़ा जिले के शिबपुर में है। यह गार्डन हुगली नदी के किनारे पर बना हुआ है। यहाँ 1700 अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे लगाए गए हैं।
बोटेनिकल गार्डन ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1787 में बनाया गया था। इस गार्डन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ पर विश्व का सबसे चौड़ा बरगद का पेड़ है जो 14,500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है।
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