सहारा रेगिस्तान, दुनिया का सबसे बड़ा और गर्म मरुस्थल है. सहारा नाम अरबी शब्द सहरा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है मरुस्थल. सहारा मरुस्थल अफ्रीका के उत्तरी भाग में अटलांटिक महासागर से लाल सागर तक फैला हुआ है. अगर क्षेत्रफल में हिसाब से बात करें तो सहारा मरुस्थल भारत के क्षेत्रफल से लगभग दो गुना अधिक है. महासागरों के बारे और अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
आइए जानें सहारा मरुस्थल से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में….
- सहारा मरुस्थल के पश्चिम में स्थित, मरिसिनिया क्षेत्र में रेत के बड़े-बड़े टीले पाये जाते हैं. कुछ रेत के टिब्बों की ऊंचाई 180 मीटर तक पहुँच जाती है.
- सहारा मरुस्थल, लगभग 92 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है. पश्चिम से पूर्व तक इसकी लम्बाई लगभग 4800 किलोमीटर तथा उत्तर से दक्षिण तक इसकी चौड़ाई 1800 किलोमीटर है.
- सहारा मरुस्थल में दिन और रात के तापमान में काफी अंतर होता है.कभी कभी तो दिन का तापमान 56 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है वहीं रात में यह 0 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला जाता है.
- सहारा मरुस्थल, संसार के लगभग 8 प्रतीशत थल भाग में फैला हुआ है. यह मरुस्थल 11 देशों में फैला हुआ है.
- मरुस्थल में आपको कहीं-कहीं कुएं, नदियाँ और झरने दिखाई देंगे, इसी कारण यहाँ हरे-भरे मरुद्यान पाए जाते हैं. सहारा में खारे पानी की झीलें भी पाई जाती हैं.
- सहारा में जीवन व्यतीत करना बेहद कठिन है फिर भी यहां 500 के अधिक जीव यहां पाए जाते है और लगभग 1000 के करीब पेड़ों की प्रजातियां भी यहां मिलती है.
- ऐसा माना जाता है कि लगभग 6000 साल पहले सहारा में हरियाली हुआ करती थी लेकिन धीरे धीरे हरियाली से यह एक सबसे बड़े गर्म मरुस्थल में बदल गया.