संयुक्त अरब अमीरात अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर उद्घाटन के लिए तैयार है। यह मंदिर एक पारंपरिक हिंदू पूजा स्थल है जिसे संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था द्वारा बनाया जा रहा है ।
यह मंदिर संयुक्त अरब अमीरात में सांस्कृतिक विविधता और सहिष्णुता का प्रतीक है, साथ ही भारत और यूएई के बीच गहरे संबंधों को भी दिखाता है। 14 फरवरी को पीएम मोदी इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे। दोनों देशों में मौजूद हिंदू समुदाय के लिए यह मंदिर बेहद महत्व रखता है।
बीएपीएस मंदिर सहयोग, विश्वास और विविधता में एकता की शक्ति का एक प्रमाण है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करेगा। पश्चिम एशिया का यह सबसे बड़ा मंदिर होगा। यह पूरी तरह से पत्थर का बना है।
इस लेख में हम जानेगें इस मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में, तो चलिए शुरू करते हैं।
- इस मंदिर की ऊंचाई 108 फीट, लंबाई 262 फीट और चौड़ाई 180 फीट है। मंदिर अबू धाबी में ‘अल वाकबा‘ नाम की जगह पर 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है, हाइवे से सटा अल वाकबा अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर है।
- मंदिर में नक्काशी के माध्यम से प्रामाणिक प्राचीन कला और वास्तुकला को पुनर्जीवित किया गया है। ऐतिहासिक मंदिर का काम समुदाय के समर्थन, भारत और यूएई के नेतृत्व से आगे बढ़ रहा है।
- मंदिर में स्वामी नारायण, अक्षर पुरुषोत्तम, राधा-कृष्ण, राम-सीता, लक्ष्मण, हनुमान, शिव-पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, पद्मावती- वेंकटेश्वर, जगन्नाथ और अयप्पा की मूर्तियां होंगी।
- यह पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर होगा जिसमें 10,000 लोगों की क्षमता होगी। इसकी अन्य वास्तुशिल्प विशेषताओं में शामिल हैं दो घुमट (गुम्बद), सात शिखर (संयुक्त अरब अमीरात में सात अमीरात के प्रतीक), 12 समरन और 402 स्तम्भ इसमें बलुआ पत्थर की इमारत की पृष्ठभूमि में संगमरमर की नक्काशी की गई है।
- मंदिर भारत में कुशल कारीगरों द्वारा तराशे गए 25,000 से अधिक पत्थरों से बना है। प्रत्येक शिखर के भीतर रामायण, शिव पुराण, भागवतम, महाभारत की कहानियों और जगन्नाथ, स्वामीनारायण, वेंकटेश्वर के जीवन को चित्रित करने वाली नक्काशी है।
- डोम ऑफ हार्मनी पांच प्राकृतिक तत्वों- पृथ्वी, जल,अग्नि, वायु और अंतरिक्ष को प्रदर्शित करता है। यहां घोड़ों और ऊंट जैसे जानवरों की नक्काशी भी है, जो संयुक्त अरब अमीरात का प्रतिनिधित्व करती है।
- भारतीय दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक, यूएई में तकरीबन 26 लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां की आबादी का लगभग 30% हिस्सा है।
- यूएई सरकार ने अबू धाबी में मंदिर बनाने के लिए 20,000 वर्ग मीटर जमीन दी थी। यूएई सरकार ने साल 2015 में उस वक्त ऐलान किया था, जब प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय दौरे पर वहां गए थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने 2018 में दुबई के दौरे पर वहां के ओपेरा हाउस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने मंदिर की आधारशिला रखी थी।