भारत एक प्राचीन, सबसे जादुई संस्कृतियों और धर्मों का देश है. दुनिया के हर हिस्से में अलग-अलग मान्यताएँ होती हैं. लेकिन कुछ तो इतनी अजीब होती हैं जिन पर विश्वास करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको दुनिया की कुछ ऐसी ही परंपराओं के बारे में बता रहे हैं जिनके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएँगे.
सम्मान रक्षा हेतु हत्या (ओनर किल्लिंग)
ऑनर हत्या, भारत में सबसे चौंकाने वाला अनुष्ठानों में से एक है. भारत में शादी दो लोगों के बंधन से भी बढ़कर है. विवाह भारत में दो परिवारों के मिलन के बारे में भी है. विवाह में दोनों परिवार एक दुसरे की जाति, समुदाय, धर्म, सामाजिक स्थिति भी देखते हैं. कई समुदाय या परिवार इन रस्मों के बारे में बहुत कठोर होते हैं. कई मामलों में अगर लड़का या लडकी किसी दूसरी जाति या समुदाय की बिरादरी वाले लडके या लडकी से शादी कर ले तो उसे मार भी दिया जाता है.
दहेज प्रथा
परंपरागत रूप से, पहले जब लड़की की शादी होती थी तब लड़की के मां-बाप उसकी विदाई के समय लड़की को सोने के गहनों के साथ विदा करते थे. लेकिन समय बदलता गया अब लोग गहनों की बजाय पैसे, महंगे महंगे उपहारों के साथ लड़की की विदाई करते हैं. भले ही यह प्रथा भारत में अवैध है लेकिन अब भी इसकी वजह से लड़की के परिवार वालों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है और कई मामलों में तो लड़की खुदख़ुशी भी कर लेती है.
अघोरी बाबाओं द्वारा की जाने वाली नरभक्षण, काला जादू और अन्य रस्में
वाराणसी में रहने वाले दुर्जेय अघोरी संत भगवन शिव की पूजा करते हैं. वे अपने पोस्त्मोर्टम अनुष्ठानों के लिए जाने जाते हैं. यह संत व्यक्ति के अंतिम-संस्कार में बची हुई राख को अपने शरीर पर लगाते हैं. यह संत काला जादू करते हैं और मरे हुए व्यक्ति के शरीर के मांस का सेवन भी करते हैं.
गले तक मिट्टी में दफना दिए जाते हैं बच्चे
उत्तरी कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बड़ी अजीब परंपरा है. जहाँ बच्चों को शारीरिक और मानसिक विकलांगता से बचाने के लिए जमीन में गले तक गाड़ दिया जाता है. इसके पीछे मान्यता यह है कि मिट्टी काफी पवित्र होती है और इस रिवाज के तहत बच्चों को 6 घंटों तक मिट्टी के अंदर रखा जाता है.
शादी से पहले दिया जाता है बिजली का झटका
साउथ अमेरिका की एक जनजातीय परंपरा के अनुसार लड़कियाँ शादी के पहले पुरुषों से उनकी मर्दानगी का अनोखा सबूत मांगती हैं. इस सबूत को देना यहाँ की सबसे बड़ी परंपरा में शामिल है. इस परंपरा के अनुसार पुरषों को शराब का सेवन करना पड़ता है. थोड़ी देर बाद उन्हें 120 वोल्ट का बिजली का झटका दिया जाता है अगर लड़का इस झटके को झेल जाए तो उसे मर्द माना जाता है. इस गेम में फेल होने वाले लड़के को नामर्द समझा जाता है.
शादी से पहले दूल्हे के तलवों पर पड़ती है मार
इस तरह की अजीबोगरीब परंपरा साउथ कोरिया में निभाई जाती है. इस रस्म में दूल्हे को जमीन पर लिटाने के बाद उसके पैरों को रस्सी से बांधकर उसके तलवों पर गन्ने से मारा जाता है. दोस्तों के साथ-साथ, रिश्तेदार भी बारी-बारी से आकर दूल्हे के तलवों पर गन्ने से मारते हैं. साउथ कोरिया में गन्ने को फलाका कहा जाता है.
शादी करने के लिए करना पड़ता है रेप
किर्गिस्तान के लोगों की ये परंपरा है जिसमे हर लड़का शादी करने से पहले अपनी होने वाली पत्नी के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाता है. जो लड़का जिस लड़की के साथ रेप करता है, वो ही उसका पति बन जाता है. सदियों से यह पंरपरा चली आ रही है. इस परंपरा के चलते ही इस देश में सालाना करीब 12,000 लड़कियों का अपहरण करके उनके साथ यह गलत काम किया जा रहा है. हालांकि इस देश की सरकार द्वारा इस परंपरा को बैन कर दिया गया है, लेकिन समाज से यह प्रथा अभी भी चली आ रही है.
स्कॉटलैंड में दुल्हन को किया जाता है काला
स्कॉटलैंड में शादी से पहले दुल्हन को कालिख लगाने की रस्म निभाई जाती हैं. इस रस्म के साथ ही रिश्तेदार दूल्हा-दुल्हन को एक पेड़ से बांध देते हैं और उनके ऊपर दूध, आटा, चॉकलेट सीरप, अंडे और इसी तरह की अन्य चीजें डालते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस रस्म को निभाने से दूल्हा-दुल्हन को बुरी शक्तियों से बचाया जाता है. इस तरह की रस्में स्कॉटलैंड के कुछ हिस्सों में ही निभाई जाती हैं.
पीपल या केले के पेड़ से होता है गठबंधन
हिन्दू समाज में लड़के और लड़कियों की कुण्डली मिलाते समय मांगलिक दोष पर अधिक जोर दिया जाता है. हिंदू ज्योतिष के अनुसार, मांगलिक लड़के या लड़की की गैर मांगलिक लड़की या लड़के से शादी करने के लिए पहले मांगलिक दोष दूर किया जाता है. इस मांगलिक दोष को दूर करने के लिए मांगलिक को कुंभ विवाह करना होता है. यह कुंभ विवाह भगवान विष्णु की मूर्ति, पीपल या केले के पेड़ के साथ होता है.
आत्म-समालोचना (Self-Flagellation)
आत्म-समालोचना की प्रथा भारत में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी प्रचलित है. यह प्रथा मुहर्रम के दिवस पर मनाई जाती है. मुहर्रम दिवस इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने मनाया जाता है. इस दिन को हुसैन इब्ने अली की मौत हुई थी और साथ ही उनके साथ लड़ने वाले 72 योद्धाओं की मौत हुई थी. यह दिवस उनकी याद में मनाया जाता है.
बच्चे को छत से गिराना
बच्चे को छत से गिराने वाली रस्म बहुत चौंकाने वाली है, यह खास करके मुस्लिम समुदाय के लोगों में प्रचलित है, हालांकि यह रिवाज हिन्दू धर्म के लोगों में भी प्रचलित है. यह प्रथा महाराष्ट्र और कर्नाटक के कई ग्रामीण इलाकों में पिछले 700 वर्षों से मनाई जा रही है. इस प्रथा में 1-2 वर्ष के बच्चे को 50 फुट की ऊंचाई से नीचे गिराया जाता है. नीचे खड़े लोग उसको पकड़ते हैं, लोग ऐसा समझते हैं कि ऐसा करने से बच्चों को भगवान से आशीर्वाद मिलता है.
फीमेल फोएटिसाइड
भारत में कई परिवार दहेज देने के दबाव से लड़की को बोझ मानते हैं और वह लड़की का जन्म होने से पहले ही उसको गर्भ में मार देते हैं, इसके विपरीत लड़कों को परिवार का मशाल पदाधिकारी कहा जाता है. भारत में कन्या भ्रूण हत्या पर प्रतिबंध है फिर भी कई लोग अवैध तरीके से लड़की को गर्भ में मार देते हैं.