यह जानकर हर कोई हैरान होगा कि दुनिया में एक गाँव ऐसा भी है जहाँ मर्दों की ऐंट्री पर बैन है यानि उनके लिए वहाँ कोई भी जगह नहीं है। यह गाँव केन्या के समबुरू इलाक़े का उमोजा गाँव है. यह गाँव काँटों की बाड़ में घिरा हुआ है।
यह बेहद अनूठा है क्योंकि यहाँ केवल महिलाएँ हैं। अफ़्रीका में “सिंगलसैक्स” समुदाय वाला यह इकलौता गाँव है जहाँ पुरूषों के रहने पर पाबंदी है। पिछले 26 वर्षों से यहाँ केवल महिलाएँ ही रहती आ रही हैं।
समाज सेविका रेबेका लोलोसोली (Rebecca Lolosoli) ने वर्ष 1990 में इस गाँव को 14 ऐसी महिलाओं के रहने के लिए चुना था जिनके साथ स्थानीय ब्रिटिश जवानों ने बलात्कार किया था। इसके बाद यह गाँव पुरूष-प्रधान समाज में हिंसा का शिकार हुई औरतों के रहने का ठिकाना बन गया। इसके बाद बलात्कार, बाल-विवाह, घरेलू-हिंसा और अन्य शोषणों से दुखी व त्रस्त औरतें रह रही हैं।
केन्या की राजधानी नैरोबी से 380 कि.मी. दूर समबुरू प्रांत के इस गाँव में इस समय लगभग 250 महिलायें और बच्चे रह रहे हैं। इस गाँव की औरतें घरेलू हिंसा और घर में उनकी आश्रितों वाली स्थिति के ख़िलाफ़ हैं।
यह महिलाऐं गाँव में प्राथमिक पाठशाला, सांस्कृतिक केंद्र तथा सामबुरू राष्ट्रीय उद्यान देखने आने वाले पर्यटकों के लिए कैंपिंग साईट चला रहीं हैं। वे कमाई के लिए पारंपरिक आभूषण बना कर भी बेचती हैं।
गावं की महिलाओं को इन संस्थाओं से नियमित आमदनी होती है जिससे उनकी कपड़े, भोजन तथा रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरा होती हैं। गाँव के सभी बच्चे स्कूल जाते हैं और महिलाओं को भी पढ़ने-लिखने के लिए प्रेरित किया जाता है।
इस गाँव के अपने नियम हैं जिन्हें पूरा करना आवश्यक है। महिलाओं का पारंपरिक परिधान तथा आभूषण पहनना आवश्यक है।
हालांकि गाँव की औरतें पशुओं को चराने या अन्य किसी काम के लिए पुरूषों की सेवाएँ ले सकती हैं।