खुद को भावनात्मक रूप से सुन्न ऐसे बनाएं
कभी-कभी आप सोचते होगे कि भावनात्मक रूप से सुन्न होने से आप भावनात्मक रूप से चोट खाने से बच सकते हो. अपनी भावनाओं को दबाने से आप भावनात्मक रूप से चोट खाने से बच सकते हो.
1. अपनी जिंदगी से नकरात्मक लोगों को निकाल दो या फिर उनसे बातचीत ना करो. ऐसा करने से आपको कुछ समय के लिए अकेलेपन का सामना करना पड़ सकता है.
2. उचित सावधानी बरतें, जैसे कि ”मनोवैज्ञानिक दमन” कई मानसिक विकारों में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता है. हमेशा लोगों से दूरी बनाये रखना या अकेला रहना भी आपके लिए अच्छा संकेत नहीं है.
3. जितनी जरूरत हो उतनी ही बात करें या अगर आप ज्यादा बातें करते हो तो कम बातें करें. अगर आप से कोई “ हाँ या ना” में कोई जवाब मांग रहा है तो आप अपना सर हिलाकर भी जवाब दे सकते हो. जो लोग अपनी भावनाओं को छिपाते हैं वह लोग अक्सर बहुत कम बोलते हैं.
4. आपसे चाहे कोई भी बड़बड़ा रहा है या आपको नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा है उस के सामने कभी भी ना झुकें. जब आप किसी गंभीर मुद्दे पर बात कर रहे हो तो आपको अपनी स्थिति नहीं छोड़नी चाहिए.
5. अपने चेहरे के भावों को दूसरों को दिखाने से बचें. हमेशा एक खाली चेहरा बनाकर रखें.
6. अपनी आँखों की पलकों को कम झपको क्योंकि आँखों का ज्यादा झपकना आपके कमज़ोर होने की निशानी को दर्शाता है.
7. भावनाओं में ना बहकर, तर्क लगाकर सोचें. जो लोग भावनात्मक रूप से सुन्न होते हैं वह अपनी भावनाओं को सामने रखकर नहीं सोचते बल्कि तर्क लगाकर सोचते हैं.
8. कभी भी बाध्यकारी आवेगी या जुनून में आकर बात नहीं करनी चाहिए बल्कि लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से बात करनी चाहिए.
9. अपने गुस्से और चिंता को नियंत्रण में रखो और समस्याओं को मौकों में बदल दो.
10. अपने आप को लोगों से अलग एकांत में रखो और ज्यादा से ज्यादा आराम करो.