आपने बहुत से ऐसे देवी – देवताओं के मंदिर देखे होंगे, जिनमें तरह-तरह के देवी देवताओं की मूर्तियां रखी होती हैं। लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसे मंदिर के बारे में सुना है, जहाँ की केवल मिट्टी लगाने से ही सारे रोग दूर हो जाते हैं जी हाँ आज हम आपको इस पोस्ट में इसी चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, तो चलिए शुरू करते हैं:
कहाँ पर स्थित है ये मंदिर
दरअसल उत्तर प्रदेश हमीरपुर जिले के झलोखर गांव का प्राचीन मंदिर जो मां भुनेश्वरी के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर को भुइयांरानी के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर लाखों श्रद्धालुओं के आस्था का बहुत बड़ा केंद्र है।
मंदिर के नाम पर यहां नीम के पेड़ के नीचे एक चबूतरा बना हुआ है और चबूतरे पर कुछ मूर्तियां रखी हुई हैं। लेकिन भक्तों की आस्था यहां की मिट्टी से जुड़ी है।
यहां के लोगों का मानना है कि इस स्थान की मिट्टी को पूरे शरीर में लगाने से हड्डी से जुड़े सारे रोग, यहां तक कि गठिया की समस्या भी ठीक हो जाती है।
यहाँ के स्थानीय लोगों के अनुसार लगभग 200 वर्ष पूर्व एक नीम के पेड़ से एक मूर्ती निकली थी जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आने लगे।
लोगों ने यहाँ की मिट्टी को तिलक के रूप में लगाया तो उनके शरीर के सारे दर्द चमत्कारी रूप से दूर हो गए। बस यहीं से मां भुवनेश्वरी का चमत्कार शुरू हो गया था।
बताया जाता है कि गठिया रोग से पीड़ित लोगों को पहले मंदिर के पास बने सरोवर में स्नान करना पड़ता है, फिर मंदिर के पीछे नीम के पेड़ के नीचे पड़ी मिट्टी लगाकर लोग गठिया रोग से छुटकारा पाते हैं। इस सरोवर का इतिहास भी सैकड़ों साल पुराना है। यह सरोवर भीषण गर्मी में भी पानी से भरा रहता है।
मंदिर की मिट्टी के चमत्कार से वैज्ञानिक भी हैरान
वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें तो भुवनेश्वरी मंदिर की मिट्टी के जांच कई बार वैज्ञानिकों ने करनी चाही पर यह पता नहीं लगा सके कि इस मिट्टी में कौन ऐसे तत्व छिपे हैं जिसकी वजह से मिट्टी शरीर पर लगते ही सभी शारीरिक दर्द या कष्ट खत्म कर देती है।