2009 में, जेम्स कैमरून ने अपनी शानदार और बहुप्रतीक्षित 3डी फिल्म, अवतार रिलीज की। यह फिल्म हॉलीवुड में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों से एक है। मोशन कैप्चर के उपयोग के कारण फिल्म को बड़ी सफलता मिली, जो बाद में फिल्म उद्योग में मुख्यधारा बन गई।
इस पोस्ट में हम जानेंगे इस फिल्म से जुड़े कुछ मज़ेदार तथ्य, तो चलिए शुरू करते हैं:
- 1997 में बनी फ़िल्म टाइटैनिक भी उस समय बॉक्स आफिस पर सफलता के नए कीर्तिमान रचने वाली फिल्म बन गई थी। टाइटैनिक के लिए कैमरून को बेहतरीन निर्देशन का ऑस्कर पुरस्कार मिला था। लगभग 12 साल के बाद जब उन्होंने अपनी नई फ़िल्म अवतार पेश की तो एक बार फिर उन्होंने अपनी फ़िल्म में भव्यता के पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए।
- इस फिल्म के लिए कैमरून ने फिल्म में दिखाए गए एलियंस के लिए एक अलग भाषा भी बनवाई। जो यूएससी में भाषाविद डॉ. पॉल फ्रॉमर ने बनाई थी। इस भाषा को 1000 शब्दों से बनाया गया था। जिसमें जेम्स कैमरून ने 30 शब्द जोड़े थे। इस फिल्म को बनाने के लिए जेम्स कैमरून ने सेटअप भी अलग से किया था।
- फ़िल्म की कहानी 22 वीं सदी की है जब मानव एक बेहद महत्वपूर्ण खनिज अनओब्टेनियम को पैंडोरा पर खोद रहे होते है जो एक बड़े गैस वाले गृह का रहने लायक चन्द्रमा है जो अल्फ़ा सेंटारी अंतरिक्षगंगा में स्थित है। इस खनन कॉलोनी का बढ़ना पैंडोरा की प्रजातियों व कबीलो के लिए खतरा बन जाता है। पैंडोरा की प्रजाति नाह्वी, जो मानवों के सामान प्रजाति है इसका विरोध करती है।
- कहते हैं कि इस फिल्म की कहानी मलयालम के सुपरस्टार मोहनलाल की मूवी ‘वियतनाम कॉलोनी’ से भी काफी हद तक मिलती-जुलती थी। फिल्म रिलीज होने के बाद करीब 7 लोगों ने जेम्स पर कहानी चुराने का आरोप भी लगाया था। बाद में जेम्स ने कोर्ट में एक कॉपी भेजी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनको इस फिल्म का आइडिया कहां से आया था और वो केस भी जीत गए थे।
- जेम्स कैमरून को बचपन से ही साइंस फिक्शन किताबें बहुत पसंद थीं। कहा जाता है कि उन्हें इस फिल्म को बनाने का आइडिया भी यहीं से आया था। कैमरून ने टाइटैनिक बनाने के दौरान ही फिल्म अवतार की 80 पेजों की स्क्रिप्ट लिखी और टाइटैनिक रिलीज होने के बाद ही इस पर फिल्म बनाने की घोषणा कर दी।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑडिशन के समय सैम वर्थिंगटन अपनी कार में ही रह रहे थे। सैम वर्थिंगटन के अनुसार, उन्हें एक फोन कॉल के जरिए कास्टिंग के लिए आमंत्रित किया गया था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उन्हें स्क्रिप्ट के बारे में कुछ नहीं बताया, न ही उन्होंने उन्हें निर्देशक का नाम भी बताया था।
- निर्देशक जेम्स कैमरून को सेट पर सख्त होने के लिए जाना जाता था, उन्हें काम के दौरान किसी भी प्रकार की खलल पसंद नहीं थी जिसके लिए उन्होंने एक नेल गन भी रखी थी जिसका उपयोग वे उन सेल फोनों पर करते थे जो काम के दौरान बज उठते थे।
- जेम्स कैमरून ने इस फिल्म को बनाने की घोषणा तो कर दी लेकिन फिल्म बनाने के लिए उन्हें हाइटेक टेक्नोलॉजी की जरूरत थी क्योंकि उनके अधिकतर किरदार फिक्शन थे। लिहाजा वो उस समय इस आइडिया पर आगे काम नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने अपनी इस कहानी पर फिल्म बनाने का आइडिया नहीं छोड़ा।
- फिल्म में सुनाई देने वाली अधिकांश जानवरों की आवाजें जुरासिक पार्क से डायनासोर की हैं, जिसमें विशेष रूप से टी-रेक्स और रैप्टर्स।
- संगीतकार जेम्स हॉर्नर ने कहा कि यह उनकी सबसे कठिन फिल्म थी और उनके करियर की सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने डेढ़ साल तक सुबह 4:00 बजे से रात 10:00 बजे तक संगीत पर काम किया।
- जेक सुली की भूमिका निभाने के लिए मैट डेमन और जेक गिलेनहाल कैमरून की पहली पसंद थे, लेकिन कैमरून ने मुख्य भूमिका में सैम वर्थिंगटन को कास्ट करने का फैसला किया।
- फिल्म में 40% लाइव एक्शन और 60% फोटो-यथार्थवादी सीजीआई है। सीजीआई दृश्यों के लिए बहुत सी मोशन कैप्चर तकनीक का उपयोग किया गया था।