यदि आपको अपनी नौकरी अच्छी नहीं लगती तो जरा इन लोगों के बारे में सोचिये जो निहायत अवांछित और घृणित नौकरियां करते हैं. इन्हें देखकर आपको अपनी नौकरी अवश्य ही अच्छी लगने लगेगी. भारत में यह अवांछित नौकरियां ज्यादातर दलित और महा-दलित जाति के लोगों द्वारा की जाती हैं. यह लोग ज्यादतर बस्तियों में और सड़कों पर रहने को मजबूर हैं.
सीवरेज कर्मी (Sewer Diver)
सीवरेज गोताखोर का काम पृथ्वी पर सबसे घृणित और अवांछित नौकरियों में से एक है. इस काम में कर्मचारी शहर को साफ़ रखने के लिए सीवर के अंदर जाकर मानव मलमूत्र, जहरीले कचरे आदि को साफ़ करता है. कई बार इसमें इन्हें जान भी गवानी पड़ती है.
मैला ढोने का काम (Manual Scavenger)
मानव-मैला उठाने और ढोने वाले को सफाई कर्मचारी भी कहा जाता है. यह सार्वजनिक शौचालय और घरों में मानव मल को हाथों से साफ़ करने का काम करते हैं. यह काम अभी भी भारत में कई जगहों पर होता है. आधिकारिक तौर पर इस काम पर भारत में प्रतिबंध लग चुका है.
कचरा उठाने वाला(Garbage Collectors)
कचरा उठाने वाले कर्मचारी हमारे घरों से और गलियों में पड़ा कचरा उठाते हैं. वह कचरा उठाने का काम अपनी जिंदगी में रोजाना करते हैं. कचरा उठाने वाला काम पृथ्वी पर सबसे कमाई वाला सबसे अवांछित कार्य है.
कचरा बीनने का कार्य (Rag Picker)
यह काम भारत में पुरुषों, महिलाओं और छोटे बच्चों द्वारा भी किया जाता है. कचरा बीनने वाले लोग लोगों द्वारा फेंका गया कचरा उठाते हैं और उनमें से काम की चीजें खोजते हैं. रेग पिकर्स भारत के बढ़े-बढ़े शहर जैसे दिल्ली, मुंबई की झुग्गी-झोंपड़ियों में रहते हैं.
सफाईवाला(sweeper)
सफाईवाला काम सबसे अवांछित कार्यों में से एक है. भारत में यह काम ज्यादातर निम्न दलित जाति, चर्मकार और तथाकथित भंगी लोगों द्वारा किया जाता है. स्वीपर भारत की सड़कों, सार्वजनिक स्थानों और बगीचों में सफाई का काम करते हैं.