किसी व्यक्ति के शरीर में मधुमेह जैसे विकार को नियंत्रण करना एक बहुत मुश्किल काम होता है। अगर मधुमेह को नियंत्रण नहीं किया गया तो यह रोगी के शरीर में बहुत सारी जटिलताओं को पैदा कर देता है। हरी चाय(Green Tea) मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक पेय पदार्थ है।
हरी चाय(Green Tea) पीने के लाभ जो मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। हरी चाय पीने से मधुमेह के मरीजों को मिलते हैं यह छह लाभ।
- अगर किसी व्यक्ति को टाइप 1 मधुमेह हुआ है। तो उसके शरीर में रक्त शर्करा की मात्रा ज्यादा होने से, उसका शरीर जरूरी इंसुलिन पैदा करने में असमर्थ होता है। लेकिन हरी चाय पीने से वह अपने शरीर में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रण कर सकते हैं क्योंकि हरी चाय में ECGC (Epigallocatechin gallate) नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है।
- हरी चाय में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं जो मधुमेह से ग्रस्त रोगी में ओक्सीडेटिव तनाव कम करता है और उनमें ग्लूकोज को बढ़ाता है। हरी चाय में थोड़ी मात्रा में कैफीन भी होती है जो शरीर में इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को कम करने में मदद करती है।
- टाइप 1 डाइबिटीज के रोगियों के लिए ग्रीन टी काफी फायदेमंद है। ग्रीन टी में एंटीआक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं।
- जो लोग टाइप 2 के मधुमेह से ग्रस्त होते हैं, उन्हें ग्लूकोज और लिपिड चयापचय(Lipid Metabolism) विकारों का सामना करना पड़ता है। हरी चाय में Catechins पाया जाता है। जो इन विकारों का समाधान करने में मददगार होता है। जिससे बहुत अधिक लाभ होता है
- टाइप 2 का मधुमेह, रोगी में मोटापे का कारण बनता है। लेकिन हरी चाय में ऐसे गुण होते हैं जो रोगी के शरीर में से फैटी एसिड कम करते हैं जिससे मोटापा भी कम होता है।
- मधुमेह की मुख्य वजह शरीर में इंसुलिन की कमी होती है। लेकिन हरी चाय शरीर में मधुमेह को रोककर रखने में एक सक्षम पेय पदार्थ है।