4 जुलाई 2023 से श्रावण मास आरंभ हो चुका है। श्रावण का महीना भगवान भोलेनाथ का पवित्र माह माना गया है। इस मास में भोलेनाथ शिव की विशेष पूजा आराधना की जाती है।
अगर आप ने इन 11 खास बातों को ध्यान में रख कर भगवान शिव की पूजा की, तो आपको भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होगी। आइए जानते हैं शिव पूजन की 11 विशेष लाभकारी बातें।
- प्रातः सूर्योदय से पहले जागें और शौच आदि से निवृत्त होकर स्नान करें।
- पूजा स्थल को स्वच्छ कर वेदी स्थापित करें।
- शिव मंदिर में जाकर भगवान शिवलिंग को दूध चढ़ाएं।
- फिर पूरी श्रद्धा के साथ महादेव के व्रत का संकल्प लें।
- दिन में दो बार (सुबह और शाम) भगवान शिव की प्रार्थना करें।
- पूजा के लिए तिल के तेल का दीया जलाएं और भगवान शिव को पुष्प अर्पण करें।
- मंत्रोच्चार सहित शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल एवं बेल की पत्तियां चढ़ाएं।
- व्रत के दौरान श्रावण व्रत कथा का पाठ अवश्य करें।
- पूजा समाप्त होते ही प्रसाद का वितरण करें।
- संध्याकाल में पूजा समाप्ति के बाद व्रत खोलें और सामान्य भोजन करें।
- मंत्र- श्रावण के दौरान ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें।
श्रावण मास में भगवान शिव के कुछ 15 प्रभावशाली मंत्र है। इन मंत्रों का जप जीवन में हर तरह की शुभता, अनुकूलता और प्रगति लाता है। इन मंत्रों के जप से आपके जीवन के हर कष्टों का निवारण होकर आप सुखमय जीवन व्यतीत करेंगे। आइए जानते हैं ये 15 प्रभावशाली मंत्र।
- ॐ शिवाय नम:
- ॐ सर्वात्मने नम:
- ॐ त्रिनेत्राय नम:
- ॐ हराय नम:
- ॐ इन्द्रमुखाय नम:
- ॐ श्रीकंठाय नम:
- ॐ वामदेवाय नम:
- ॐ तत्पुरुषाय नम:
- ॐ ईशानाय नम:
- ॐ अनंतधर्माय नम:
- ॐ ज्ञानभूताय नम:
- ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
- ॐ प्रधानाय नम:
- ॐ व्योमात्मने नम:
- ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:
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