गर्मी के मौसम में सूरज की तपिश और भीषण गर्मी के कारण लोगों का हाल बेहाल हो है. गर्मियों में कहीं-कहीं तो पारा 47-48 डिग्री पार कर जाता है. पूरे देशभर में गर्मी और ऊष्माघात यानि लू की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़ जाती है। गर्म हवाओं और तेज धूप के कारण लोगों को कई बीमारियां भी हो जाती हैं.
इस पोस्ट में हम गर्मियों में होने वाली परेशानियों और परेशानियों से बचने के लिए कुछ खास टिप्स आपके लिए लेकर आयें हैं।

गर्मी में होने वाले आम रोग:
गर्मी में लापरवाही व पानी की कमी के कारण शरीर में निर्जलीकरण (dehydration), लू का लगना, चक्कर आना,घबराहट होना, नकसीर आना, उलटी-दस्त, सन-बर्न(sun-burn), घमोरिया जैसी कई बीमारियाँ हो सकती हैं.
गर्मियों में क्या न करें
- गर्मियों के मौसम में खुली धूप में खुले शरीर, नंगे सर, नंगे पाँव न चलें.
- तेज गर्मी और धूप में घर से खाली पेट या प्यासे बाहर न जाएँ. जाना जरूरी हो तो एक-दो गिलास ठंडा पानी पी लें.
- कूलर या एसी से निकल कर तुरंत धूप में न जाएँ.
- बाहर धूप से आकर तुरंत ठंडा पानी पीना और सीधे कूलर या एसी के पास ना बैठें.
- तेज मिर्च-मसाले, बहुत गर्म खाना, चाय, और शराब इत्यादि का सेवन ज्यादा ना करें.
- सूती और ढीले कपड़ो की जगह सिंथेटिक और कसे हुए कपडे ना पहनें.
- आधे बाजू वाली शर्ट या ऐसे कपड़े न पहने जिनसे धूप आपकी त्वचा पर पड़ती हो.
पढ़े: ऊष्माघात यानि लू क्या है और इससे कैसे बचें?
क्या करें: गर्मी और लू से राहत पाने के लिए घरेलू नुस्खे जो आपके काफी काम आ सकते हैं
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- घर से बाहर निकलते वक़्त कच्चे आम का शरबत यानि ‘आम का पन्ना’ ज़रूर पियें. यह आपको भीषण गर्मी से तो राहत देगा और साथ ही आपको लू लगने से भी बचाएगा.
- गर्मियों में छाछ का सेवन काफी फायदेमंद होता है. पतली दही से तैयार होने वाला छाछ पेट को ठंडक देता है.यह गर्मियों के मौसम में होने वाली डिसेंट्री को भी दूर भगाता है.
- नींबू पानी हर मौसम में फायदेमंद होता है. लेकिन गर्मियों के मौसम में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसलिए बीच-बीच में नींबू पानी का सेवन काफ़ी कारगर साबित होता है.

- नारियल पानी गर्मियों के लिए सबसे बेहतर है. इसमें बहुत अधिक मात्रा में कैल्शिेयम क्लोराइड और पोटैशियम पाया जाता है.
- खीरा गर्मियों के लिए बहुत उत्तम माना जाता है. यह गर्मियों में होने वाले गैस, एसीडिटी, सीने में जलन की समस्याओं को दूर करता है
- गर्मी में जब भी घर से निकले, कुछ खा कर और पानी पी कर ही निकलें, खाली पेट ना निकलें.
- गर्मी में सूती और हलके रंग के कपडे पहनने चाहिये.
- चेहरा और सिर रुमाल या साफी से ढक कर निकलना चाहिये.
- शीतल पानी का सेवन, 3 से 6 लीटर रोजाना करें.
- बाजारू ठंडी चीजे नहीं बल्कि घर की बनी ठंडी चीजो का सेवन करना चाहिये.
- त्वचा को धूप से बचाने के लिए अच्छी सी सन-स्क्रीन (Sun Screen) त्वचा और चेहरे पर लगायें.
घरेलू उपचार प्राकृतिक होते हैं और इनसे साइड-इफैक्ट्स होने की आशंका न के बराबर होती है. फ्रूट्स से बनी क्रीम आपकी त्वचा के लिए उत्तम होती है. फिर भी किसी भी चीज को उपयोग करने से पहले अपनी त्वचा के अच्छी प्रकार को जान लें। हो सके तो इस बारे में किसी एक्सपर्ट से भी सलाह ले लें।


हम आपको बता दें कि यह गांव उत्तराखंड के चमोली जिले में और बद्रीनाथ से तीन किमी आगे समुद्र तल से 18,000 फुट की ऊँचाई पर बसा एक खूबसूरत गाँव है. यह गांव भारत-तिब्बत सीमा पर बसा है. इस गांव को देश का आखिरी गांव या सीमान्त ग्राम भी कहा जाता है.

ब्लैक टाइगर की कहानी: जासूसी करना बाएं हाथ का खेल नहीं है। और फिर बात पाकिस्तान जैसे देश में जाकर जासूसी करने की हो तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह काम जान हथेली पर लेकर चलने से कम नहीं। हर वक्त पकड़े जाने का डर, यातना और मौत का डर और अपने देश, घर-परिवार से दूर रहने और शायद कभी न मिल पाने का दुःख और साथ ही पकड़े जाने पर देश के द्वारा त्यागे जाने की मजबूरी लेकर चलना अपने आप में एक जासूस की जांबाजी, समर्पण, देशभक्ति और दिलेरी की कहानी कह देते हैं।





हिन्दू धर्मग्रंथों और पुराणों में धन और समृद्धि के लिए महालक्ष्मी देवी की पूजा की जाती है. मध्यप्रदेश में रतलाम नामक स्थान पर महालक्ष्मी देवी सबसे प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है. यहाँ साल भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है और भक्त यहां करोड़ों रुपए के जेवर और नकदी चढ़ाते हैं. खासतौर पर धनतेरस से लेकर दिवाली के दिन परिसर को सोने, चांदी और नोटों की मालाओं से सजाया जाता है.
लेकिन भक्त यहां से खाली हाथ नहीं जाते है. दिवाली के बाद जाने वाले भक्तों को आभूषण और नगदी, प्रसाद के रुप में दी जाती है. प्रसाद को लेने के लिए लोग दूर-दूर से इस मंदिर में पहुंचते हैं. लेकिन प्रसाद के रूप में मिलें आभूषण और नगदी को लोग माता का आशीर्वाद मानते है और हमेशा संभाल कर रखते हैं.




















इन सांपो की गिनती विश्व के सबसे जहरीले सांपो में की जाती है. यह सांप इतने जहरीले होते हैं कि अगर किसी को काट ले तो आदमी 10 से 15 मिनट के अंदर मर जाता है. ब्राज़ील मे अधिकतर 90 प्रतिशत लोगों की मौत साँपो के काटने से होती है.
स्थानीय लोगों के अनुसार ब्राजील का यह आइलैंड शुरु से ऐसा नहीं था. इस आइलैंड पर पहले सांप बहुत कम पाए जाते थे. इल्हा दे क्वेइमाडा ग्रैंड आइलैंड के तट के पास एक लाइट हाउस बना हुआ है जोकि ब्राजील नौसेना द्वारा बनाया गया था. इस लाइट हाउस में नौसेना का कर्मचारी काम किया करता था. इस आइलैंड में वह कर्मचारी अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ इस लाइट हाउस में रहते थे.
एलोवेरा से होने वाले फायदे









