आपको अपने शरीर की बाहर की अवस्था का अच्छी तरह से पता हो सकता है, लेकिन आपको इस बात का अंदाजा नहीं होगा कि आपके शरीर के अंदर क्या हो रहा है ? आपके शरीर के अंदर बहुत सारी ऐसी चीजें हो रही होती हैं जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी होती हैं. इस लेख में हम आपको बतायेंगे कि आपके शरीर के अंदर हर दिन क्या-क्या चमत्कार होते हैं.
- आपका दिल हर दिन 7571 लीटर खून को पंप करता है. दिल हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है
- आप दिन में 17,000 बार सांस लेते हो. ऐसा करते समय आप एक भी सांस के बारे में सोचते नहीं.
- हर दिन आपका शरीर हज़ारों बार यह सुनिश्चित करता है कि आप किसी तरह के कैंसर के संपर्क में ना आ जाएँ. हर दिन आपके शरीर की हजारों कोशिकाएं कैंसर के संपर्क में आ जाती हैं. लेकिन आपका शरीर इन कैंसर से ग्रस्त कोशिकाओं को रोकने के लिए एंजाइम छोड़ता है जिससे यह कैंसर से ग्रस्त कोशिकाएं घातक टयूमर बनने से पहले ठीक हो जाती हैं.
- आपका दिमाग बिना रुके पूरे दिन कुछ ना कुछ सोचता रहता है. आपके दिमाग में हर दिन लगभग 50,000 विचार आते है. लेकिन कई वैज्ञानिकों ने 60,000 विचार बताये हैं. इसका अर्थ है कि आपका दिमाग हर मिनट में 35 से 48 विचार सोचता है.
- आपके पेट में पायी जाने वाली कोशिकाएं हर मिलीसेकंड में एल्कलाइन पदार्थ का उत्पादन करती हैं. जिससे पेट में पैदा होने वाला एसिड बेअसर हो जाता है. अगर यह कोशिकाएं ऐसा ना करें तो आपका पेट खुद को ही पचा लेगा क्योंकि यह एसिड इतना शक्तिशाली होता है जिससे की यह एक धातु को भी पिघला दे.
- आप हर दिन 28,800 बार अपनी पलक झपकते हो. ऐसा करने से आपकी आँखें साफ़-सुथरी और नम रहती हैं. ऐसा करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि आपके द्वारा ली गयी 90 प्रतिशत सूचना दृश्य होती है.
- आपकी शरीर की ज्यादातर ऊर्जा आपके शरीर में गर्मी की वजह से खत्म हो जाती है. आपका शरीरदिन में उतनी गर्मी पैदा करता है जितने 25 लाइट बल्ब दिन में गर्मी पैदा करते हैं.
- लाल खून की कोशिकाएं(Cells), पूरे शरीर में अपना चक्कर सिर्फ 60 सेकंड में पूरा कर लेती हैं. इसका अर्थ आपके शरीर में हर लाल कोशिका हर दिन में 1,440 चक्कर लगाती हैं और अपने साथ साथ शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाती जाती हैं और आपके शरीर में ऊर्जा के संतुलन को बनाये रखती हैं. हर कोशिका की जिन्दगी 40 दिन की होती है, और उसके बाद एक नई कोशिका का जन्म होता है.
- आप हर दिन 10 लाख कोशिकाओं को अपने अंदर से छोड़ते रहते हैं और इनकी जगह आपका शरीर नई कोशिकाओं को लगा देता है.
- आपके सर के बाल हर दिन आधा मिलीमीटर बढ़ जाते हैं.
- औसतन लोग हर दिन औसतन 5,000 शब्द बोलते हैं.
- आपका जिगर हर दिन इतना व्यस्त होता है कि इसके द्वारा किये जाने वाले कामों को समझना भी असंभव होता है. जिगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल, विटामिन डी और ब्लड प्लाज्मा का भी उत्पादन करता है. आपका जिगर हर मिनट में 1.43 लीटर खून फ़िल्टर करता है और हर दिन 0.94 लीटर पित्त का उत्पादन करता है यह पित्त भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने का काम करती है.
- आपके मुंह में पायी जाने वाली ग्रंथी हर दिन 1.5 लीटर लार उत्पादन करती है. अगर यह लार पैदा ना करे तो आपका मुंह पूरी तरह से सूख जाएगा जिससे आपके पूरे मुंह में बैक्टीरिया भर जायेंगे और आप अपना भोजन नहीं पचा सकेंगे.
- औसतन आदमी का टेस्टिकल हर दिन 1 करोड़ नये स्पर्म पैदा करता है.
- आपके हर गुर्दे में 10 लाख छोटे छोटे फ़िल्टर होते हैं जो आपस में काम करते हैं. यह गुर्दे हर मिनट में 1.3 लीटर खून को फ़िल्टर करते हैं और हर दिन 1,872 लीटर खून का उत्पादन करते हैं. अगर आपको यह काफी नहीं लगता. यह गुर्दे हर दिन आपके शरीर में से 1.4 लीटर यूरिन को बाहर निकाल देते हैं.
- सोते समय आपकी लंबाई 8 मिलीमीटर तक बढ़ जाती है.
- आपका शरीर भोजन को मुंह में आने से पहले ही उसको पचाने की प्रक्रिया शुरू कर देता है क्योंकि जब आप भोजन की खुशबू लेते हो तो आपके मूंह में लार बनने लग जाती है. जो भोजन को पचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
- यह तथ्य बहुत ही दिलचस्प है आपके शरीर में हर दिन कोशिकाओं का पुनर्जन्म होता रहता है और यह सब कुछ अपने आप ही होता रहता है. इसका अर्थ हर 10 दिनों में आपकी नई स्वाद कलिकाएँ आ जाती हैं, 6-10 महीनों में आपके नये नाखून आ जाते हैं, 10 सालों में आपकी नई हड्डियां आ जाती हैं और हर 20 सालों में आपका नया दिल आ जाता है.
- इसके बाद भी अगर आप यह सोचते हैं कि आपके शरीर में कोई चमत्कार नहीं हो रहा , तो उन सभी चीजों के बारे में सोचिये जो आपके अंदर चमत्कारी ढंग से काम कर रही हैं






कई पर्वतोरोहियों ने माउंट एवरेस्ट में अंजान लोगों को देखने का दावा किया है। हो न हो ये वही मरे हुए लोग होंगे जिनके शव कभी बरामद नहीं हुए।
सी.वी. रमन का पूरा नाम चंद्रशेखर वेंकटरमन था और उनका जन्म 7 नवंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली नामक स्थान में हुआ था. सी.वी. रमन भारत के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें 1930 में भौतिकी शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. सी.वी. रमन के महान आविष्कारों में से एक प्रकाश पर गहन (Studied at the light) था. बाद में सी.वी. रमन द्वारा किए गए अविष्कार को “रमण प्रभाव” के रूप में जाना गया. 1954 ई. में उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया गया था 1957 में उन्हें लेनिन शान्ति पुरस्कार (Lenin Peace Prize) दिया गया था.
होमी जहांगीर भाभा, भारत के एक प्रमुख वैज्ञानिक थे जिन्होंने भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की कल्पना की थी. भाभा का जन्म अक्टूबर 1909 को मुंबई में हुआ था. उनके द्वारा किए गए महान आविष्कारों में से एक क्वांटम थ्योरी (Quantum Theory) है. होमी जहांगीर भाभा भारतीय परमाणु ऊर्जा के पिता के रूप में भी विख्यात हुए हैं. होमी जहांगीर भाभा ने भारत के महान वैज्ञानिक संस्थानों की स्थापना की हैं जैसे कि भाभा परमाणु अनुसंधान संस्थान (Bhabha Atomic Research Institute) और टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान (Tata Institute of Fundamental Research). उन्हें ‘आर्किटेक्ट ऑफ इंडियन एटॉमिक एनर्जी प्रोग्राम‘ भी कहा जाता है.
1955 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित विश्वेश्वरैया का जन्म मैसूर (कर्नाटक) के कोलार जिले में 15 सितंबर 1860 को एक तेलुगु परिवार में हुआ था. विश्वेश्वरैया भारत के महानतम, विद्वान और एक कुशल राजनेता थे. विश्वेश्वरैया के प्रसिद्ध आविष्कारों में Automatic Sluice Gates’ और Block Irrigation System’ हैं जिन्हें आजकल भी इंजीनियरिंग क्षेत्र में चमत्कार माना जाता है. उन्होंने 1895 में ‘कलेक्टर’ वेल्स के माध्यम से पानी फिल्टर करने का एक कारगर तरीके की खोज की थी जो कि शायद ही कभी दुनिया में कहीं देखा गया था. विश्वेश्वरैया की जन्म तिथि 15 सितंबर को उनकी यादगार के लिए भारत में अभियंता दिवस (Engineer Day) के रूप में मनाया जाता है.
श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर1887 को हुआ था. रामानुजन एक महान भारतीय गणितज्ञ थे. उनका गणितीय विश्लेषण (mathematical analysis), संख्या सिद्धांत (number theory) और अनंत श्रृंखला (Infinite series), के क्षेत्र में असाधारण योगदान रहा हैं. रामानुजन ने शुरू में अपने ही गणितीय शोध विकसित कि और इसे जल्द ही भारतीय गणितज्ञों द्वारा मान्यता दी गई थी.
सत्येन्द्र नाथ बोस का जन्म 1 जनवरी 1894 को कोलकाता में हुआ था. बोस भारतीय गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री हैं. बोस को “क्वांटम फिजिक्स” में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है. क्वांटम फिजिक्स में उनके अनुसंधान ने “बोस-आइंस्टीन स्टैटिस्टिक्स” और “बोस-आइंस्टीन कंडनसेट” सिद्धांत की नींव रखी थी. भौतिक शास्त्र में दो प्रकार के अणु माने जाते हैं – बोसान और फर्मियान. इनमे से बोसान सत्येन्द्र नाथ बोस के नाम पर हैं.
आर्यभट्ट भारत व् दुनिया के सबसे महान खगोलशास्त्रीयों (Kgolshastriyon) और गणितज्ञों में से एक थे. वर्तमान में भी उनके द्वारा किये गए आविष्कार (विज्ञान और गणित के क्षेत्र में) वैज्ञानिकों को प्रेरणा देते हैं. आर्यभट्ट का नाम उन व्यक्तियों में आता हैं जिन्होंने बीजगणित (एलजेबरा) का आविष्कार किया था. आर्यभट्ट ने अपनी प्रसिद्ध रचना ‘आर्यभटिया’ (गणित की पुस्तक) को कविता के रूप में लिखा. यह प्राचीन भारत की बहुचर्चित पुस्तकों में से एक है. आर्यभट्ट द्वारा लिखित आर्यभटिया’ पुस्तक में ज्यादातर जानकारी खगोलशास्त्र और गोलीय त्रिकोणमिति से सम्बंधित है. ‘आर्यभटिया’ पुस्तक में अंकगणित (Arithmetic), बीजगणित (algebra) और त्रिकोणमिति (trigonometry) के 33 नियम भी दिए गए हैं.
डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भारतीय वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे. अब्दुल कलाम ने भारत के सबसे महत्वपूर्ण संगठनों (डीआरडीओ और इसरो) में कार्य किया. उन्होंने वर्ष 1998 के पोखरण द्वितीय परमाणु परीक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. डॉ कलाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और मिसाइल विकास कार्यक्रम के साथ भी जुड़े थे. इसी कारण उन्हें ‘मिसाइल मैन’ भी कहा जाता है.
















कोलकाता उच्च न्यायालय भारत के सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है. इसकी स्थापना उच्च न्यायालय अधिनियम, 1861 के तहत 1 जुलाई 1862 को की गई थी. इस उच्च न्यायालय का अधिकार क्षेत्र पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक है. इस न्यायालय परिसर का निर्माण आर्किटेक्ट वाल्टर ग्रैनविले ने किया था. सन् 2001 में कलकत्ता का नाम बदल कर कोलकाता रखा गया.
मुंबई उच्च न्यायालय का उद्घाटन उच्च न्यायालय अधिनियम, 1861 के तहत 14 अगस्त 1862 को किया गया था. 1995 में बम्बई शहर का नाम बदल कर मुंबई रखा गया. मुंबई उच्च न्यायालय, चार्टर्ड उच्च न्यायालय और देश के सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है. मुंबई उच्च न्यायालय का अधिकार क्षेत्र महाराष्ट्र के अलावा गोवा, औरंगाबाद, नागपुर, दमन एवं दीव, दादरा एवं नगर हवेली तक है. मुंबई हाईकोर्ट का निर्माण 1862 में आर्किटेक्ट जे.ए फुलर ने किया था. यह मुंबई की सबसे बड़ी सरकारी बिल्डिंग है इसको बनाने की कुल लागत 16 लाख 44 हजार 5 सौ 28 रूपये आई थी. महात्मा गांधी जी ने भी 1891 में अपनी वकालत इसी उच्च न्यायालय से शुरू की थी.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का उच्च न्यायालय है. इस राज्य का उच्च न्यायालय मूल रूप से ब्रिटिश राज में भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम 1861 के अन्तर्गत 17 मार्च 1866 को आगरा में स्थापित किया गया था. इस उच्च न्यायालय के पहले न्यायाधीश सर वाल्टर मॉर्गन थे. सन् 1869 में इसे आगरा से इलाहाबाद स्थानान्तरित किया गया. 11 मार्च 1919 को इसका नाम बदल कर इलाहाबाद उच्च न्यायालय रख दिया गया. यह न्यायालय भारत में स्थापित सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है.
चेन्नई उच्च न्यायालय का उद्घाटन उच्च न्यायालय अधिनियम, 1861 के तहत 11 जून 1892 में हुआ. चेन्नई उच्च न्यायालय भारत-अरबी शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है इसका डिजाइन जे.डब्ल्यू ब्रसिंग्टन (Brassington) ने 1892 में तैयार किया था. बाद में प्रसिद्ध वास्तुकार हेनरी इरविन के मार्गदर्शन से इसे पूरा किया गया. यह उच्च न्यायालय चेन्नई में स्थित है. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा न्यायालय परिसर है.
हैदराबाद उच्च न्यायालय की स्थापना 5 नवंबर 1956 को आंध्र राज्य अधिनियम, 1953 के तहत की गई थी. यह न्यायालय परिसर लाल और सफेद पत्थरों से बना हुआ है. इस परिसर का निर्माण हैदराबाद के निजाम सप्तम मीर उस्मान अली खान ने किया था. हैदराबाद उच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य है.
महाराष्ट्र के शोलापुर में बाबा उमर की दरगाह में बहुत ही अजीबोगरीब परंपरा है। यहाँ हिंदू और मुस्लिम अपने बच्चों को करीब 50 फीट की ऊंचाई से नीचे फेंकते हैं और नीचे खड़े लोग उन बच्चों को चादर से पकड़ते हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से बच्चों का स्वास्थ्य और शरीर मजबूत होता है। यह परंपरा 700 साल से अधिक समय से चली आ रही है।
छत्तीसगढ़ के रतनपुर में स्थित शाटन देवी मंदिर से एक अनोखी परंपरा जुड़ी है। यहाँ मंदिर में लौकी चढ़ाई जाती है। यहाँ लोग अपने बच्चों की तंदुरुस्ती के लिए प्रार्थना करते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भी यहाँ लौकी चढ़ाता है उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है।
झारखंड के खुखरा गाँव में अनोखी परंपरा है जो पिछले 400 सालों से चली आ रही है। इस गाँव में एक पहाड़ पर बनीं हुई एक चाँद की आकृति है। गाँव के लोगों का मानना है कि चाँद की आकृति वाला ये पहाड़ गर्भ में पल रहे शिशु का लिंग बता देता है।
मध्य प्रदेश के उज्जैन के कुछ गांवों में सदियों से ये परंपरा चली आ रही है। इसमें लोग जमीन पर लेट जाते हैं और उनके ऊपर गायों को दौड़ा दिया जाता है। यह परंपरा दिवाली के अगले दिन एकादशी पर्व को निभाई जाती है।
उत्तरी कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बड़ी अजीब परंपरा है। जहाँ बच्चों को शारीरिक और मानसिक विकलांगता से बचाने के लिए जमीन में गले तक गाड़ दिया जाता है। इसके पीछे मान्यता यह है कि मिट्टी काफी पवित्र होती है और इस रिवाज के तहत बच्चों को 6 घंटों तक मिट्टी के अंदर रखा जाता है।
लीला नायडू ने 1954 में मिस इंडिया का खिताव अपने नाम किया था. उन्होनें हिंदी और अंग्रेजी फिल्मों में अभिनय किया है. उन्हें अपने समय की सभी हिन्दी फिल्म अभिनेत्रीयों से सुंदर माना जाता था. लीला नायडू को 1954 में ही वॉग पत्रिका द्वारा गायत्री देवी के साथ विश्व की दस सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में शामिल किया गया.
रीता फारिया पॉवेल ने 1966 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब अपने नाम किया था. एक साल मॉडलिंग की ऊंचाईयों को छूने के बाद रीता ने डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी की और इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाया. उन्होनें 1998 में फिर से वापसी करते हुए मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में बतौर जज भूमिका निभाई थी.
जीनत अमान हिंदी फिल्मों की महशूर अभिनेत्री हैं. उनको 1970 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल करने के बाद प्रसिद्धि मिली. उसके बाद उन्होंने 1970 के मिस एशिया पैसिफिक का ताज अपने नाम किया. इसके बाद उन्होनें मॉडलिंग और फिल्मों में कम करना शुरु किया था.
जूही चावला ने 1984 में मिस इंडिया का ताज अपने नाम किया था. जिसके बाद वह लाखों प्रशंसकों की प्रेरणा बनीं. जूही चावला भारतीय सिनेमा जगत में बहुत की लोकप्रिय अभिनेत्री है. जूही चावला ने हिन्दी के अलावा तेलगू, पंजाबी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, बंगाली भाषा की फिल्मों में भी काम किया है.
सुष्मिता सेन ने 1994 में मिस यूनिवर्स का ख़िताब जीता ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला थी. 1994 में ही उन्होंने मिस इंडिया का ख़िताब भी अपने नाम किया था. मिस इंडिया प्रतियोगिता में उन्होंने प्रसिद्ध अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन को हराया था. सुष्मिता ने ना केवल खुद को एक अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया बल्कि अकेले ही दो अनाथ लडकियों को भी अपनाया.
ऐश्वर्या राय बच्चन भारतीय सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री हैं. 1994 में मिस इंडिया प्रतियोगिता की उपविजेता रहने के बाद उसी साल उन्होंने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता जीती थी. वह दूसरी भारतीय महिला थी जिसने मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीता था. ऐश्वर्या राय बच्चन दुनिया भर में सबसे ज्यादा मान्यता प्राप्त भारतीय चेहरों में से एक है. ऐश्वर्या राय ने हिन्दी के अलावा तेलगू, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी फिल्मो मे भी काम किया है।
लारा दत्ता मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला है इससे पहले यह खिताब 1994 में सुष्मिता सेन ने जीता है. लारा ने वर्ष 2000 में मिस यूनिवर्स खिताब जीता है. 2011 में लारा दत्ता ने महेश भूपति से शादी की.
प्रियंका चोपड़ा हिन्दी फ़िल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री है. प्रियंका चोपड़ा ने 2000 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीता है. प्रियंका के बाद अब तक किसी भारतीय महिला ने यह ख़िताब नही जीता. अपने सफल फ़िल्म कैरियर की वजह से प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड की सबसे अधिक वेतन पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक है और भारत में सबसे लोकप्रिय हस्तियों में से एक बन गयी है.
तनुश्री दत्ता एक भारतीय मॉडल और अभिनेत्री हैं जिन्होंने हिंदी फिल्मों में ही अभिनय किया है. तनुश्री दत्ता ने 2004 में फेमिना मिस इंडिया का ख़िताब प्राप्त किया था और उसी वर्ष मिस यूनिवर्स के शीर्ष दस में भी जगह बनाई थी.