Saturday, December 21, 2024
13 C
Chandigarh

गेलिलियो गैलिली के बारे में रोचक तथ्य और जानकारी

गैलीलियो गैलिली एक इतालवी खगोलशास्त्री, भौतिक विज्ञानी और गणितज्ञ थे। उनका जन्म 15 फरवरी 1564 को इटली के पीसा में हुआ था। उन्हें “अवलोकनात्मक खगोल विज्ञान “(observational astronomy) “आधुनिक भौतिकी ” और “आधुनिक विज्ञान” का जनक भी कहा जाता है।

उनके पिता विन्सौन्जो गैलिली उस समय के जाने माने संगीत विशेषज्ञ थे। वे ‘ल्यूट’ नामक वाद्य यंत्र बजाते थे, यही ल्यूट नामक यंत्र बाद में गिटार और बैन्जो के रूप में विकसित हुआ। उनकी माता का नाम जूलिया (Giulia) था। सात भाई बहनों में गैलीलियो सबसे बड़े थे।

galileio-galilei

  • गैलीलियो गैलीली एक चिकित्सक बनना चाहते थे। जब वे 16 वर्ष के थे तब उन्होंने चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए पीसा विश्वविद्यालय में दाखिला लिया लेकिन अपनी रुचि के विपरीत होने के कारण उन्होंने अध्ययन बीच में ही छोड़ दिया और एक खगोल वैज्ञानिक के रूप में काम किया।
  • गौलीलियो ने वैज्ञानिक कोपर्निकस के नियम पर प्रयोग शुरू किया था। कोपर्निकस एक ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्होंने सबसे पहले बताया था कि पृथ्वी गोल है और पृथ्वी समेत सभी ग्रह सूर्य के ईर्द-गिर्द चक्कर लगाते हैं। कोपर्निकस को इस खोज के कारण कट्टर ईसाइयों ने जिंदा जला दिया था। लेकिन गौलीलियो ने इसे फिर से सिद्ध किया और बताया कि ब्रह्माण्ड का सभी गृह सूर्य का चक्कर लगाते हैं।
  • उन्होंने टेलीस्कोप की मदद से साबित किया कि चांद एक चिकनी सतह वाला गोला नहीं है, बल्कि उसमें खड्डे और पहाड़ हैं। उन्होंने जूपिटर के चार उपग्रहों की खोज भी की और शनि ग्रह के इर्द गिर्द घूमते छल्लों को पहली बार देखा। हालांकि तब उन्हें लगा था कि ये छल्ले कोई और ग्रह हैं।
  • 1610 में गैलीलियो बृहस्पति के चार चंद्रमाओं की खोज थी। इन चंद्रमाओं का नाम उनके नाम पर “गैलीलियन चंद्रमा” रखा गया था। ये चार चंद्रमा हैं लो, यूरोपा, गेनीमेड और कैलिस्टो। “गैलीलियन चंद्रमाओं” में सबसे बड़ा गेनीमेड है। इस प्रकार उन्होंने पृथ्वी के अलावा किसी अन्य ग्रह की परिक्रमा करने वाले पहले ज्ञात चंद्रमाओं की खोज की थी।
  • उन्होंने यह भी खोज की कि जितने तारे हम नग्न आँखों से देखते हैं दूररबीन से देखने पर उनकी संख्या बहुत अधिक है।
  • वास्तव में गैलीलियो ने दूरबीन का आविष्कार नहीं किया था। हंस लिपरही (Hans Lipperhey) नामक एक डच फिल्म निर्माता ने दूरबीन का आविष्कार किया था, लेकिन इसमें सुधार करने के लिए गैलिलियो ने अनेक प्रयास किए और दूरबीन की देखने की क्षमता को बढ़ा दिया।
  • गैलीलियो गैलीली एक महान चित्रकार भी थे, उन्होंने अपनी ब्रह्माण्ड खोजों के अतिरिक्त समय ड्राइंग और पेंटिंग कौशल के लिए बिताया, जिसमें निस्संदेह उन्हें अपने टेलीस्कोप द्वारा खोजे गए स्थलों की व्याख्या करने में बहुत सहायता मिली।
  • यह एक महत्वपूर्ण तथ्य है कि गैलिलियों ने जीवनभर शादी नहीं की। गैलीलियो के मरीना गाम्बा नाम की एक महिला से तीन बच्चे हुए, जिनसे उन्होंने कभी शादी नहीं की। उनकी बेटियों के नाम वर्जीनिया और लिविया था और बेटे का नाम सेलेस्टा था
  • गैलीलियो गैलीली के अविष्कारों को लेकर एक बार आइंस्टीन ने कहा था कि उनके अविष्कार खगोल विज्ञान और भौतिकी की वास्तविक शुरुआत का प्रतीक है। यह गैलीलियो ही थे जिन्होंने सर्वप्रथम आकाश में एक दूरबीन की सहायता से बह्माण्ड को देखा और उनकी खोजों ने ब्रह्मांड की हमारी सोच और समझ को पूरी तरह से परिवर्तित कर दिया।
  • अमेरिका ने इस महान खगोलशास्त्री की याद में “गैलीलियो” नामक मानवरहित अंतरिक्ष यान लॉन्च किया था। अंतरिक्ष यान को बृहस्पति और उसके चार चंद्रमाओं का अध्ययन करने का काम सौंपा गया था।
गैलीलियो" नामक मानवरहित अंतरिक्ष यान
गैलीलियो” नामक मानवरहित अंतरिक्ष यान
  • गैलीलियो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने बताया कि आकाशगंगा तारों से बनी है।
  • गैलीलियो के कार्य जिसका उनके जीवनकाल में चर्च द्वारा विरोध किया गया था, को उनकी मृत्यु के बाद चर्च द्वारा मान्यता दी गई। आधुनिक युग में 20वीं सदी के पोप पायस XII और जॉन पॉल द्वितीय ने गैलीलियो के साथ चर्च के व्यवहार पर खेद व्यक्त करते हुए आधिकारिक बयान दिए थे ।
  • गैलीलियो केप्लर के इस सिद्धांत के ख़िलाफ़ थे कि चंद्रमा के कारण पृथ्वी पर ज्वार-भाटा आता है। उनका मानना था कि वे पृथ्वी के घूमने के कारण आते थे।
  • उनकी पुस्तक “सिडेरियस नुनसियस” या “द स्टाररी मैसेंजर” पहली बार 1610 में प्रकाशित हुई थी, जिससे वह प्रसिद्ध हो गए।
  • गैलीलियो के बारे में एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि आइजैक न्यूटन का जन्म उसी वर्ष हुआ था जिस वर्ष गैलीलियो की मृत्यु हुई थी। न्यूटन ने पिंडों की गति पर बहुत काम किया और गैलीलियो के विचारों को आगे बढ़ाया।
  • यूरोप ने नागरिक नेविगेशन की एक वैश्विक उपग्रह प्रणाली विकसित की थी। उन्होंने 17वीं शताब्दी के महान वैज्ञानिक के सम्मान में इसका नाम “गैलीलियो” रखा था। गैलीलियो एक वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली है जिसे यूरोपीय संघ द्वारा बनाया गया था। इसमें 24 मुख्य उपग्रह और 6 बैकअप उपग्रह शामिल हैं जो संपूर्ण उपग्रह प्रणाली का निर्माण करते हैं।
गैलीलियो एक वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली
  • गैलीलियो की पुस्तक “डायलॉग कंसर्निंग द टू चीफ वर्ल्ड सिस्टम्स” को चर्च द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालाँकि पुस्तक पर से प्रतिबंध इसके मूल प्रकाशन के लगभग 200 साल बाद 1835 में चर्च द्वारा हटा दिया गया था।
  • गैलीलियो ने गति के विज्ञान (कीनेमेटिक्स) पर 20 साल का लंबा अध्ययन किया था और “द लिटिल बैलेंस” नामक एक पुस्तक प्रकाशित की।
  • गैलीलियो आकाश को देखने के लिए दूरबीन का उपयोग करने वाले पहले व्यक्ति नहीं थे। ध्यान दें कि थॉमस हैरियट एक अंग्रेज दूरबीन से आकाश का निरीक्षण करने वाले पहले व्यक्ति थे। हालाँकि दोनों के बीच एकमात्र अंतर यह है कि गैलीलियो ने आकाश के अपने अवलोकनों से कुछ महत्वपूर्ण निष्कर्ष भी निकाले, जो हैरियट निकालने में असमर्थ थे। गैलीलियो अपने अवलोकनों के लिए प्रसिद्ध हुए जिससे दुनिया को खगोलीय पिंडों की बेहतर समझ मिली।
  • गैलीलियो अल्बर्ट आइंस्टीन के पसंदीदा वैज्ञानिक थे।

Related Articles

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

15,988FansLike
0FollowersFollow
110FollowersFollow
- Advertisement -

MOST POPULAR