गोथार्ड बेस सुरंग स्विस आल्प्स पर्वत के बीचो-बीच में से निकलने वाली दुनिया की सबसे लंबी रेल सुरंग है जो कि स्विट्जरलैंड में है. इस सुरंग की कुल लंबाई 57.09 किलोमीटर है. यह सुरंग 1 जून 2016 से शुरु कर दी गयी है लेकिन इसकी सार्वजनिक सेवा दिसंबर 2016 से शुरु होगी. इसका मुख्य उद्देश्य रूस और इटली के बीच व्यापार बढ़ाना, माल ढुलाई के लिए और बढ़ती गाडियों की संख्या से होने वाले पर्यावरण नुकसान को कम करना है. दूसरा फ़ायदा यह है कि यात्रीयों को ज़्यूरिख़ से मिलान और लूगानो जाने के लिए बहुत ही कम समय लगेगा. ज़्यूरिख़ स्विट्ज़रलैंड का सबसे बड़ा शहर है. यह शहर स्विट्ज़रलैंड का व्यवसाय एवं संस्कृति का मुख्य केन्द्र है.
गोथार्ड बेस सुरंग के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
- यह सुरंग दुनिया की सबसे लंबी रेलवे सुरंग है और इसकी लंबाई 57 किलोमीटर है.
- इसकी कुल लम्बाई 57.09 किलोमीटर है जबकि दूसरी अन्य सुरंगों एवं रास्तों को मिलकर इस रूट की कुल लम्बाई 151.84 किलोमीटर है.
- गोथार्ड बेस सुरंग को दो भागों में बाँटा गया है.
- इस सुरंग को बनाने की लागत 74 अरब है.
- इस टनल का काम पूर्ण करने में 17 साल लगे है.
- इसका मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में परिवहन सुविधा को और बेहतर बनाना है.
- 11 दिसंबर 2016 को इस टनल को सावर्जनिक उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा.
- यह उरी एवं टिसिनो को जोड़ने वाली तीसरी सुरंग है.
- इन ट्रैक पर ट्रेन अधिकतम 250 किमी/घंटे की स्पीड तक दौड़ सकेंगी.