यहाँ चलता है औरतों का राज!

तो आप मानते हैं कि हमारा समाज पुरुष-प्रधान है. हो भी क्यों नहीं, यहाँ MIGHT IS RIGHT चलता है. यहाँ “पढ़े-लिखों” का जोर चलता है.

हम मानते हैं कि प्राचीन भारतीय समाज ने औरतों को सदा  ही एक सम्मानजनक दर्जा दिया है. और इसका प्रमाण चाहे रामायण हो महाभारत हो या अन्य कोई भी प्राचीन ग्रन्थ. लेकिन कलयुग के आते-आते महिलाओं प्रति सोच या यूं कहें तो इंसानियत के स्तर में गिरावट ही देखी गयी है.

लेकिन लगता है मेघालय की खासी जनजाति कुछ ज्यादा ही “अनपढ़” हैं. ये लोग मानते हैं कि औरतें ही परिवार और परम्परा को बेहतर तरीके से चला सकती हैं.

यह जनजाति महिला प्रधान है. यहाँ पूरी सम्पति परिवार की वरिष्ठ यानी सीनियर महिला के नाम पर रहती है. वरिष्ठ महिला के गुजरने के बाद यह सम्पति उसकी बेटी या परिवार की किसी वरिष्ठ महिला के नाम कर दी जाती है.

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खासी औरतें आइसक्रीम खाते हहुए

जरुरत पड़ने पर इस कबीले की महिला एक से ज्यादा पुरुषों के साथ विवाह कर सकती है. पुरुषों को अपने ससुराल में रहना पड़ता है. हाल ही में यहाँ के कई पुरुषों ने इस प्रथा में बदलाव की मांग की है. वे मानते हैं, कि वह महिलाओं को नीचा नहीं दीखाना चाहते बल्कि वे अपना बराबरी का हक मांग रहे हैं.

यहाँ बेटी के जन्म पर भारी जश्न मनाया जाता है जबकि बेटे के जन्म पर ख़ास उत्साह नहीं होता. यहाँ के बाज़ार और व्यवसाय पर अधिकतर महिलाओं का ही वर्चस्व होता है.

खासी समुदाय में परिवार की सबसे छोटी बेटी को विरासत में सबसे ज्यादा हिस्सा मिलता है. इसका कारण यह है कि सबसे छोटी बेटी को अपने माता-पिता,  बेगार और अन-व्याहे भाई-बहनों और सम्पति की देखभाल की जिम्मेवारी निभानी पड़ती है. छोटी  बेटी को खातदुह यानी “निभाने वाली” कहा जाता है.

दुनिया के शीर्ष 10 खतरनाक देश

हर साल विश्व शांति सूची(Global Peace Index), दुनिया के 162 बड़े देशों में से सबसे खतरनाक देशों की सूची बनाती है. यह काम बहुत जटिल होता है. इस सूची में हर एक देश के आंतरिक टकराव या बाहरी टकराव, उस देश के अपने पड़ोसी देशों से संबंध, राजनीति में अस्थिरता, आतंकवादी गतिविधियां, हत्या के मामले, जेलों में कैदी, न्यूक्लियर और भारी हथियार चलाने की योग्यता और बहुत सी चीजें देखी जाती हैं. यह हैं दुनिया के 10 सबसे खतरनाक रहने योग्य देश.

उत्तर कोरिया

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उत्तर कोरिया देश पर व्यापक रूप से दुनिया में सबसे खराब मानवाधिकार होने का आरोप है. यहां की सरकार लोगों पर सख्ती से राज करती है और लोगों के दैनिक जीवन के सभी पहलुओं को सरकार अपनी योजना के अनुसार बनाती है. एमनेस्टी नाम की अन्तर्राष्ट्रीय संस्था ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यहाँ पर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की कोई आजादी नहीं है और जो ऐसा करता है उसको मनमाने ढंग से सजा सुना दी जाती है.

पाकिस्तान

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पाकिस्तान जब से आजाद हुआ है यह देश सैन्य शासन, राजनितिक अस्थिरता जैसी कई समस्याओं का सामना कर रहा है. यह देश लगातार बढ़ती जनसंख्या, आंतकवाद की समस्या, गरीबी, अशिक्षा, भ्रष्टाचार सहित कई चनौतीपूर्ण समस्याओं का सामना कर रहा है और यह देश आय में असमानता वाले शीर्ष देशों में शुमार है.

डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो

top-10-most-dangerous-countries-to-live-congoयह देश प्राक्रतिक संसाधनों में अत्यंत समृद्ध है लेकिन यह देश राजनितिक अस्थिरता की समस्या से बुरी तरह से जूझ रहा है. बुनियादी ढांचे की कमी और भ्रष्टाचार ने इस देश के विकास को बहुत सीमित कर दिया है. कांगो में 1995 में शुरू हुए घरेलू युद्ध ने इस देश को बर्बाद कर के रख दिया. इस देश में 1998 से लेकर अब तक 54 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें 90% से ज्यादा मौतें बीमारियों की वजह से हुई हैं.

सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक

top-10-most-dangerous-countries-to-live-central arican1960 में फ्रांस से आजादी पाने के बाद सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक पर लगातार निरंकुश नेताओं का शासन रहा है. जब पहली बार 1993 में बहुदलीय लोकतांत्रिक चुनाव हुए तब एंजे-फेलिक्स पतास्से को राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित किया गया था.तब इस देश में कुछ वर्ष तक शांति बनी रही.लेकिन यह शान्ति लम्बे समय तक नहीं रही. 2004 में आकर फिर यहां बुश युद्ध हो गया. 2007 और 2011 की शान्ति संधि के बावजूद यहां पर सरकार, मुस्लिमों और ईसाई धर्म के मानने वाले लोगों में हिंसक लड़ाई हो गई.

सूडान

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सूडान कई चुनौतियों से ग्रस्त है.सूडान का इतिहास बड़े पैमाने पर जातीय संघर्षों से पीड़ित रहा है. यहाँ पर हुए दो घरेलू युद्ध और आंतरिक संघर्ष ने सूडान को ओर भी ज्यादा कमजोर कर दिया है. सूडान बहुत बुरे मानवाधिकारों से जूझ रहा है. यहां पर गुलामी के मुद्दे भी बड़ी समस्या बन रहे हैं. सूडान की कानून प्रणाली इस्लामी कानून पर आधारित है.

सोमालिया

top-10-most-dangerous-countries-to-live-somaliyaसोमालिया में नागरिक युद्ध 1991 में शुरू हुआ और अभी तक चल रहा है. यह युद्ध 1980 के दशक के दौरान राजनितिक अस्थिरता के कारण शुरू हुआ. यह युद्ध देश के कई अलग अलग गुटों, सशस्त्र विद्रोही गुटों और कबीले आधारित सशस्त्र संगठनों के बीच चल रहा है. इस युद्ध में अब तक हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है.

इराक

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इराक में 9 साल तक चले युद्ध ने इराक को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है. यह युद्ध अधिकारिक तौर पर दिसम्बर 2011 में समाप्त हो गया था. वर्तमान में इराक की मुख्य समस्या इस्लामिक स्टेट है जो एक आतंकी संगठन है. इराक का उत्तरी क्षेत्र और प्रांतीय राजधानियां बुरे तरीके से आतंकवाद की समस्या से ग्रस्त हैं.

दक्षिण सूडान

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जब दक्षिण सूडान जुलाई 2011 में एक स्वतंत्र राज्य बना, तब से देश आन्तरिक संघर्ष से पीड़ित हो गया. इस देश में कई जन जातियों के बीच लड़ाई ने इस देश पर बहुत बुरे तरीके से असर डाला. इस संघर्ष में हताहत लोगों की जानें गई और हजारों की संख्या में लोग बेघर हो गये.

अफगानिस्तान

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अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध 2001 से शुरू हुआ और अभी तक चल रहा है. यह ग्रह युद्ध नाटो और उनके मित्र देशों की सेनाओं के हस्ताक्षेप से ओर बढ़ गया. यह युद्ध अमेरिका पर 911 के हमले के बाद शुरू हुआ था. जिसका मुख्य लक्ष्य था अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद अलकायदा को नष्ट करना और अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता से तालिबान को हटाना. अभी तक इस युद्ध में हजारों निर्दोष लोगों ने अपनी जानें गवाई हैं.

सीरिया

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सीरिया का दुनिया के सबसे खतरनाक देशों की सूची में सबसे पहले नंबर पर होने का मुख्य कारण है, सीरिया में हो रहा ग्रह युद्ध है. यह युद्ध 2011 में बशर अल-अस्साद की सरकार द्वारा प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत करने के लिए हिंसक बलों का सहारा लेने से शुरू हुआ. फिर यह प्रदर्शन शांत होने की बजाय धीरे-2 हिंसक रूप लेता गया और फिर लोग सशस्त्र बलों के साथ प्रदर्शन करने लगे. इस ग्रह युद्ध में 1,10,000 के लगभग लोगों की मौतें हुईं और 2,00,000 के लगभग लोग बेघर हो गये.

दुनिया के शीर्ष 10 सबसे महंगे प्राइवेट जेट

दुनिया भर में बहुत से ऐसे अरबपति हैं जिनके लाइफस्टाइल के चर्चा अक्सर सुनने को मिलते हैं. इनका कमाने का अंदाज कुछ अलग ही होता है और वैसे ही वह पैसा भी खर्च करते हैं. इनकी लाइफ स्टाइल भी आम लोगों से बिल्कुल अलग होती है. इनकी बिजनेस मीटिंग भी अपने लग्जरी प्राइवेट जेट्स में होती हैं. ये लोग अपने घूमने-फिरने में भी करोड़ों रुपए खर्च करते हैं. आज हम यहां दुनिया के 10 सबसे लग्जरी प्राइवेट जेट्स और उनके मालिक के बारे में बता रहे हैं.

1.एयरबस ए 380 (Airbus A380)

एयरबस ए 380 प्राइवेट जेट का मालिक, सऊदी बिजनेसमैन और निवेशक प्रिंस अल-वालीद बिन तलाल है. एयरबस ए 380 प्राइवेट जेट में हर किसी के लिए अलग कमरा बना है. एयरबस ए 380 की कीमत 300 मिलियन डॉलर है.इस विमान में चार रोल्स-रॉयस ट्रेंट 900 इंजन या एलाइनस जीपी 7200 का इंजन लगा है. एयरबस ए 380 की उड़ान क्षमता 15700 किलोमीटर और इसकी रफ्तार 900 किलोमीटर प्रति घंटा है.

हांगकांग के जोसेफ ल्यू एक, रियल एस्टेट निवेशक हैं. इनके बोइंग 747 प्राइवेट जेट की कीमत 1025 करोड़ रुपए है. बोइंग 747 प्राइवेट जेट की उड़ान क्षमता 14800 किलोमीटर और इसकी रफ्तार 917 किलोमीटर प्रति घंटा है.

गूगल के संस्थापक लैरी के पास बोइंग 767 प्राइवेट जेट है. बोइंग 767 प्राइवेट जेट की कीमत 790 करोड़ रुपए और इसकी उड़ान क्षमता 10418 किलोमीटर प्रति घंटा है.

एयरबस ए 319 कॉर्पोरेट जेट के मालिक हैं विजय माल्या. एयरबस ए319 में दो सीएफएम इंटरनेशनल सीएफएफ 56-5 या दो आईएई वी2500 इंजन लगे हुए हैं. इस प्राइवेट जेट की उड़ान क्षमता 11650 किलोमीटर और इसकी कीमत 80.7 मिलियन डॉलर है.

गल्फस्ट्रीम जी-550 (Gulfstream G550)दुनिया में केवल दो ही लोगों के पास है. गल्फस्ट्रीम जी-550 प्राइवेट जेट भारत के लक्ष्मी मित्तल और ब्रिटिश बिजनेसमैन फिलिप ग्रीन के पास है. इस जेट के कॉकपिट में चार हनीवैल डीयू-1310 ईएफआईएस स्क्रीन और रॉल्स-रॉयस बीआर 710 टर्बोफैन का इंजन लगा हुआ है. जी-550 प्राइवेट जेट की उड़ान क्षमता 12501 किलोमीटर और इसकी कीमत 59.9 मिलियन डॉलर है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पास बोइंग बिजनेस जेट है. बोइंग बिजनेस जेट की उड़ान क्षमता 890 किलोमीटर प्रति घंटा और इसकी कीमत 371 करोड़ रुपए है.

बॉम्बार्डियर बीड़ी-700 प्राइवेट जेट की मालिक अमेरिकी बिजनेसवुमन ओपरा विनफ्रे है. बॉम्बार्डियर बीड़ी-700 प्राइवेट जेट की उड़ान क्षमता 904 किलोमीटर और इसकी कीमत 319 मिलियन डॉलर है.

माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल के पास जेट डसॉल्ट फेल्कॉन 7एक्स प्राइवेट जेट है. 7एक्स प्राइवेट जेटमें एक बार 63 यात्री सफर कर सकते हैं. इसकी कीमत 275 करोड़ है. अगर इसकी रफ्तार की बात करें तो इसकी रफ्तार 900 किलोमीटर प्रति घंटा है.

डसॉल्ट फेल्कॉन 900 प्राइवेट जेट, स्विट्जरलैंड के बिजनेसमैन सेर्गियो मैंनटैगाजा के पास है. इस जहाज में सात यात्री सफर कर सकते हैं. इस प्राइवेट जेट में टीएफए 731-5 बी आर-1सी टर्बोफैन इंजन लगा हुआ है. डसॉल्ट फेल्कॉन 900 प्राइवेट जेट की उड़ान क्षमता 950 किलोमीटर प्रति घंटा और इसकी कीमत 33 मिलियन अमेरिकी डॉलर है.

जॉर्ज एफ वार्गा के संस्थापक जॉर्ज वार्गा के पास एमब्रेयर ईएमबी 190 बीजे लाइनएज 1000 है. इस जहाज की कीमत 40.95 मिलियन अमेरिकी डॉलर है तथा इसमें CF34-10E के टर्बोफैन का इंजन लगा हुआ है.

टाइटैनिक जहाज के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य!

आज हमें टाइटैनिक जहाज की त्रासदी का ज्ञान लियोनार्डो डि कैप्रियो और केट विंसलेट अभिनीत 1998 में निर्मित टाइटैनिक फिल्म देख कर मिलता है. यह फिल्म देखने में बहुत ही दुखद थी लेकिन यह असल में हुई टाइटैनिक की घटना के कई तथ्य नहीं दर्शाती. सभी जानते है कि टाइटैनिक की घटना वास्तविक थी, जिसमें टाइटैनिक जैसा विशाल जहाज समुद्र की तह तक पहुंच गया. यहाँ पेश हैं टाइटैनिक के बारे में कुछ अनजानीं परंतु जानने योग्य बातें.

  1.  टाइटैनिक जहाज डूबने से ठीक पहले एक जापानी यात्री बच निकला था. जब वह जापान ठीक-ठाक पहुंच गया तो वह बहुत शर्मिंदा हुआ. उसने भावुक मन से कहा कि उसे भी जहाज के साथ डूब जाना चाहिए था.
  2.  टाइटैनिक फिल्म का सबसे भावुक पल तब था जब जहाज में बैंड के सदस्य यात्रियों को शांत करने के लिए लगातार संगीत बजा रहे थे. ऐसा वास्तव में भी हुआ था. जहाज में सवार बैंड ग्रुप ने लोगों को डूबने के डर से शांत करने के लिए घंटों तक संगीत बजाया था.
  3. उस हिम-चट्टान को टाइटैनिक जहाज का कप्तान यदि 30 सेकंड पहले देख लेता तो इस दुर्घटना से बचा जा सकता था.
  4.  मिल्टन हरशे, जिसने दुनिया की सबसे बेहतरीन चाकलेट बार का निर्माण किया था, ने भी टाइटैनिक जहाज की टिकट खरीदी थी. लेकिन उसकी बाद में जहाज में जाने की योजना बदल गयी थी.
  5.  टाइटैनिक जहाज में चार चिमनियाँ थी, लेकिन इसकी चौथी चिमनी काम नहीं करती थी. चौथी चिमनी सिर्फ दिखावे के लिए बनाई गई थी.top-10-facts-about-titanic
  6.  आधे से ज्यादा जीवनरक्षक किश्तिओं को उनकी पूरी क्षमता तक नहीं भरा गया था.
  7. टाइटैनिक जहाज में यात्रियों को रहने के लिए तीन श्रेणीयों में विभाजित किया गया था.
  8.  इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जिसमें सिर्फ एक हिमशैल की वजह से पूरा जहाज डूब गया था.
  9.  टाइटैनिक जहाज के डूबने के एक दिन पहले जहाज में जाने वाले यात्रियों पर मॉक-ड्रिल करने की योजना थी जिसमें यह बताया जाता कि आपातकालीन स्थिति में क्या करना चाहिए. लेकिन यह योजना स्थगित कर दी गयी थी.
  10.  टाइटैनिक जहाज, जिस हिमशैल से टकराया था, वह हिमशैल लगभग पिछले 1000 वर्षों से समुद्र में तैर रहा था.
  11.  टाइटैनिक फिल्म का बजट टाइटैनिक जहाज की उस समय की कुल कीमत से भी ज्यादा था.
  12.  टाइटैनिक जहाज डूबने से बचने वाले लोगों में से एक कुक भी था. वह सिर्फ इसी कारण से बच गया था क्योंकि उसने इतनी शराब पी ली थी कि जिससे उसका शरीर ठण्ड में भी गर्म रहा.
  13.  उस समय कैलिफोर्निया नाम का एक ओर जहाज, टाइटैनिक जहाज के नजदीक था लेकिन दोनों जहाजों में संचार व्यवस्था टूट गई थी, जिससे कैलिफ़ोर्नियन जहाज पर सवार लोग उनका बचाव नहीं कर सके.
  14. टाइटैनिक जहाज में अपनी पहली यात्रा पर 10 अप्रैल 1912 को शुरु की थी. चार दिन की यात्रा के बाद 14 अप्रैल 1912 को वह हिमखंड से टकरा कर पानी में डूब गया था. जिसमे 2,208 यात्रियों और चालक दल शामिल थे. जिसमे से 1496 लोग मरे थे और 712 लोग बच गये थे.
  15. टाइटैनिक जहाज दुर्घटना से बचने वाली अंतिम यात्री Millvina Dean थी. जिसकी 31 मई 2009 को 97 साल में मृत्यु हुयी थी.
  16. बर्फ के पहाड़ से टकराने के बाद टाइटैनिक को डूबने में 2 घंटे 40 मिनट लगे थे.

टाइटैनिक जहाज त्रासदी को लेकर वेबसाइट(https://www.encyclopedia-titanica.org/) बनी है जिस पर दुर्घटना के बारे में विस्तृत विवरण दिए गये हैं. इस वेबसाइट पर जहाज के क्रू मेम्बेर्स और कर्मचारियों, मृतकों और बचने वालों की पूरी लिस्ट भी दी गयी है. देखें वेबसाइट

मशरुम (कुकुरमुत्ता) कैसे बनती है ?

मशरुम बहुत ही असाधारण पौधा है. इस पौधे में न कोई जड़, न कोई पेड़ और न ही पत्ते होते हैं. मशरुम इतनी तेजी से बड़ी होती है कि आप इसे बढ़ता हुआ देख सकते हैं. मशरूम को फुंगी (fungi) भी कहते है क्योंकि इनमें कोई क्लोरोफिल नहीं होती जिससे यह अपने लिए भोजन बना सकें. मशरूम का जो हिस्सा आपको जमीन से ऊपर देखने को मिलता है यह फुंगी का फूला हुआ हिस्सा होता है. बाकी का हिस्सा जो जमीन के अंदर होता है वह हिस्सा घने धागों से बना होता है. इन धागों को कवक (फुई, कवकजाल) या अंडे(spawn) कहते हैं.

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कवक के धागे छोटे-2 बीजाणुओं से बनते हैं. यह छोटे-2 बीजाणु बहुत छोटे-2 कणों से बनते हैं. इन धागों पर छोटे सफेद ऊतक निकल के बाहर आते हैं और ऊपर की तरफ बढ़ने के साथ-2 फैलते जाते हैं और फिर अंत में छाते के अकार के बन जाते हैं.

इस छाते के नीचे विकीर्ण या फैलते हुए गलफड़े होते हैं जो आपस में जुड़े होते हैं. इन्हीं गलफड़ों की वजह से छोटे बीजाणु विकसित होते हैं. यह बीजाणु फिर नीचे गिर जाते हैं और हवा द्वारा धकेल दिए जाते हैं. जब यह बीजाणु नीचे गिर जाते हैं तो यह नए पौदों को विकसित होने में मदद करते हैं.

मशरुम एक कम कैलोरी वाला खाना होता है. इसमें बी विटामिन होता है और यह फॉस्फोरस और पोटैशियम का एक अच्छा स्त्रोत भी होता है. एक ताज़ी मशरुम में 27 कैलोरी होती है.

मशरूम को भारत में ‘कुकुरमुत्ता‘ भी कहा जाता है. कुकुरमुत्ता दो शब्दों कुकुर (कुत्ता) और मुत्ता (मूत्रत्याग) के मेल से बना है, यानि यह कुत्तों के मूत्रत्याग के परिणामस्वरूप उत्पन्न होता है। ऐसी मान्यता भारत के कुछ इलाकों में प्रचलित है, किन्तु यह बिलकुल गलत धारणा है।

यह भी पढ़ें: दुनिया की 7 सबसे जहरीली मशरूम!

शीर्ष 10 भारतीय आविष्कार और खोजें

 आयुर्वेद और योग

yogaआज आयुर्वेद और योग को उपचार के महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में गिना जाता है. पश्चिमी उपचार पद्धतियों और एलोपेथी की खोज से पहले ही भारत में आयुर्वेद और सिद्ध-आसन आधारित उपचार पद्धतियों की खोज हो चुकी थी. आयुर्वेद और योग से भारत उच्च-स्तरीय उपचार की औषधियाँ बना चूका था. आज के दौर में भी लोग आयुर्वेद और योग की सहायता से असाध्य रोगों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे हैं.

रामानुजन का गणित में योगदान

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रामानुजन ने अपना गणित का कौशल 10 वर्ष की आयु में दिखा दिया था. वे एक भारतीय गणितज्ञ थे जिन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की थी. रामानुजन ने शुरुआत से अपना योगदान गणितीय विश्लेषण, नंबर थ्योरी, इनफिनिट सीरीज में दे दिया था. जब उसके हुनर का पूरी गणित सम्प्रदाय को पता लगा तो इंग्लिश के एक मशहूर गणितज्ञ ने उनसे साझेदारी की. राष्ट्रीय गणित दिवस (22 दिसंबर ) उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.

 हीरे

amazing-facts-about-diamondsहीरा अपनी सौन्दर्य, शक्ति, कठोरता और स्थायित्व के लिए जाना जाता है. हीरा-व्यापार के बारे में अर्थशास्त्र में पाया जाता है. 18वीं शताब्दी में ब्राजील में पाए जाने तक भारत हीरे का एक मात्र स्रोत था. कहा जाता है कि भारत में हीरे का व्यापार 5000 वर्ष पुराना है. इसमें कोई शंका नहीं है कि हीरा पृथ्वी पर पाए जाने वाली सबसे कीमती वस्तु है.

 रमण प्रभाव

srinivasa-ramanujanशायद, रमण प्रभाव 20 वी सदी में विज्ञान के लिए भारत की और से सबसे महत्वपूर्ण योगदान था. इसकी खोज C.V Raman और KS krishnan ने द्रव्य में, जी लैंड्सबर्ग और एल आई मांदेलश्ताम ने इसकी खोज क्रिस्टल में की थी. प्राय: इन्द्रधनुष बनते हुए सभी ने देखा है। सूर्य से आने वाली सफेद प्रकाश किरणें जब वायुमंडल में मौजूद पानी के कणों से गुजरती हैं तो इस प्रकाश में मौजूद विभिन्न रंगों की किरणें अलग अलग हो जाती हैं। जिसे विज्ञान की भाषा में अपवर्तन कहते हैं। दरअसल सफेद प्रकाश कई रंग की किरणों का मिश्रण होता है।

 मोतियाबिंद ऑपरेशन

cataract-surgeryमशहूर भारतीय चिकित्सक सुशुत्रा ने अपने काम में मोतियाबिंद का जिकर किया है. अपनी आंख में चाकू मारना एक बहुत ही भयानक काम है. मोतियाबिंद ऑपरेशनों में आँख का नेचुरल लेंस को हटाया जाता है. इसकी खोज भारत में हुई थी. बाद में इसका परचार भारतीय चिकित्सक सुश्त्रा दुवारा पूरी दुनिया मैं किया गया. मोतियाबिंद ऑपरेशन आम तोर पर एक आँख के विशेषज्ञ द्वारा हस्पताल में किया जाता है, ताकि रोगी को कोई असुविदा ना हो.

 रॉकेट तोपखाने

The-invention-of-rocket-artilleryटीपू सुल्तान, जो मैसूर का राजा था. उसने पहली बार रोकेट तोपखाना का इस्तेमाल ईस्ट इंडिया के खिलाफ किया था. इस तोपखाने में लोहे का आवरण और एक धातु का सिलिंडर होता था जो बहुत जबरदस्त धमाके से लम्बी दूरी तक हमला करता था. इससे परभावित हो कर अंग्रेजो ने इसमे नई चीजों को डालकर नपोलियन के खिलाफ युद्ध में इस्तेमाल किआ था. लेकिन सच्चाई यही है कि तोपखाने की खोज भारत में हुईं थी.

 रूइं की चर्खी

Cotton-ginये एक रुई ही थी जिसने ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत की और आकर्षित किया. भारतीय पुरातन काल से ही रुई का कारोबार करते आये हैं. परंतु इसके नया अवतरण कोएली व्हिटनी दुवारा लाया गया. ये चर्खी आसानी और तेजी से रुई को बीजों से अलग करती है. एली व्हिटनी की चर्खी बहुत अधुनिक थी जो एक तारों का संग्रह और छोटी तार की हुक से बनी हुई थी.

 स्टील

steel manufacturerस्टील एक बहुत ही महत्वपूर्ण खोज है. इसने ही उद्योगिक दुनिया को बदल के रख दिया, लेकिन भारतीयों ने ही सबसे पहले स्टील का इस्तेमाल किआ था. इसको चर्कोल और गर्म तरल लोहे को मिला के बनाया जाता था. स्टील 326 बीसी से इस्तेमाल हो रही है. स्टील ने टेक्नोलॉजी को भी मजबूत बनाया है. लेकिन फैक्ट यही है कि इसका ईजाद भारत में ही हुआ था.

 स्याही

black-inkस्याही एक तरल रंग होता है जो लिखने और ड्रा करने में इस्तेमाल होता है. इन दिनों ज्यादातर स्याही प्रिंटर कार्ट्रिज में इस्तेमाल होती है. भारतीय पहले थे जिन्हों ने इसका इस्तेमाल लिखने में और ड्रा करने में किया था. बहुत सारे धार्मिक पुस्तकें स्याही से ही लिखी गई थी.

 जीरो

zeroजीरो अपने आप में ही एक काफी बड़ा सबूत है कि भारतीयों ने ही इसका इस्तेमाल सबसे पहले गणित में किया था. जीरो के भी विज्ञान और टेक्नोलॉजी की कल्पना करना भी असंभव है. बहुत लोग इस्पे बहस करते है कि जीरो की खोज कोई राकेट साइंस नहीं है. परंतु अगर जीरो ना होता तो राकेट साइंस ही ना होती. जीरो के कारण ही मनुष्य गुफाओं से निकल कर चांद पे पहुंचा.

बटन का आविष्कार

बटन का आविष्कार भारतीयों द्वारा ही किया गया था हालांकि इस बात को अभी तक किसी ने साबित नहीं किया है लेकिन इंडस वैली सिविलाइज़ेशन में इस बात के काफी सबूत मिले हैं।

शतरंज का आविष्कार

शतरंज का इतिहास कम से कम 1500 वर्ष पुराना है. इस खेल का अविष्कार छठवीं शदी में मध्य भारत में हुआ था और गुप्ता डायनेस्टी में इस खेल को इजाद किया गया था.

ईमेल का आविष्कार

आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि ईमेल का आविष्कार भी भारतीय द्वारा ही किया गया था शिवा अय्यादुराई नामक व्यक्ति ने ईमेल का अविष्कार किया था जो कि भारतीय थे. हाईस्कूल में पढ़ाई के दौरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन एंड डेंटिस्ट्री के लिए अय्यादुराई ने ईमेल प्रणाली पर अपना काम शुरू किया था. शिवा अय्यादुराई को इस काम में 1978 में कामयाबी मिली और पूरी तरह इंटरआफिस मेल प्रणाली विकसित की. इसे उन्होंने इसे ‘ई-मेल’ नाम दिया था.

फिबोनाची संख्या (Fibonacci Numbers)

इस प्रकार के नंबर सीरीज का अविष्कार भी भारतीयों द्वारा ही किया गया था इसका अविष्कार Virahanka, Gopala and Hemachandra द्वारा किया गया था. फिबोनाची संख्या का नाम पीसा के लियोनार्डो फिबोनाची के नाम पर रखा गया था.

विश्व की सबसे लम्बीं रेल सुरंग

गोथार्ड बेस सुरंग स्विस आल्प्स पर्वत के बीचो-बीच में से निकलने वाली दुनिया की सबसे लंबी रेल सुरंग है जो कि स्विट्जरलैंड में है. इस सुरंग की कुल लंबाई 57.09 किलोमीटर है. यह सुरंग 1 जून 2016 से शुरु कर दी गयी है लेकिन इसकी सार्वजनिक सेवा दिसंबर 2016 से शुरु होगी. इसका मुख्य उद्देश्य रूस और इटली के बीच व्यापार बढ़ाना, माल ढुलाई के लिए और बढ़ती गाडियों की संख्या से होने वाले पर्यावरण नुकसान को कम करना है. दूसरा फ़ायदा यह है कि यात्रीयों को ज़्यूरिख़ से मिलान और लूगानो जाने के लिए बहुत ही कम समय लगेगा. ज़्यूरिख़ स्विट्ज़रलैंड का सबसे बड़ा शहर है. यह शहर स्विट्ज़रलैंड का व्यवसाय एवं संस्कृति का मुख्य केन्द्र है.

गोथार्ड बेस सुरंग के बारे में महत्वपूर्ण बातें:

  • यह सुरंग दुनिया की सबसे लंबी रेलवे सुरंग है और इसकी लंबाई 57 किलोमीटर है.
  •  इसकी कुल लम्बाई 57.09 किलोमीटर है जबकि दूसरी अन्य सुरंगों एवं रास्तों को मिलकर इस रूट की कुल लम्बाई 151.84 किलोमीटर है.
  • गोथार्ड बेस सुरंग को दो भागों में बाँटा गया है.
  • इस सुरंग को बनाने की लागत 74 अरब है.
  • इस टनल का काम पूर्ण करने में 17 साल लगे है.
  • इसका मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में परिवहन सुविधा को और बेहतर बनाना है.
  • 11 दिसंबर 2016 को इस टनल को सावर्जनिक उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा.
  • यह उरी एवं टिसिनो को जोड़ने वाली तीसरी सुरंग है.
  • इन ट्रैक पर ट्रेन अधिकतम 250 किमी/घंटे की स्पीड तक दौड़ सकेंगी.

रेगिस्थान के बीचों बीच बसा है यह खूबसूरत गांव!!!

रेगिस्तान का नाम सुनते ही हमारे मन में सिर्फ चारों और सिर्फ रेत ही रेत नजर आता है. रेगिस्तान में जीवन जीना काफी मुश्किल है. दुनिया में कई देशों में बड़े-बड़े रेगिस्तान है जहां चारों तरफ सिर्फ रेत ही रेत दिखाई देती है. इन जगहों पर रेत के उड़ते गुबार और चारों तरफ फैला रेत का खौफ ही इंसान को काफी मुश्किल में डालता है. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा रेगिस्तान भी है जिसके बीचो-बीच एक गांव बसा हुआ है, जहां पानी और पेड़ पौधे की कोई कमी है.

यह गांव साउथ पेरू के आइसा शहर से महज आठ किमी दूर स्थित है. जो की रेगिस्थान बीचो-बीच बसा हुआ है. इस गाँव का नाम हुआकाचाइना है. हुआकाचाइना गाँव में एक छोटी झील है जो रेगिस्थान सतह से सैकड़ों फीट नीचे है.

इस गांव में कुल 100 लोग ही रहते हैं जो यहाँ के नागरिक कहलाते हैं. हुआकाचाइना गाँव में आपको बहुत सारी दुकानें देखने को मिलेगी, क्योंकि यहां पर्यटकों की संख्या काफी अधिक रहती है.

इस गांव को पर्यटन स्थल के हिसाब से बनाया गया है यहां पर कई विदेशी पर्यटक आते हैं और इस जगह का लुफ्त उठाते हैं. इस गांव में आपको बग्गी राइड से लेकर वोटिंग तक की व्यवस्था मिल जाएँगी.

इस गांव में ज्यादातर रिजॉर्ट्स, रेस्ट्रां और साथ में एक ब्लू गार्डन भी है जो चारों तरफ से रेतीले टीलों से घिरा हुआ है. इस गाँव के लोगों की आय का मुख्य साधन, टूरिस्ट लोगों से आने वाली कमाई से होता है. इस गांव के बीचो बीच यह पानी से भरा तालाब पूरे साल इसी प्रकार से भरा रहता है.

इसके इतिहास की बात की जाए तो यह जगह 1940 में काफी पॉपुलर हुई थीं क्योंकि उस समय यहां के राजा और शेख यहाँ पर आया करते थे. आम जनता के लिए इस जगह का उपयोग 1990 के बाद से शुरू किया गया था. अब इस जगह को सांस्कृतिक विरासत स्थल (Cultural Heritage Site) के रूप में भी देखा जा सकता है. आपको इस जगह का चित्र पेरू की करेंसी पर भी देखने को मिलता है.

महासागरों के बारे में रोचक जानकारी..!!!

हम धरती के केवल एक तिहाई हिस्से में ही रहते हैं, पृथ्वी के बाकी हिस्से पर पानी यानी महासागर हैं. पृथ्वी पूरे सौरमंडल में एकमात्र ग्रह है, जहां पर महासागर पाए जाते हैं. समुद्र के बारे में तो सब ने पढ़ा ही होगा, लेकिन आज हम इस लेख में आपको समुद्र के बारे में ऐसे तथ्य बताने जा रहे हैं जो शायद ही कहीं पढ़े हो. आइये जाने समुद्र के बारे में कुछ रोचक और दिलचस्प जानकारी :-

  1. अटलांटिक महासागर को अंध महासागर के नाम से भी जाना जाता है. इस महासागर का नाम ग्रीक संस्कृति से लिया गया है जिसमें इसे नक्शे का समुद्र भी बोला जाता है.
  2. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महासागर प्रशांत महासागर है.
  3. समुद्र के वैज्ञानिक अध्ययन को समुद्र-विज्ञान (oceanography) कहते हैं. समुद्र-विज्ञान की शुरुआत कप्तान जेम्स कुक द्वारा 1768 और 1779 के की गयीं थी.
  4. समुद्र पृथ्वी की सतह के 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है.
  5. समुद्र के पानी में सोडियम क्लोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण इसका स्वाद नमकीन या खारा हो जाता हैं.
  6. हिन्दू शास्त्रों में समुद्र को 7 भागों में बांटा गया है-
1. लवण का सागर, 2. इक्षुरस का सागर,
3. सुरा का सागर, 4. घृत का सागर,
5. दधि का सागर, 6. क्षीर का सागर
7. मीठे जल का सागर.
    1. वैज्ञानिकों की माने तो समुद्र का जन्म आज से लगभग 100 करोड़ वर्ष पहले हुआ होगा.
    2. क्या आपको है कि समुद्र में इतना नमक मौजूद है कि अगर कभी समुद्र का पानी सूख जाए तो धरती पर कम से कम 500 फीट मोटी नमक की परत फैलाई जा सकती है.
    3. हिंद महासागर का पानी कभी कभी इतना गर्म होता हैं कि वह 36 डिग्री तक को छू लेता है.
    4. सुनामी शब्द जापानी भाषा से लिया गया है. जिसका अर्थ ‘ऊँची समुद्री लहरें’ होता है.
    5. संयुक्त राज्य अमेरिका का पचास प्रतिशत भाग महासागर के नीचे स्थित है.
    6. अटलांटिक समुद्र में एक ऐसी जगह है जिसे बरमूडा त्रिभुज कहा जाता है और यह त्रिकोण उत्तर पश्चिम अटलांटिक महासागर का एक क्षेत्र है.
    7. वैज्ञानिक सिद्धांत के अनुसार, पृथ्वी में जीवन की उत्पत्ति सबसे पहले महासागर में ही हुई थी.
    8. समुद्र के एक लीटर पानी के 13 मिलियन हिस्से में एक ग्राम सोना होता है.
    9. अटलांटिक महासागर की कुछ ऐसी वनस्पतियां है जो कि खुद से चमकती हैं, क्योंकि यहां तो सूर्य की रोशनी नहीं पहुंचती है.
    10. विश्व में प्रमुख पांच महासागर हैं, जिनके नाम इस प्रकार हैं :-
# नाम क्षेत्रफल (हजार वर्ग कि.मी) अधिकतम गहराई (मीटर में)
1. प्रशांत महासागर (Pacific ocean) 1,65,384 11,033
2. अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) 82,217 9,200
3. हिन्द महासागर (Indian Ocean) 73,481 8,047
4. आर्कटिक महासागर (Arctic Ocean) 14,057 5,450
5. भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) 2,505 4,846

दुनिया के 10 सबसे खतरनाक खेलों के बारे में!

खेल-कूद शरीर के लिए सबसे अच्छा व्यायाम माना जाता है. खेल-कूद व्यायाम के साथ साथ मनोंरजन का भी एक अच्छा साधन है. लेकिन बहुत से लोग इन खेलों को शौक के लिए खेलते हैं. अगर इन खेलों में पैसे को जोड़ दे तो इन खेलों को पेशे के तौर पर खेला जाता है. लेकिन कुछ लोग ऐसे खेलों में ज्यादा शौक़ रखते हैं जिनमें जोखिम हो. आइए जानें दुनिया के कुछ ऐसे खतरनाक खेलों के बारे में ……………

बुलफाइटिंग

बुलफाइटिंग को दुनिया का सबसे खतरनाक और हिंसक खेल माना जाता है. इस खेल में सांड को शराब पिलाई जाती है और उसके शरीर को जगह-जगह से काट दिया जाता है जिससे वो पागल हो जाता है. फिर एक खिलाडी सांड का मुकाबला करने के लिए मैदान में उतरता है. यह खेल अब तक कई लोगों की जान ले चुका हैं. बुलफाइटिंग खेल अधिकतर स्पेन और उसके आस-पास के देशों में खेला जाता है.

बेस जंपिंग

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बेस जंपिंग एक बेहद रोमांचक खेल है जिसमें व्यक्ति किसी ऊंचे भवन, एंटेना व् पहाड़ों से नीचे कूदता है और गिरने से बचने के लिए पैराशूट का प्रयोग करता है. इस खेल में खिलाडी को ऊँचे पर्वत की चोटी या ऊँची बिल्डिंग से छलांग लगानी होती है. यह खेल सबसे खतरनाक खेलों में शुमार है और कई देशों ने तो इसके ऊपर प्रतिबंध भी लगाया हुआ है जिसमे अमेरिका भी शामिल है. लेकिन कुछ लोग अवैध तरीके से यह खेल खेलते हैं.

कैल्सियो स्टोरिको

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कैल्सियो स्टोरिको खेल रग्बी, फुटबॉल और पहलवानी को मिक्स करके बनाया गया एक खतरनाक खेल है. इसके बारे में लोग बहुत ही कम जानते है क्योंकि यह खेल लोकप्रिय नही है. यह एक पुराना ग्रीक-रोमन खेल है जिसमें कुल 27 खिलाड़ी होते हैं. गेंद को छिनने के लिए खिलाड़ी एक दूसरे से खूब मारपीट करते हैं. कभी-कभी यह खेल इतना हिंसक हो जाता है कि किसी की जान तक चली जाती है.

पर्वतारोहण

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पर्वतारोहण, दुनिया के सबसे खतरनाक खेलों में से एक माना जाता है जिसमे किसी को यह पता नही होता की अगले ही पल क्या हो जाए. ऊँचे-ऊँचे पहाडों पर चढ़ना कोई आसन काम नही होता है. इसमे बहुत से जोखिम होते हैं. जैसे कि पहाड़ों पर चड़ते हुए पैर फिसलना, रस्सी का टूटना, बीच रास्ते में फँस जाना आदि. इस खेल में जोखिम होने के बावजूद भी लोग ऐसे काम करते हैं.

हर्लिंग

hurling

हर्लिंग नामक खेल की शुरुआत आयरलैंड से हुई थी. यह खेल यूरोपीय देशों में काफी लोकप्रिय है. इस खेल को फुटबॉल और हॉकी का सम्मिश्रण कहा जाता है. हर्लिंग में खिलाड़ी कोई सुरक्षित हेलमेटकपड़ो का उपयोग नही करते है जिसकी वजह से खिलाड़ी हमेशा खतरे मे रहते हैं.

सर्फिंग

surfing

सर्फिंग पानी में खेला जाने वाला शायद सबसे रोमांचक खेल है जिसमे पहले खिलाड़ी को खुद ही सर्फिंग बोर्ड के साथ तैरते हुए बड़ी लहरों तक जाना पड़ता है जो कम से कम 20 फीट ऊँची हो. वैसे सर्फिंग का सबसे बड़ा रिकॉर्ड 100 फीट ऊँची लहरों पर सर्फिंग करने का है, जिसका इनाम एक लाख डॉलर तक होता है. इस खेल में जितना पैसा मिलता है, उतना ही इस खेल में रिस्क भी है. ऊँची लहरों में सर्फर का बैलेंस कभी भी बिगड़ सकता है और वह डूब सकता है या लहरों के साथ बह सकता है.

बॉक्सिंग

boxing

इस खेल में लगातार पडऩे वाले मुक्के कईयों की जान तक ले लेते हैं. कई जगह जहां पैसों की बोलियां लगती हैं वहाँ मुक्केबाज हेलमेटग्लव्स के बिना खेलते हैं. जहां पैसे लगे हों वहाँ यह खेल खासा हिंसक हो जाता है. और यहाँ तक की लोगों की जान भी चली जाती है.

हेली स्कीइंग

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हेली स्कीइंग में खिलाडी हेलीकाप्टर की सहायता से स्कीइंग करता है, जिसमे हेलीकाप्टर खिलाड़ी से एक निश्चित दूरी पर रहता है और उसकी हवा की सहायता से खिलाडी तेजी से स्कीइंग करता है. इस खेल के दीवाने प्रतिबर्ष इसके ऊपर एक किताब लिखते हैं जिसमे इस खेल के बारे में टिप्स दिए होते हैं. कुछ ऐसी संस्थाए भी है जो अमेरिकी सरकार से प्रमाणित है और इस खेल को ऑर्गनाइज कराती है. यह खेल बहुत ही जोखिम भरा है जैसे कि अचानक मौसम बदलना, हिमस्खलन से मौत और हेलीकाप्टर की चपेट में आ जाना आदि.

आइस हॉकी

ice-hockey

आइस हॉकी या बर्फ हॉकी, बर्फ पर खेला जाने वाला खेल है. यह खेल कनाडा एवं संयुक्त राज्य अमेरिका में खेला जाता है. इस खेल में चोट लगने की भारी संभावनाए होती हैं. खिलाड़ी इतनी तेज गति से आगे-पीछे बढ़ते है कि दुर्घटनाएं होना स्वाभाविक है. साथ ही इन मुकाबलों में खिलाडिय़ों का आपस में लड़ जाना तो दूसरी ही कहानी बयान करता है.

मिक्सड मार्शल आर्ट (Mixed Martial Arts)

मिक्सड मार्शल आर्ट एक ऐसा खतरनाक खेल है जिसमें सभी प्रकार के मार्शल आर्ट तकनीकों का प्रयोग किया जाता है. मिक्सड मार्शल आर्ट खेल अमरीका, ब्राजील व् जापान जैसे देशों में बहुत लोकप्रिय है. यह खेल अब तक कई लोगों की जान ले चुका हैं.