श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों के लिए अनुष्ठान और तर्पण किया जाता है। इस दिन प्रसाद के साथ-साथ पकवान और भोजन बनाकर पितरों को अर्पण किया जाता है ताकि वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद दें।
शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध का भोजन बनाते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए नहीं तो पितर नाराज भी हो सकते हैं। हर चीज साफ और स्वच्छ होनी चाहिए।
आज हम आपको इस पोस्ट में बताने जा रहे हैं कि किन बातों का ध्यान श्राद्ध का भोजन बनाते समय रखना चाहिए।
श्राद्ध के लिए भोजन बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान
श्राद्ध के लिए खाना बनाते समय उसमें खीर का होना बहुत जरूरी है। कोशिश करें कि खीर गाय के दूध से बने न कि भैंस के दूध से। श्राद्ध में दूध, दही और घी तीनों ही गाय के होने चाहिए।
इनके सेवन से ब्राह्मण तृप्त होते हैं, जिससे पितरों को भी सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा खीर के सेवन से देवता भी प्रसन्न होते हैं।
श्राद्ध के लिए भोजन बनाते समय प्याज और लहसुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यह सात्विक भोजन है। ऐसे में ध्यान रखें कि लहसुन और प्याज से दूर ही रहना ही बेहतर है।
श्राद्ध भोजन हमेशा बिना चप्पल पहने ही बनाना चाहिए। आप चाहें तो लकड़ी की चप्पलें पहन सकते हैं क्योंकि लकड़ी को बहुत पवित्र और पवित्र माना जाता है लेकिन चमड़े के जूते या चप्पल पहनकर सात्त्विक भोजन नहीं बनाना चाहिए।
श्राद्ध के लिए भोजन बनाते समय दिशा का ध्यान रखें। हमेशा पूर्व की ओर मुंह करके खाना बनाना चाहिए और दक्षिण की ओर मुंह करके खाना नहीं बनाना चाहिए।