भारत के आगरा शहर में स्थित एक ऐतिहासिक इमारत है, जिसे ताजमहल के नाम से जाना जाता है। यह एक ऐसी इमारत है जिसे प्यार की निशानी भी कहा जाता है। इस इमारत को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं। इसका निर्माण17वीं शताब्दी में, मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा करवाया गया था। आइये जानते है इससे जुड़े कुछ मज़ेदार तथ्यों के बारे में :-
- ताजमहल मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा बनवाया गया था। शाहजहां ने 7 शादियाँ की थी और ताज़महल का निर्माण अपनी चौथी बेगम मुमताज़ की याद में करवाया था। मुमताज़ की मौत 14वें बच्चे को जन्म देते हुए हुई थी।
- ताजमहल का निर्माण 1632 में शुरू हुआ था और यह 1653 तक चला। ताज महल बनाने में 22 साल लगे थे l ताजमहल को पूरा करने के लिए 22 ,000 मज़दूरों ने काम किया था, जिसमें भारत के अलावा फ्रांस और तुर्की के मज़दूर भी शामिल थे।
- हिंदुओ के अनुसार ताजमहल में एक शिव मंदिर है जिसका असली नाम है “तेजोमहालय” क्योकिं किसी भी मुस्लिम देश में ऐसी कोई इमारत नही है जिसके नाम के अंत में महल आए। ‘महल’ मुस्लिम शब्द नही हैं।
- ताजमहल का रंग दिन में सफेद शाम को सुनहरा और सुबह गुलाबी दिखाई देता है। ताजमहल हर बार अलग अलग रंगों में प्रतीत होता है।
- 1632 में ताजमहल को बनाने में2 करोड़ रूपए खर्च हुए थे। लेकिन यदि आज ताज़महल बनाया जाता तो लगभग 6800 करोड़ रूपए खर्च होते।
- इस स्मारक में एक मुख्य हॉलनुमा स्थल है जिसके चारों तरफ चार गुम्बदें हैं। पूरा ताजमहल संगमरमर से ही निर्मित है। 17 हेक्टेयर में बना यह स्मारक, बेहद सुंदर है जिसकी संरचना मुस्लिम धर्म के वास्तु के हिसाब बनाई गई है। कहा जाता है कि इसमें लगा हुआ संगमरमर राजस्थान, चीन, अफगानिस्तान और तिब्बत से आया था। इसमें 28 तरह के बेशकीमती पत्थर जड़े हुए हैं।
- ताज महल यमुना नदी के किनारे बना हुआ है। ताजमहल का आधार एक ऐसी लकड़ी पर बना हुआ है जिसे मजबूत बनाये रखने के लिए नमी की जरूरत होती है और इस नमी को यमुना नदी ही बनाये रखती है।
- जिस तरह सफेद संगमरमर का ताजमहल शाहजहां ने अपनी बेगम के लिए बनवाया था, वैसा ही ताजमहल वह अपने लिए काले संगमरमर का बनवाना चाहते थे l लेकिन उनके बेटे ने उन्हे ऐसा करने से रोक दिया और न मानने पर उन्हे बंदी बना लिया।
- ताज महल दुनिया की सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली इमारत है। हर रोज पूरी दुनिया से लगभग 12 ,000 लोग ताज महल देखने आते हैं।
- ताजमहल के निर्माण के समय बादशाह शाहजहां ने इसके शिखर पर सोने का एक कलश लगवाया था। इसकी लंबाई 30 फीट 6 इंच थी। कलश करीब 40 हजार तोले (466 किलोग्राम) सोने से बनाया गया था।
- ताजमहल के मुख्य मार्ग के बीच जो फव्वारें लगे हैं वह किसी पाइप से नहीं जुड़े है बल्कि हर फव्वारें के नीचे एक तांबे का टैंक है। ये सभी टैंक एक साथ भरते है और दबाव बनने पर एक साथ पानी छोड़ते हैं।
- ताजमहल को 1857 में एक हमले के दौरान थोड़ा सा नुकसान हुआ था। लेकिन लॉर्ड कर्जन ने इसे 1908 में दुबारा ठीक करवा दिया था, क्योंकि तब तक इसे विश्व भर में ख्याति मिल चुकी थी।
- ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की कब्र के ठीक ऊपर एक खूबसूरत लैंप टंगा है। ये लैंप मिस्र के सुल्तान बेवर्सी द्वितीय की मस्जिद में लगे लैंप की तरह है।