पेड़ पौधों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। सरल भाषा में कहा जाए तो इनसे ही जीवन है। पेड़ पौधे हमें शुद्ध वायु के साथ-साथ छाया, फल देते हैं। लेकिन क्या होगा अगर जीवन देने वाले यही पेड़-पौधे हमारी जान लेने लगें।
जी हाँ आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे दुनिया का सबसे जहरीला पेड़ कहा जाता है। यहाँ तक कि बारिश में इस पेड़ के नीचे खड़े होने से भी हमें नुकसान पहुंच सकता है। तो चलिए जानते हैं इस खतरनाक पेड़ के बारे में:-
कहाँ पाया जाता है ये पेड़
इस पेड़ का नाम है मैंशीनील (manchineel)। यह फ्लोरिडा और कैरेबियन सागर के बीच तटों पर पाया जाता है। इसके पेड़ की ऊंचाई लगभग 50 फीट तक होती है। इसकी पत्तियां चमकदार और आकार में अंडाकार होती हैं।
इस पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह इतना जहरीला होता है कि अगर कोई इंसान इसके संपर्क में आ जाए तो उसके शरीर पर छाले पड़ जाते हैं।
अगर इस पेड़ का रस किसी की आंखों तक पहुंच जाए तो वह इंसान अंधा हो सकता है। इतना ही नहीं, इस पेड़ की लकड़ियों को जलाने पर निकलने वाला धुआं भी अगर आंखों तक पहुंच जाए तो आंखों की रोशनी जा सकती है।
इस पेड़ का हर हिस्सा जहरीला है लेकिन इसका फल सबसे ज्यादा जहरीला माना जाता है। अगर कोई इंसान इस फल का एक टुकड़ा भी खा ले तो उसकी मौत हो सकती है।
यह पेड़ देखने में हानिरहित लगता है, लेकिन है दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़। हांलांकि वैज्ञानिक इस फल को चखकर देख चुके हैं। यह फल छोटे से सेब के आकार का होता है।
निकोला एच स्ट्रिकलैंड नाम के एक साइंटिस्ट ने बताया कि एक बार वे और उनके कुछ दोस्तों ने टोबैगो के कैरेबियन आइलैंड के बीच पर इस फल को खा लिया था, जो बेहद ही कड़वा था। इसके फल को ‘लिटिल एप्पल ऑफ डेथ’ ( little apple of death) का नाम दिया है।
निकोला ने कहा कि फल खाने के कुछ देर बाद ही उन्हें जलन होने लगी और शरीर में सूजन आ गया। हालांकि, तुरंत इलाज की वजह से वे ठीक हो गए।
उनके मुताबिक, यदि कोई इसके सेब जैसे दिखने वाले फल को खा ले तो उसकी मृत्यु भी हो सकती है। इस कारण से पेड़ के आसपास चेतावनी वाले बोर्ड भी लगे होते हैं। गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी इस पेड़ का नाम :”दुनिया के सबसे ख़तरनाक पेड़” के नाम से दर्ज़ है।
भले ही यह पेड़ जहरीला हो लेकिन स्थानीय पारितंत्र में इस पेड़ की अहम भूमिका है। यह पेड़ कैरिबियाई सागर के तटों पर पाया जाता है और मिट्टी के कटाव को रोकने में सहायक होता है।