इतिहास के पन्नों में ऐसी कई खौफनाक कहानियां और रहस्य दबे हुए हैं, जो अगर सामने आ जाएं तो आप सहम जाएंगे। ऐसी ही एक खौफनाक कहानी आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं जिसे जानने के बाद आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे।
दरअसल यह कहानी जुड़ी है रानी एलिजाबेथ बाथरी से। एलिजाबेथ बाथरी हंगरी की रहने वाली थी। एलिजाबेथ बाथरी को इतिहास की सबसे खतरनाक और वहशी महिला सीरियल किलर के नाम से भी जाना जाता है।
साल 1585 से 1610 के बीच बाथरी ने 600 से भी ज्यादा लड़कियों की जान ले ली थी। कहा जाता है कि किसी ने एलिजाबेथ को खूबसूरती बरकरार रखने के लिए कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने की सलाह दी थी। एलिजाबेथ को यह तरीका इतना पसंद आया कि इसके लिए उसने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी।
एलिजाबेथ बाथरी की शादी 15 साल की उम्र में फेरेंक द्वितीय नाडास्डी नाम के एक व्यक्ति से हुई थी, जो 19 साल का था। वह तुर्कों के खिलाफ युद्ध में हंगरी का नायक था। एलिजाबेथ ने अपने पति के सामने ही यह अपराध करना शुरू कर दिया था। कुंवारी लड़कियों को मारना उसका शौक बन गया था।
शादी के लगभग 10 साल बाद एलिजाबेथ को तीन बेटियाँ और एक बेटा हुआ। एलिजाबेथ के पति की मृत्यु 1604 में 48 वर्ष की आयु में हो गई थी। अपने पति की मृत्यु के बाद, एलिज़ाबेथ उत्तर-पश्चिमी हंगरी में कास्टेल चली गईं, जिसे अब स्लोवाकिया के नाम से जाना जाता है।
उसने अपने साथ कई नौकर रखे थे। कहा जाता है कि एलिजाबेथ बाथरी के इस भयानक अपराध में उसके तीन नौकर भी उसका साथ देते थे। चूँकि वह एक अत्यधिक कुशल महिला थी, इसलिए वह आस-पास के गाँवों की गरीब लड़कियों को अपने महल में अच्छे पैसे पर काम करने का लालच देकर बुलाती थी। लेकिन जैसे ही लड़कियां महल में आती थीं वो उन्हें अपना शिकार बना लेती थी।
कहा जाता है कि एलिजाबेथ पहले अपने शिकार पर अत्याचार करती थी। वह उन्हें मारती थी, यहां तक कि उनके हाथ जला देती थी या काट देती थी।
कई बार वह लड़कियों के चेहरे या शरीर के अन्य हिस्सों का मांस दांतों से काट लेती थी और अंत में उन्हें मारकर उनका खून एक टब में इकट्ठा कर लेती थी, जिसमें एलिजाबेथ बाथरी नहाती थी। इसका जिक्र बहुत सी किताबों में किया गया है। एलिजाबेथ बाथरी पर कई हॉलीवुड फ़िल्में भी बनाई गई हैं।
कहा जाता है कि जब इलाके में लड़कियों की संख्या काफी कम हो गई तो उसने ऊंचे घरानों की लड़कियों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया।
जब हंगरी के राजा को इस बात का पता चला तो उन्होंने इस मामले की जांच करवाई। जांच टीम ने एलिजाबेथ के महल से कई लड़कियों के कंकाल और सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए।
साल 1610 में एलिजाबेथ बाथरी को उनके घृणित अपराध के लिए गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें उनके ही महल के एक कमरे में कैद कर दिया गया, जहां चार साल बाद 21 अगस्त 1614 को उनकी मृत्यु हो गई।
कहा जाता है कि एलिजाबेथ काफी खूबसूरत थीं और वह अपनी खूबसूरती बरकरार रखना चाहती थीं। इसीलिए उसने अपने महल में 600 से अधिक कुंवारी लड़कियों की हत्या कर दी थी। हालाँकि, यह भी कहा जाता है कि उनकी मृत्यु के समय वह बहुत बदसूरत हो गई थीं।