इंदौर के खंडवा के खालवा में बस स्टैंड पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब असली किन्नर किन्नरों का वेश धारण किये युवकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे और उनके कपडे फाड़ दिए. करीब एक घंटे तक चले इस घटनाक्रम का लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
खंडवा के खालवा के जीन मोहल्ला में कुछ किन्नर चार पहिया वाहन से पहुंचे और वसूली करने लगे। वे एक घर में पहुंचे तो महिला ने उन्हें 20 रुपए दिए। इस पर किन्नर उससे 200 रुपए मांगने लगे। महिला ने जब रुपए नहीं होने का कहते हुए जाने को कहा तो वे उसे धमकाने लगे।
किन्नरों ने महिला से कहा कि रुपए नहीं दिए तो वे बच्चे को अगवा कर लेंगे। महिला घबरा गयी और उसने अपने एक परिचित को फोन कर बुला लिया। परिचित युवक मौके पर पहुंचा तो नकली किन्नर उससे भी बहस करने लगे। जब उसने उन्हें जाने को कहा तो वे उससे मारपीट करने लगे। इस युवक को उन पर शक हुआ और उसने तत्काल अपने एक मित्र को कॉल का बुलाया, जो किन्नरों को जानता था।
उसका दोस्त जब मौके पर पहुंचा तो नकली किन्नर भागने की फिराक में थे। उसने तत्काल असली किन्नरों को कॉल किया और कहा कि यहां कुछ किन्नर वसूली कर रहे हैं और मन मुताबिक रुपए नहीं मिलने पर मारपीट कर रहे हैं। आप इन्हें समझा दो। इस पर असली किन्नरों ने कहा कि हमने आज उस क्षेत्र में किसी को नहीं भेजा है। आप उन पर नजर रखो हम मौके पर पहुंच रहे हैं।
असली किन्नरों की बात मान कर युवक नकली किन्नरों का पीछा करने लगे और असली किन्नरों को लोकेशन बताते रहे। इस दौरान जब नकली किन्नर जब सिंगोट में उगाही कर रहे थे, तभी असली किन्नर वहां पहुंच गए और इन्हें रोककर पूछताछ की। जब उन्हें इनके नकली होने का पता चला तो इन्होंने युवकों की पिटाई शुरू कर दी और छनेरा के किन्नरों को सूचना दी।
चूंकि खालवा क्षेत्र छनेरा के किन्नरों के अधिकार क्षेत्र में आता है इसलिए छनेरा के किन्नर भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद खंडवा वाले किन्नरों ने छनेरा वाले किन्नरों को उनके हवाले कर दिया और वापस लौट गए। इसके बाद छनेरा का एक किन्नर उनकी गाड़ी में बैठ गया और कहा कि जहां से उगाही की है वहीं पर चलो, अब उन्हीं के सामने सबक सिखाएंगे। इसके बाद असली किन्नर इन्हें खालवा बस स्टैंड लेकर पहुंचे।
खलवा बस स्टैंड पर असली किन्नरों ने पहले तो नकली किन्नरों को जमकर पीटा और फिर जब वे भागने लगे तो उनका पीछा कर पीटते हुए कपड़े उतार दिए। उनका गुस्सा इस कदर था कि उन्हों ने युवकों के एक-एक कर सारे पकड़े फाड़ दिए और जो हाथ में आया उसी से पीटा। इसके बाद नकली बने युवक बच्चों की दुहाई देकर माफ कर देने के लिए हाथ जोड़कर मिन्नतें करने लगे। इस पर असली किन्नरों ने उन्हें दुबारा इस तरह का काम न करने की बात कहकर जाने को कहा।
पिटाई के बाद असली किन्नरों ने दुकानदारों और लोगों से कहा कि हम किन्नर जबरन किसी से रुपए नहीं मांगते। हमारे गुरु हैं और जिस भी गुरु की संगत में हम रहते हैं, उन्ही के क्षेत्र में जाते हैं और लोगों ने गुजारे के लिए कुछ मांगते हैं। लोगों ने मर्जी से जो दे दिया उसी में खुश रहते हैं किसी को परेशान नहीं करते। इसलिए जब भी कोई किन्नर के नाम पर जबरन वसूली करे तो सचेत हो जाएं, क्योंकि वह नकली किन्नर हो सकता है।
देखें वीडियो दैनिक भास्कर पर