अमेरिकी संसद के सीनेट में दाहिनी ओर के एक मेज का दराज हमेशा टॉफियों और चॉकलेट से भरा रहता है। मीठा पसंद करने वाले सीनेटर इस ‘कैंडी डैस्क’ का लाभ कभी भी ले सकते हैं। हालांकि, इसे डैमोक्रेट्स का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि यह ‘कैंडी डैस्क’ सीनेट में रिपब्लिकन्स वाले हिस्से में है।
‘कैंडी डैस्क’ की परम्परा 1965 में शुरू हुई, जब सीनेटर जॉर्ज मर्फी हमेशा अपने सहयोगियों के लिए अपने मेज की दराज में कैंडी रखा करते थे। 1971 में उनके सीनेट छोड़ने के बाद उनके उत्तराधिकारियों ने इस परम्परा को जारी रखा। चैम्बर में खाने पर भले ही पाबंदी हो, लेकिन कोई भी चॉकलेट्स से दूर नहीं रहना चाहता है।
इस परम्परा की शुरूआत एक ऐसे व्यक्ति ने की जिसे मीठा खूब पसंद था और वह हमेशा इन्हें अपने पास रखता था। फिर उसने पाया कि उसका कैंडी और चॉकलेट से भरे दराज वाला मेज रुकने, मुंह मीठा करने तथा गुफ्तगू करने की एक लोकप्रिय जगह बन गया है।
मर्फी का मेज चैम्बर के सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले प्रवेश द्वार के निकट है। जिस ढंग से सीनेट में सीटें विभाजित हैं। ‘कैंडी डैस्क’ के कभी भी डैमोक्रेट्स के पास जाने की सम्भावना नहीं है। इस बात में भी सभी की रुचि रहती है कि किस सीनेटर को ‘कैंडी डैस्क’ मिलेगा।
इसका हकदार वह सीनेटर होता है जिसे सीनेट में सबसे ज्यादा वक्त हो चुका हो। इस मेज को जीतने वाला सीनेटर आमतौर पर अपने राज्य की कंफैक्शनरी इंडस्ट्री के संकेत को अपने डैस्क पर लटकाता है और कैंडी डैस्क में रखने के लिए केंडी और चॉकलेट उसी के राज्य की कंफैक्शनरी इंडस्ट्री दान करती है।
यद्यपि सीनेटर्स द्वारा 100 डॉलर से ज्यादा मूल्य के उपहार प्राप्त करने पर पाबंदी है, यह रोक उन उत्पादों पर लागू नहीं होती जो उनके गृह राज्य में निर्मित हों और जिन्हें तीसरे पक्ष को दिया जाए। पैट टूमी से पहले ‘कैंडी डैस्क’ पर बैठने वाले मार्क किर्क ने इसे मार्स बार, मिल्की वे, जैली बेलीज से भर दिया था। जो सभी उनके राज्य इलिनोइस में बनने वाली कंफैक्शनरी हैं।
उनसे पहले ‘कैंडी डैस्क’ पर पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार जॉन मैक्केन शामिल रहे हैं। पैट टूमी को यह सीट अंतिम वर्ष ही मिली है। वह कहते हैं, सभी जानते हैं कि पैंसिलवेनिया अमेरिका की कैंडी राजधानी है।
यह एकदम सही है कि मुझे कैंडी मैन बनाया गया। उनका राज्य 200 कंफैक्शनरी कम्पनियों का केंद्र है और वह अपने ‘कैंडी डैस्क’ को भर कर रखते हैं। यहां तक कि डैमोक्रेट्स भी कैंडी डैस्क पर आते हैं। उन्होंने भी कैंडी और चॉकलेट्स रखनी शुरू कर दी हैं लेकिन उन्हें उन पर अपनी जेब से खर्च करना पड़ता है।
Read in English:-
The popular ‘candy desk’ of the American Parliament
Read More:
ममी को मिला नया अवतार, लगा नया सिर!