क्रिकेट विश्व के कुछ देशों में सबसे ज्यादा खेला जाने वाला खेल है. भारत में तो बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी क्रिकेट के प्रशंसक है. आज हम इस लेख में क्रिकेट के कुछ ऐसे नियम के बारे में बताने जा रहे रहे है जिनके बारे में आपको शायद ही पता होगा. आइए जानते है क्रिकेट से जुड़े कुछ ऐसे ही दिलचस्प नियम.
ये नियम देते हैं बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा
- लॉस्ट गेंद: मैच के दौरान अगर गेंद खो जाए तो फील्डिंग टीम लॉस्ट बॉल की अपील कर सकती है. ऐसे में गेंद को डेड माना जाएगा. उस गेंद पर बल्लेबाज ने जितने भी रन बनाए है वो उसे नहीं मिलेगे.
- हेलमेट कनेक्शन (बैट्समैन नहीं होगा आउट): कैच पकड़ते वक्त अगर गेंद खिलाड़ी के किसी भी प्रोटेक्टिव चीज (हेलमेट, पैड, एल्बो गार्ड) से टकराती है तो उस स्थिति में बल्लेबाज आउट नहीं होता हैं.
- अंपायर को नहीं बताया तो मिलेंगे 5 रन: अगर कोई खिलाड़ी इंजर्ड होता है या किसी भी कारण से मैदान से बाहर जाता है बिना अंपायर की अनुमति के तो उस स्थिति में बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 रन एक्स्ट्रा मिलते हैं.
- हेलमेट दिलवाएगा रन: शॉट मारने के बाद यदि गेंद विकेटकीपर के पीछे रखे हेलमेट पर लगती है तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 एक्स्ट्रा रन मिलते हैं.
- नो अपील-नो आउट: यदि फील्डिंग टीम आउट की अपील (Lbw, कैच में) नहीं करती है तो अंपायर बल्लेबाज को आउट होने पर भी आउट नहीं दे सकता.
ये नियम देते हैं बालिंग वाली टीम को फायदा
- टाइम आउट: जब कोई बल्लेबाज आउट होता है और उसके बाद दूसरा बल्लेबाज तीन मिनट तक क्रीज पर नहीं पहुंचता है तो फील्डिंग टीम की अपील पर टाइम आउट दिया जा सकता है.
- स्पाइडर कैम और बॉल कनेक्शन: बल्लेबाज के शॉट मारने के बाद यदि गेंद स्पाइडर कैम से टकराती है तो उस गेंद को डेड बॉल घोषित किया जाता है. उस गेंद पर बल्लेबाज को कोई रन नहीं मिलता.
- रिटायर्ड आउट: अगर बल्लेबाज बिना अंपायर की बताए मैदान के बाहर जाता है तो उसे रिटायर्ड आउट माना जाता है. हालाँकि, ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है.
- हैंडलिंग द बॉल: जब बल्लेबाज आउट होने से बचने के लिए जानबूझकर गेंद को हाथ लगाकर विकेट से दूर करता है तो वो ‘हैंडलिंग द बॉल’ रूल के तहत आउट करार दिया जाता है.
- आउट टाइम तक बैटिंग-बॉलिंग नहीं: खिलाड़ी इंजरी के कारण जितने समय तक मैदान से बाहर रहता है, उसके बाद वह उतने ही समय तक बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं कर सकता.