OMG: क्या अपने देखी है कभी ऐसी नदियाँ, जहाँ पानी नही रेत बहता हैं

प्रकृति बहुत सुंदर और अदभुत है. इसके रंग निराले है. कभी-कभी प्रकृति ऐसे दृश्यों, संयोगों या घटनायों का निर्माण करती हैं जो हमें हैरत में डाल देते हैं और सोचने को मजबूर कर देते हैं कि क्या यह वास्तव में हैं या कोई सपना है. आज हम ऐसी एक घटना लेकर आए है जहां अचानक रेत की नदी बहने लगी है.

https://www.youtube.com/watch?v=vpkDsnsk30o

जी हाँ हम बात कर रहे है इराक के रेगिस्तानी इलाकों की. यह वीडियो उस समय की है जब रेगिस्तानी इलाकों में भारी बारिश और ओले गिरे थे. दरसल रेगिस्तानी इलाकों में ऐसी घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं. लेकिन ऐसी नदियों को बहुत कम लोग ही देख पाते हैं. क्योंकि ऐसी नदी या तो बहुत कम समय के लिए बनती हैं या तो बहुत ही छोटी होती है. ऐसा माना जाता है कि ऐसी रेतीली नदियाँ लगभग आधे घंटा या एक घंटे तक ही बहती है.

डिजिटल उपकरणों से इन 10 उपायों से बचाएं अपनी आँखों को

आजकल ज्यादातर लोग अपना समय लैपटॉप, टेबलेट्स और मोबाइल फ़ोनों पर गुजारते हैं. लेकिन उनको यह पता नहीं होता कि डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल से उनकी आँखों पर कितना बुरा असर पड़ता है. अगर आप अपनी आँखों को इन उपकरणों से होने वाले बुरे असर से बचाना चाहते हो तो यह 10 उपाय आपके लिए मददगार सिद्ध होंगे.

आँखों के व्यायाम करें

अगर आप अपनी आँखों को लगातार डिजिटल उपकरण पर चिपकाए रखते हैं या बिना पलक झपके एक टक मोबाइल या कंप्यूटर की स्क्रीन को देखते रहते हो. तो आपकी आँखों पर बहुत बुरा असर पड़ता है. इससे बचने के लिए आपको डिजिटल उपकरण पर ज्यादा से ज्यादा लगातार 20 मिनट्स बिताने चाहिए और फिर नई स्थिति में आकर डिजिटल उपकरण इस्तेमाल करना चाहिए.

अपने डिजिटल डिवाइसेस से कुछ इंच की दूरी पर बैठें

दृष्टि विशेषज्ञों का मानना है कि आपको अपने डिजिटल उपकरण से एक बांह जितनी दूरी पर बेठना चाहिए. अगर आप डेस्कटॉप पर काम कर रहे हैं तो आप में और डेस्कटॉप में दूरी एक बांह जितनी होनी चाहिए.

अपनी आँखों को प्रकृतिक उजाले में रखें

कुछ समय डिजिटल उपकरण पर समय बिताने के बाद बगीचे में या शांत प्राकृतिक जगह पर टहलने के लिए निकल जाएँ. ऐसा करने से आपकी आँखें द्वारा प्रकृति से जुड़ जाएंगी. जिससे आपके स्वभाव में भी सुधार आएगा और आपको नींद भी अच्छी आएगी.

अपनी डिजिटल स्क्रीन के प्रकाश को समायोजित करें

आपको अपने डेस्कटॉप, लैपटॉप या मोबाइल फोन की स्क्रीन की रौशनी अपनी आँखों के अनुसार समायोजित करनी चाहिए. अगर आप कम रौशनी वाले कमरे में काम कर रहे हैं तो आपको आपने डिजिटल उपकरण की रौशनी भी कम कर लेनी चाहिए.

अपने डिवाइसेस की चमक कम कर लें (Reduce glare from your device screen)

ऐसा आप कई उपायों से कर सकते हैं, जैसे की स्क्रीन को साफ़ रख कर, कम वोल्टेज वाले बल्बों का इस्तेमाल करके, खुली खिड़की से दूर बैठकर कर सकते हैं.

अपने डॉक्टर से विशेष चश्मे लगाने की सलाह लें

आपका चिक्तिसक आपको विशेष चश्मे पहनने की सलाह दे सकता है. इन विशेष चश्मों से आप पर कंप्यूटर या किसी डिजिटल उपकरणों से निकलने वाली किरणों का कोई असर नहीं होगा.

अच्छे आहार के माध्यम से अपनी आँखों की रक्षा करें

एक अच्छा भोजन आपकी आँखों को डिजिटल उपकरणों से होने वाले हानिकारक प्रभावों से बचाता है. आपकी आँखों के लिए यह भोजन बहुत अच्छे होते हैं जिनमें विटामिन C, विटामिन A और ओमेगा-3 पोषक तत्व होते हैं.

अपनी डिजिटल स्क्रीन को अपने आँख के स्तर से 5 इंच नीचे रखें

ऐसा करने से आपकी नेत्रगोल्क(eyeballs) का बढ़ा हिस्सा आपकी पलकों द्वारा सुरक्षित कर लिया जाता है. जिससे आपकी आँखों पर डिजिटल उपकरण की स्क्रीन से निकलने वाली रौशनी का बुरा असर नहीं पड़ता.

नियमित रूप से काम के बीच ब्रेक लो

नेत्र विशेषज्ञों का मानना है कि 2 घंटे डिजिटल उपकरण पर व्यतीत करने के बाद आपको 15 से 20 मिनट्स के लिए आराम करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी आँखें तो सुरक्षित रहेंगी ही बल्कि आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा.

अपने डिजिटल डिवाइसेस के उपयोग को सीमित करो

आपको डिजिटल डिवाइसेस का उपयोग भी सीमित रखना चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो कम से कम रात को सोने से पहले अपने सारे डिजिटल उपकरणों को बंद कर दें.

लकम्मा देवी मंदिर: इस मंदिर में चढाई जाती है चप्पलों की माला!

मंदिरों में लोग माथा टेकने के साथ-साथ चढ़ावा भी चढाते हैं. लोग चढ़ावे में मुख्यतः फूलों की मालाएं, प्रसाद या जिसके पास अधिक पैसा होता है वह सोना-चांदी का चढ़ावा चढाते हैं. लेकिन भारत में एक ऐसा मंदिर भी है जहां देवी-देवताओं को फूलों की माला नहीं, बल्कि चप्पलों की माला चढ़ाई जाती है.

lakamma-devi-temple-karnatakaजी हां, कर्नाटक के गुलबर्ग जिले में स्थित लकम्मा देवी का मंदिर है. इस मंदिर के बाहर नीम का एक पेड़ है, मां के भक्त मंदिर के बाहर नीम के पेड़ पर चप्पल टांगते हैं. यहां के लोगों का मानना है कि उनके द्वारा चढ़ाई गई चप्पल को पहनकर माँ रात भर घूमती है, जिससे चप्पल चढ़ाने वाले की सारी इच्छाएंदुख-दर्द दूर हो जाते हैं.
दरअसल, हर साल दीपावली के बाद आने वाली पंचमी के दिन इस मंदिर में मेले का आयोजन किया जाता है, उस दिन देश के हर कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर में पहुंचते हैं. इस दिन श्रद्धालु मंदिर में मन्नत मांगते हुए, मंदिर में लगे नीम के पेड़ पर चप्पल की माला बांधते हैं.

 मान्यता

गांव वालों का कहना है कि देवी मां एक बार गांव की पहाड़ी पर टहल रही थी तभी दुत्तारा गांव के देवता की नजर देवी मां पर पड़ी. उसके बाद दुत्तारा गांव के देवता ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. देवी मां ने उनसे बचने के लिए अपने सिर को जमीन में धंसा लिया था. लकम्मा देवी का मंदिर उसी स्थान पर बनाया गया है. माता की मूर्ति को उसी व्यवस्था में रखा गया है और लोग आज भी देवी मां की पीठ की पूजा करते हैं.
लोगों का यह भी कहना है कि पहले इस मंदिर में बैलों की बलि दी जाती थी लेकिन सरकार द्वारा जानवरों की बलि पर रोक लगाने के बाद बलि देना बंद कर दिया था. लोगों का कहना है कि उसके बाद देवी माँ क्रोधित हो गई थी और उन्हें शांत करने के लिए यह परंपरा शुरू की गयी थी.

छुट्टियाँ बिताने के लिए उत्तम स्थान, शोजा गाँव

भागदौड़ भरी जिंदगी से बोर हो गए है और किसी एकांत वातावरण में छुट्टियाँ बिताने का विचार कर रहे है तो शोजा गाँव सबसे अच्छी जगह है. शोजा गाँव हिमाचल प्रदेश में जिला कुल्लू के औट नामक स्थान से केवल 40 किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक दृश्यों के बीच बसा एक खुबसूरत गावं है.

shoja village kull hills valleyयह गाँव शहर के शोर शराबे से दूर पहाड़ों और जंगलों के मनोहारी वातावरण के मध्य स्थित है. यहाँ लकड़ी से बने सुंदर घर के बाहर अपने दोस्तों के साथ घंटों बैठकर प्राकृतिक दृश्यों का आनन्द ले सकते हैं. यहाँ खुले में आग जलाकर सेंकने का आनन्द (bone fire) लेना अपने आप में एक सुखद अनुभव होता है.

शोजा गाँव

अगर आप अपने दोस्तों के साथ थोड़े समय के लिए किसी अच्छी जगह पर छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो शोजा गाँव छुट्टियों को बिताने के लिए सबसे अच्छी जगह है. शोजा जगह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पड़ती है. शोजा एक छोटा सा गाँव है. यह गाँव प्राकृति के अदभुत दृश्यों से भरपूर है. यह गाँव खूबसूरत वादियों से, बर्फ के पेड़ों से ढका हुआ बहुत ही सुंदर गाँव है.

शोजा कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग द्वारा:

शोजा गाँव पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको मंडी से कुल्लू राष्ट्रीय उच्च मार्ग द्वारा औट पहुंचना होगा. औट नामक स्थान मंडी से 40 किलोमीटर दूर है. औट से शोजा गाँव की दूरी केवल 39 किलोमीटर है.

हवाई मार्ग द्वारा:

भुन्तर नामक स्थान पर हवाई पट्टी स्थित है. यहाँ के लिए शिमला,चंडीगढ़ ,धर्मशाला से हवाई सेवाएं उपलब्ध हैं. भुन्तर से वाया औट होते हुए शोजा की दूरी केवल 59 किलोमीटर है. यहाँ के लिए हमेशा बस सुविधा उपलब्ध हैं. भुन्तर से शोजा गाँव के लिए टैक्सी सेवा भी उपलब्ध है. एक तरफ का किराया लगभग 1000 रुपए है.

शोजा में रहने की सुविधा

शोजा में कुछ एक ही गैस्ट हाउस हैं. जिनमें एक रात रहने का खर्च 500 से 1000 रूपये आ सकता है. अगर आप ज्यादा सुविधाओं वाला गैस्ट हाउस चाहते हो तो आपको एक रात ठहरने का खर्च लगभग 3 से 4 हज़ार रूपये के करीब आ सकता है. यह गैस्ट हॉउस लकड़ी के बने हुए हैं और इनमें सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं. शोजा गांव आने से पहले यहाँ के गैस्ट हाउस में बुकिंग पहले से ही करा लेना बेहतर है क्योंकि सीजन के समय यहाँ के गैस्ट हाउस हमेशा व्यस्त रहते हैं.

भोजन की सुविधा

शोजा गाँव में भोजन की अच्छी और सस्ती सुविधा उपलब्ध है. चाय और कॉफ़ी ठण्ड की लिहाज से अच्छे पेय हैं.

यात्रा का उत्तम समय:

शोजा गाँव पूरे वर्ष यात्रा के लिए खुला रहता है लेकिन यहाँ पर घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से लेकर नवम्बर तक होता है. शोजा में बहुत सारे स्थान हैं जैसे कि छोटे पुल, झरने, ट्रैकिंग के लिए पहाड़. लकड़ी से बने मेज व कुर्सियां यहाँ पर बैठ कर आप अपनी शाम को ओर भी खूबसूरत बना सकते हैं. प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर स्थान जलौड़ी दर्रा यहाँ से केवल पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहाँ एक खूबसूरत वॉटरफॉल भी है. यह स्थान ट्राउट मछली पकड़ने (trout fishing) के लिए भी प्रसिद्ध है.

कहाँ ठहरें

शोजा नामक गाँव में रहने के लिए कई आरामदायक स्थान मौजूद हैं. यहाँ एक राजा गैस्ट हॉउस भी है. यहाँ छह साधारण लेकिन सुविधाजनक कमरे हैं. राजा गैस्ट हॉउस का मोबाईल नम्बर (09418550549; Tariff: INR 600-1,000) है.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) 2016 पुरस्कारों की सूची!!

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2016 पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. इस साल आईसीसी पुरस्कारों में भारतीय ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया है. अश्विन ने इस साल का “क्रिकेटर ऑफ द ईयर” और “टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर” पुरस्कार अपने नाम किया. अश्विन एकमात्र भारतीय खिलाड़ी है जिसने आईसीसी टेस्ट टीम में स्थान प्राप्त किया. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को आईसीसी एकदिवसीय टीम का कप्तान चुना गया है. 2016 आईसीसी पुरस्कारों की संपूर्ण जानकारी इस प्रकार है :-

2016 आईसीसी पुरस्कार के विजेताओं की सूची :

क्रम संख्या पुरस्कार खिलाड़ी देश
1. आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर रविचंद्रन अश्विन भारत
2. आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर रविचंद्रन अश्विन भारत
4. आईसीसी Women’s T20I क्रिकेटर ऑफ द ईयर सूजी बेट्स न्यूजीलैंड
5. आईसीसी T20, वर्ष का सर्वश्रेष्ठ T20 प्रदर्शन कार्लोस ब्रेथवेट वेस्ट इंडीज
6. आईसीसी इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर मुस्तफिजुर रहमान बांग्लादेश
8. आईसीसी एसोसिएट/संबद्ध क्रिकेटर ऑफ द ईयर मोहम्मद शहजाद अफगानिस्तान
9. आईसीसी स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवार्ड मिस्बाह-उल-हक़ पाकिस्तान
10. आईसीसी अंपायर ऑफ द ईयर मराइस इरासमस दक्षिण अफ्रीका

ICC वर्ष की पुरुषों की टीम 2016: आईसीसी 2016 की एकदिवसीय टीम का चयन 14 सितम्बर 2015 से 20 सितम्बर 2016 के बीच खिलाड़ियों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर हुआ है. इस टीम का चयन राहुल द्रविड़, गैरी कर्स्टन और कुमार संगकारा ने किया हैं.

1. डेविड वार्नर, ऑस्ट्रेलिया
2. क्विंटन डि काक , दक्षिण अफ्रीका
3. रोहित शर्मा, इंडिया
4. विराट कोहली (कप्तान), भारत
5. एबी डिविलियर्स, दक्षिण अफ्रीका
6. जोस बटलर, इंग्लैंड
7. मिशेल मार्श, ऑस्ट्रेलिया
8. रविंद्र जडेजा, भारत
9. मिशेल स्टार्क, ऑस्ट्रेलिया
10. कैगिसो रबादा, दक्षिण अफ्रीका
11. सुनील नारिने (Sunil Narine), वेस्ट इंडीज
12. इमरान ताहिर, दक्षिण अफ्रीका

सीटी स्कैन के माध्यम से पता चला की बुद्ध मूर्ति के अंदर एक मम्मी है!!!

प्राचीन बुद्ध मूर्ति के अंदर मिली 1000 साल पुराणी एक बुद्ध साधु की मम्मी

सीटी स्कैन के माध्यम से एक प्राचीन बुद्ध मूर्ति के अंदर एक बुद्ध साधु की मम्मी को खोजा गया. यह बहुत ही असाधारण रहस्य था. वैज्ञानिक यह जानते थे कि मूर्ति के अंदर मम्मी है. लेकिन फिर भी इस मूर्ति का डरेंट्स संग्रहालय (नेदरलैंड्स) के अनुरोध से सीटी स्कैन किया गया, जिससे यह पता चला की मूर्ति के अंदर बुद्ध साधु का कंकाल है. शोधकर्ताओं को मूर्ति के अंदर एक छिपा हुआ कागज भी मिला जिसके बाद पता चला कि मूर्ति के अंदर जो मम्मी थी वह प्राचीन बौद्ध गुरु का शरीर था. जो चीन में बहुत समय पहले मैडिटेशन स्कूल का गुरु था. कुछ लोगों का मानना था कि यह मम्मी ध्यान की बहुत उच्च अवस्था में थी.

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माधोपट्टी: एक अनोखा गाँव जिसमें 75 घर और 47 IAS अधिकारी हैं!!!

भारत एक विशाल देश है. यहाँ प्रतिभा की कोई कमी नहीं हैं. भारत के हर गाँव, मोहल्ले और शहर में आपको एक से बढ़कर एक प्रतिभाशाली लोग मिलेंगे. साथ ही, भारत में ऐसे लाखों लोग होंगे जिन्हें उपयुक्त माहौल व अवसर न मिलने के कारण उनका टैलेंट दब जाता है. इस सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए अभी काफी काम किया जाना बाकी है. खैर हम यहाँ हम बात एक अनोखे गाँव माधोपट्टी (Madho Patti) की कर रहे हैं.

माधोपट्टी गाँव ने को इतने आईपीएस, आईएएस और आईएस अधिकारी दिए हैं जितने भारत के किसी अन्य गाँव, यहाँ तक कि शायद किसी अन्य राज्य में भी नहीं हैं. आइए जानें जानते इस गाँव के बारे में कुछ और रोचक बातें.

माधोपट्टी गाँव उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में स्थित है. यह गांव भारत का एकमात्र ऐसा गाँव है जिसमें कुल 47 IAS(भारतीय प्रशासनिक सेवा) और PCS  अधिकारी हैं.

madho-patti-jaunpur-ias माधोपट्टीदेखने में तो यह मात्र 75 घरों वाला एक छोटा सा गांव हैं लेकिन जब आप इस गांव का इतिहास जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. वर्तमान में इस गांव के 47 आईएएस अधिकारी विभिन्‍न विभागों में मौजूद हैं. इस गाँव का योगदान यहीं तक ही सीमित नहीं है बल्कि यहाँ के लोग इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन), विश्‍व बैंक और अन्य विभागों के उच्च पदों पर मौजूद हैं.

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इतिहास

सबसे पहले सन 1914 में जाने-माने कवि वामिक जौनपुरी के पिता मुस्तफा हुसैन ने सिविल सेवा को ज्वाइन किया. 1952 में इस गांव के इन्दू प्रकाश सिंह का आईएएस परीक्षा में सिलेक्शन दूसरी रैंक के साथ हुआ. इसके बाद इन्दू प्रकाश सिंह से  प्रेरित होकर माधोपट्टी गाँव के हर लड़के या लड़की में अधिकारी बनने की होड़ सी लग गई.

गाँव एक एक बुज़ुर्ग राम नारायण मौर्य के अनुसार, “इस गाँव की एक अद्वितीय बात यह है कि माता-पिता अपने बच्चों को बचपन से ही ऑफिसर्स से मुकाबला करना और उनसे सीखना सिखाना शुरू कर देते हैं.  यह साथियों का दबाव (समूह दबाव; peer pressure) ही है जो बच्चों को शुरू से ही कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है. हर बच्चा पडोसी के बच्चे से बेहतर करना चाहता है और हम खुश हैं की हमारा गाँव श्रेष्ठता और सफलता की इस स्वस्थ दौड़ का हिस्सा है”.

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माधोपट्टी गाँव से बने पहले आईएएस इन्दू प्रकाश सिंह इंग्लैंड सहित दुनिया के कई देशों में भारत के राजदूत भी रहे. इस गाँव के चार सगे भाइयों ने आईएएस बनकर इतिहास रचा जो कि अब तक कीर्तिमान है. इनमें से एक भाई बिहार के चीफ सेक्रेटरी के पद से रिटायर हुए. माधोपट्टी गाँव के ही श्रीप्रकाश सिंह उत्तर प्रदेश के वर्तमान नगर विकास सचिव हैं.

माधोपट्टी गाँव के बेटों ने ही नहीं बल्कि गाँव की बेटियां ने भी आईएएस और आईसीएस (IRS; आंतरिक राजस्व सेवा) में अपना योगदान दिया है. अगर उच्च सेवाओं जैसे आईएएस और आईपीएस से नीचे की बात करें तो माधोपट्टी गाँव का लगभग हर सदस्य उच्च पदों पर मौजूद है.

सरकार को इस गाँव पर कई शौध करवाने की जरुरत है जिससे शिक्षा प्रणाली और व्यवस्था में व्यापक सुधार लाये जा सकते हैं.

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पानी ना पीने से आप करेंगे इन 10 समस्याओं का सामना

एक साधारण पानी का गिलास कॉफ़ी या सोडा कैन से ज्यादा संतुष्टिदायक होता है. एक बड़ा और ठंडे पानी का गिलास आपको तरोताजा कर देता है. लेकिन यह सब जानने के बाद भी हम दिन में बहुत कम पानी पीते हैं जिससे हमारे शरीर को प्रयाप्त पानी की मात्रा नहीं मिलती. यहाँ हैं ऐसे 10 लक्षण जिससे आपको पता चलेगा कि आप अपने शरीर में पानी की जरूरत को पूरा नहीं कर रहे.

पानी ना पीने से आपका मुँह सूखने लगता है

यह बात बहुत स्पष्ट है कि अगर आप पानी नहीं पियोगे तो आपका मुँह सूखने लगता है. हो सकता है कि आप इसको दूर करने के लिए कोई मीठा पेय पी लें. लेकिन इस समस्या का हल पानी पीने से ही निकलता है ना कि मीठा पेय पीने से.

आपकी त्वचा शुष्क हो जाती है

आपकी त्वचा आपके शरीर का सबसे बड़ा अंग है और आपकी त्वचा हमेशा हाइड्रेटेड रहनी चाहिए. असल में आपकी त्वचा का शुष्क होना आपको बड़ी समस्या की तरफ ले जाता है. पानी पीने से आपके शरीर में जमा अतिरिक्त गंदगी बाहर निकल जाती है.

अगर हम पानी ना पियें तो हम को पहले से भी ज्यादा प्यास लगने लगती है

अगर हम लंबे समय तक पानी ना पियें तो हमारे शरीर को पहले से भी ज्यादा पानी की जरूरत होने लग जाती है. आपका हाल फिर रेगिस्तान में घूमते उस अकेले व्यक्ति की तरह होगा जिसको पीने के लिए पानी चाहिए.

आपकी आँखें सूखने लगती हैं

पानी ना पीने से आपका मुंह और गला तो प्रभावित होता ही है लेकिन इसके साथ इसका बुरा प्रभाव आपके आँखों पर भी होता है. पानी के बिना आपकी आँखों की नलिकाएं सूख जाती हैं. जो आपकी आँखों को बड़ी समस्या की तरफ ले जाती हैं.

पानी ना पीने से आप जोड़ों के दर्द का अनुभव करते हो

हमारी उपास्थि और रीढ़ की हड्डी 80 प्रतिशत पानी से बनी होती है. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि हमारी हड्डियों को पानी की कितनी जरूरत पड़ती है.

आपकी मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं

आपके शरीर की मांसपेशियों को भी पानी की बहुत जरूरत होती है. जाहिर है, जितना कम आपके शरीर में पानी होगा उतना बुरा प्रभाव आपके शरीर की मांसपेशियों पर पड़ेगा. व्यायाम करने से पहले, व्यायाम करते समय और व्यायाम के बाद आपको पानी पीना चाहिए.

शरीर में पानी की कमी से आप लंबे समय तक बीमार हो सकते हैं

समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार पानी पीते रहने से आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते रहते हैं. आपके शरीर के अंग फिर एक मशीन की तरह अपशिष्ट उत्पादों को फिल्टर करते रहते हैं. लेकिन अगर आप पानी नहीं पियेंगे तो आपका शरीर अच्छी तरह से काम नहीं करेगा.

आपका शरीर थका हुआ और सुस्ती महसूस करेगा

जब आपका शरीरे निर्जलित(dehydrated) हो जाता है. तो आपका शरीर अपनी पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए खून से पानी उधार ले लेता है. जिससे आपका शरीर थका हुआ और सुस्ती महसूस करने लगता है.

आपको भूख महसूस होगी

जब आप निर्जलित रहते हैं तब आपके शरीर को अचानक से ज्यादा भूख लगने लगती है. यह दिन में किसी समय भी हो सकता है और आधी रात के समय भी हो सकता है. आपके शरीर में भूख की लालसा बढ़ती ही जाती है.

आप पाचन समस्याओं का अनुभव करोगे

निर्जलित रहने से आपके शरीर में पाचन की समस्याएँ भी बढ़ती जाएँगी. जब शरीर में पानी की पूर्ति लंबे समय तक नहीं होती तो शरीर में जमा अम्ल आपके शरीर के अंदर बड़ा नुक्सान पहुंचा सकता है.

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लोगों के गिरने की हास्यजनक वीडियो!

इस वीडियो में लोगों को खेलते-खेलते अचानक गिरते हुए दिखाया गया. जो बहुत ही हास्यजनक है. इस वीडियो को देखकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे.

 

दुनिया के 10 सबसे महंगे फोन!

फ़ोन हमारी रोज-मर्रा की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. सबसे सस्ते फ़ोन से लेकर सबसे महंगे फ़ोन तक फ़ोन को अलग अलग कीमतों में रखा जाता है.अब फ़ोन धीरे-2 कंप्यूटर मशीन की जगह ले रहा है.यहां हम दुनिया के 10 सबसे महंगे और लक्ज़री मोबाइल आपको बताने जा रहे हैं जिसकी कीमत देखकर आप हैरान हो जायेंगे.

 वेर्तू सिग्नेचर डायमंड

top-10-expensive-phones-Vertu-Signature-Diamondवेर्तू सिग्नेचर मोबाइल दुनिया के दस सबसे महंगे मोबिलों की सूची में दसवें नंबर पर है. वेर्तू मोबाइल लक्ज़री मोबाइल फ़ोनों में सबसे प्रसिद्ध है. यह फ़ोन प्लैटिनम का बना हुआ है और इसका प्रोसेसर हाथ से बना हुआ है न कि मशीन से.

आईफ़ोन प्रिंसेस प्लस

top-10-expensive-phones-iPhone-Princess-Plusआईफोन प्रिंसेस प्लस बाकी आइफोनों की तरह ही है.इसमें सबसे अलग बात यह है कि इस फ़ोन के डिजाईन को ऑस्ट्रिया के फेमस डिज़ाइनर पीटर अलोइस्सों ने बनाया है.इस फ़ोन में सोने के इलावा 138 प्रिंसेस कट और 180 शानदार कट हीरे लगे हुए हैं.

 ब्लैकडायमंड वीआईपीएन स्मार्टफोन

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इस फ़ोन का निर्माण जरेन गोह दुवारा किया गया था.इसमें विस्तृत दर्पण, पॉलीकार्बोनेट शीशा और अक कार्बनिक एलईडी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया. बात जब सोनी की आती है. तो कोई भी इसके स्क्रीन के नतीजों को चैलेंज नहीं कर सकता.इस फ़ोन की कीमत 3 लाख डोल्लर है.

 वेर्तू सिग्नेचर कोबरा

Vertu-Signature-Cobraवेर्तू सिग्नेचर कोबरा दुनिया का 7वां सबसे महंगा मोबाइल है.इस फ़ोन की बनावट ही इसको सब फ़ोनों से अलग बनती है.इस फ़ोन एक साइड पर कोबरा बना होता है. इस फ़ोन के डिजाईन को फ्रेंच के जोहरी ने बनाया था.इस फ़ोन में एक पार-कट हीरा, एक गोल सफेद हीरा और 439 मूंगे हैं.

 ग्रेस्सो लुक्सोर लॉस वेगास जैकपोट

Gresso-Luxor-Las-Vegas-Jackpotइस फ़ोन २००५ में स्विट्ज़रलैंड में स्थापित किया गया. इस फ़ोन को 180 ग्राम शुद्ध सोने बनाया गया है.इस फ़ोन का पिछला हिस्सा अफ्रीकन लकड़ी से बना हुआ है.जो 200 वर्षों से भी ज्यादा पुरानी है.ये लकड़ी बहुत महंगी है और इस फ़ोन की कीमत 10 लाख डोल्लर है.

डायमंड क्रिप्टो स्मार्टफ़ोन

Diamond-Crypto-Smartphoneयह स्मार्टफ़ोन विंडोज सीई पर आधारित है और इसको मशहूर डिज़ाइनर पीटर अलोइस्सों ने बनाया था और इस फ़ोन की कीमत 13 लाख डोल्लर है. इस फ़ोन में 50 हीरे लगे हुए हैं जिनमें 10 विरले नीले हीरे लगे हुए हैं. यह फ़ोन अपहरण से भी सुरक्षा प्रधान करता है.

 गोल्डविष ले मिलियन

GoldVish-Le-Millionगोल्डविष “ले मिलियन”, इम्मानुएल गुएइत दुवारा निर्मित है. इस फ़ोन को स्विट्ज़रलैंड में प्रदर्शित किया गया था. इस फ़ोन को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे महंगा फ़ोन होने के कारन अपना नाम दर्ज कराया.यह फ़ोन एक बोली में 13 लाख डोल्लर में बिका. इस फ़ोन में 18के वाइट सोना और 20 कैरेट के वीवीएस1 के हीरे लगे.

 आइफोन 3जी किंग्स बटन

kings-button-iphoneआईफोन ३जी किंग्स बटन दुनिया का तीसरा सबसे महंगा फ़ोन है.इस फ़ोन का डिजाईन भी ऑस्ट्रिया के जोहरी पीटर अलोइसों ने त्यार किया था.इस फ़ोन में 138 हीरे लगे हुए हैं. जिससे इस फ़ोन की कीमत 24 लाख डोल्लर तक पहुँच गई.इस फ़ोन में सबसे अलग बात इसका होम स्क्रीन बटन है जिसपर 6.6 केरट का हीरा लगा हुआ है.

 सुप्रीम गोल्डस्ट्राइकर आइफोन ३जी 32 जीबी

Supreme-Goldstriker-iPhoneयह फ़ोन दुनिया का दूसरा सबसे महंगा फ़ोन है.इस फ़ोन की कीमत 32 लाख डोल्लर है.यह फ़ोन २७१ ग्राम सॉलिड गोल्ड से बना हुआ है और इसकी फ़ोन की साइड स्क्रीन पर 53 हीरे लगे हुए हैं.इस फ़ोन का कवर 7.1 केरट से बना हुआ है. इस फ़ोन में ग्रेनाईट और कश्मीर गोल्ड भी लगा हुआ है.

 डायमंड रोज आईफोन 4 32जीबी

Diamond-Rose-iPhoneडायमंड रोज अब तक का बना सबसे महंगा फ़ोन है.इस फ़ोन की कीमत 80 लाख डोल्लर है. इस फ़ोन में 53 हीरों और रोज गोल्ड एप्पल का लोगो बनाया गया है और इस फ़ोन में 7.4 केरट गुलाबी हीरा भी लगा हुआ है.