जब से स्मार्टफोन चलन में आए है तब से सेल्फी लेने का क्रेज बहुत ज्यादा बढ़ गया है.स्मार्टफोन फोन के कैमरे की बेहतरीन क्वालिटी के लोगों को अपनी तस्वीरें खींचने के लिए प्रोत्साहित किया है. आजकल चाहे कोई पिकनिक स्पॉट या फिर पार्क आदि में अामूमून हर शख्स सेल्फी लेते दिख जाएगा. सभी लोग सेल्फी लेते है लेकिन कभी किसी ने यह सोचा है कि सबसे पहली सेल्फी कब खींची गयी थी और इसका इस्तेमाल किसने किया था? तो आइए जानते हैं सेल्फी का इतिहास.
सेल्फी शब्द का अर्थ स्वयं या आत्मा से बना है. सेल्फी का मतलब होता है अपने हाथों से अपनी ही फोटो खींचना. फेसबुक और ट्विटर ने सेल्फी को नया मुकाम दिया है. सन 2012 के अंत में साल के ‘टॉप 10 बज़वर्ड’ में टाइम मैगजीन ने सेल्फी को भी रखा था तथा अगले साल नवम्बर 2013 में ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने इसे ‘वर्ड ऑफ द इयर’ घोषित किया हैं. पहली बार सेल्फी शब्द का उपयोग ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट फोरम एबीसी आनलाइन ने 13 सितंबर 2002 में किया था.
हम आपको बता दे कि दुनिया की पहली सेल्फी सन् 1850 के दशक की है. यह सेल्फी आधुनिक युग की तरह चमकती सेल्फी नहीं है बल्कि एक सेल्फ पोट्रेट सेल्फी है. यह सेल्फी स्वीडिश आर्ट फोटोग्राफर ऑस्कर गुस्तेव रेजलेंडर की है.
इस सेल्फ पोट्रेट को उत्तरी यॉर्कशायर के मॉर्फेट्स ऑफ हैरोगेट ने 70,000 पाउंड करीब 69.5 लाख रुपये में नीलाम किया था. मॉर्फेट के लीज पेपर ने बताया कि इसके मालिक ने हमें सिर्फ 100 पाउंड की कीमत में यह किताब बेची थी. ऑस्कर की एक किताब में ये सेल्फी मिली थी. इस किताब में उनकी पत्नी हेलम टेनीसन की तस्वीर भी दिखाई गई है.
वैसे कुछ लोगों का दावा यह भी है कि पहली सेल्फी 1839 में खींची गई थी. इसे सेल्फी को अमेरिकी फोटोग्राफर रॉबर्ट कॉर्नेलियस ने खींचा था, जिन्होंने अपने कैमरे से अपनी फोटो खींचने की कोशिश की थी.