Thursday, November 21, 2024
23.7 C
Chandigarh

गणतंत्र दिवस- यह 21 बच्चे राष्‍ट्रीय वीरता पुरस्कार से किये जाएंगे सम्मानित

भारत में हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर बहादुर बच्चों को राष्‍ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार भारतीय बाल कल्याण परिषद ने 1957 में शुरु किये थे। पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है, और साथ ही इन बच्चों को विद्यालय की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है।

26 जनवरी को इस साल 21 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 13 लड़कों  और 8 लड़कियों  को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2018 के लिए चुना गया है। आइए जानते हैं, पुरस्कार प्राप्त करने वाले इन 21 बच्चों की लिस्ट:-

अनिका जैमिनी (उम्र – 8 साल)

राजस्थान की अनिका जैमिनी को अपनी किडनैपिंग के दौरान दिखाए साहस के लिए बापू गैधानी अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। किडनैपर अनिका को बाइक पे उठा कर ले जा रहा था। किडनैपर ने उस पर टॉर्चनुमा हथियार से कई वार भी किए, लेकिन वह बहादुरी से लड़ी और अनिका किडनैपर से बच निकली।

कैमिलिया केथी (उम्र – 12 साल)

मेघालय की कैमिलिया कैथी को उसकी बहादुरी के लिए बापू गैधानी अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। 6 जुलाई 2017 को कैमिलिया के घर में आग लग गई थी। उसने बहादुरी दिखाते हुए मानसिक रूप से अस्वस्थ बड़े भाई को आग से बचाया था।

सीतू मलिक (उम्र – 14 साल)

ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक दूरस्थ गांव के सीतू मलिक को अपने चाचा को मगरमच्छ के हमले से बचाने के लिए अदम्य साहस के लिए बापू गैधानी अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। सीतू मलिक ने सूझ-बूझ दिखाते हुए तालाब में घुसे एक मगरमच्छ के पंजे से अपने चाचा बिनोद मलिक की जान बचाई थी।

मुस्कान और सीमा (उम्र – 17 और 14 साल)

हिमाचल प्रदेश की दो दोस्त मुस्कान और सीमा को उनकी बहादुरी के लिए बापू गैधानी अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। उनको स्कूल जाने के समय रस्ते में कुछ लड़के रोज छेड़ते थे, और उन पर भद्दे कमेंट भी पास करते थे। जब यह हर दिन होने लगा, तो उनको सबक सिखाने के लिए दोनों ने कराटे क्लास जॉइन की। इसके बाद दोनों ने उसी जगह जाकर उन युवकों की जमकर पिटाई की। वे उन को पुलिस स्टेशन लेकर गईं और एफआईआर दर्ज़ करवाई।

गुरुगा हिमा प्रिया (उम्र – 8 साल)

गुरुगा हिमा प्रिया को उसकी बहादुरी के लिए भारत अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। 10 फरवरी 2018 को हथियारबंद आतंकियों ने जम्मू के सुंजवन सैन्य कैंप पर हमला बोला था। हमला होने के बाद दोनों ने खुद को घर के अंदर बंद कर लिया। आतंकियों ने उनके आंगन में एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें प्रिया घायल हो गई, लेकिन उसने आतंकियों को लंबे समय तक बातचीत में मशगूल रखा और आतंकियों से खुद को अपनी मां और दो छोटी बहनों को बचाने में सफल रही।

सौम्यदीप जाना (उम्र -13 साल)

सौम्यदीप जाना को उसकी बहादुरी के लिए भारत अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। सुंजवन आर्मी स्टेशन में आतंकी हमले के दौरान आतंकियों ने सौम्यदीप के घर का मुख्य दरवाजा तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सौम्यदीप ने स्टील के बक्से से बैरिकेडिंग कर दी।

हमले के दौरान सौम्यदीप ने अपनी मां और बहन को एक कमरे में बंद कर दिया था और बाहर से ताला लगा दिया था। आतंकियों ने एक ग्रेनेड फेंककर एके 56 राइफल से फायरिंग कर दी। इस वजह से सौम्यदीप घायल हो गया और तीन महीने तक कोमा में रहा। उनका बायां हिस्सा पैरालाइज्ड है। घटना के चलते उनके देखने और सुनने की शक्ति भी क्षीण हो गई।

26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर विशेष, “झण्डा ऊँचा रहे हमारा” कविता, वीडियो सहित

निशिता नेगी (उम्र -15 साल)

दिल्ली की निशिता नेगी को गीता चोपड़ा अवार्ड (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जायेगा। अंडर 17 फुटबॉल टीम की सदस्य के रूप में नितिषा पसिफिक स्कूल गेम्स के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थीं। जहां 10 दिसंबर 2017 को एक बीच में टूर्नामेंट के बाद सागर की बड़ी लहर कुछ लोगों को बहा ले गई। नितिषा ने अपनी दोस्त को पानी में फंसा हुआ देखा। यह देखकर वह पानी में कूद गई और अपनी दोस्त को बचाने में सफल रही, लेकिन उसने अपनी जान खो दी।

गोहिल जयराज सिंह (उम्र- 6 साल)

गुजरात के गोहिल जयराज को उसकी बहादुरी के लिए संजय चोपड़ा अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। गोहिल अपने दोस्त के साथ खेल रहा था, तभी एक तेंदुए ने उसके दोस्त पर हमला कर दिया। अपने दोस्त को खतरे में देखकर गोहिल ने पत्थर उठाया और तेंदुए पर फेंक दिया, लेकिन तेंदुए ने पकड़ नहीं छोड़ी। इसके बाद गोहिल ने अपनी खिलौना कार तेदुंए की तरफ फेंकी, जिसकी आवाज सुनकर तेंदुआ भाग गया।

मंदीप कुमार पाठक (उम्र – 13)

दिल्ली के मंदीप कुमार पाठक को उसकी बहादुरी के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। उसने अपनी जान खतरे में डालकर सुलगे हुए पटाखों से तीन बच्चों की जान बचाई थी।

झीली बाग (उम्र – 8)

ओडिशा की झीली बाग को उसकी बहादुरी के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। ओडिशा के सोनपुर जिले के तरभा इलाके की इस बच्ची ने अपनी बहन को कुएं के अंदर से बचाया था।

विश्वजीत पुहान (उम्र – 10)

ओडिशा के विश्वजीत पुहान को उसकी बहादुरी के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के बालीकुदा इलाके के इच्छापुर गांव में पांच साल की एक लड़की का खेलते वक्त पैर केनाल के अंदर फिसल गया। वहां पर मौजूद दूसरी एक और लड़की के चीकने की वजह से पास मौजूद विश्वजीत पुहान ने पानी में छलांग लगाकर डूब रही बच्ची को बचाया था।

रंजीता माझी (उम्र – 12)

ओडिशा की रंजीता माझी को उसके साहस के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। ओडिशा के कालाहंडी जिले के तुरिकेजीगुड़ा गांव की रंजिता माझी ने बाल्य विवाह जैसी कुप्रथा के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए, अपने से देढ़ गुना बढ़े एक शराबी व्यक्ति से अपनी शादी को खुद तोड़ा था।

श्रीकांत गंजीर (उम्र – 10)

छत्तीसगढ़ के श्रीकांत गंजीर को उसकी बहादुरी के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। उसने अपनी सूझबूझ और बहादुरी से अपने दोस्त आशीष नेताम (9 वर्ष) को तलाब में डूबने से बचाया था।

कुंवर दिव्यांश सिंह (उम्र – 13)

उत्तर प्रदेश के कुंवर दिव्यांश सिंह को उसकी बहादुरी के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। उसकी छोटी बहन को साड़ मार रहा था। साड़ से लड़ते हुए उसकी तीन हड्डियां टूट गयी थी, और तीन महीने तक इलाज चला।

अन्य बच्चे

कर्नाटक के सीडी कृष्णा नायक (15), छत्तीसगढ़ के रितिका साहू (13) और झगेन्द्र साहू (11), मणिपुर के वाहेंगबम लमगांबा सिंह (13), केरल के शिगिल के (13) और अश्विन सजीव (10) को उनकी बहादुरी के लिए सामान्य राष्ट्रीय वीरता अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा।

यह भी पढ़ें:-

मलाणा गाँव- रहस्यमयी व सबसे पुराना गणतंत्र

Related Articles

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

15,988FansLike
0FollowersFollow
110FollowersFollow
- Advertisement -

MOST POPULAR