गुफा कला के इतिहास से लेकर, अजंता और एलोरा के भित्ति चित्र, राजपूत और हिल स्कूल की पेंटिंग्स और मुगलों द्वारा बनायी गयी लघु कृतियां तक भारत के इतिहास में कला ने महत्वपूर्ण किरदार अदा किया है. यहां हम आपको भारतीय आधुनिक कलाकारों द्वारा भारत की आजादी से लेकर अबतक बनायी गयी शीर्ष 10 पेंटिंग की सूची दिखाने जा रहे हैं.
जटायु वधम
जटायु वधम को राजा रवि वर्मा द्वारा बनाया गया था. वह भारतीय कला के सबसे प्रसिद्ध छवियों में से एक थे. जटायु वधम पेंटिंग में महाकाव्य कहानी रामायण का एक किस्सा दिखाया गया था. जिसमें रावण द्वारा, सीता को बचाने की कोशिश कर रहे जटायु गिद्ध के पंख काटते दिखाया गया था.
तीन लडकियाँ
“तीन लड़कियों” की पेंटिंग को अमृता शेरगिल द्वारा बनाया गया था. इस पेंटिंग में तीन लडकियों की शादी से पहले उनकी मासूमियत को दिखाया गया है, जो अभी व्यस्क भी नहीं हुईं. इस पेंटिंग को आजादी से पहले तैयार किया गया था और इस पेंटिंग ने कला की दुनिया में अपना बहुत प्रभाव छोड़ा था. इस पेंटिंग को फिर 1935 में नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट, दिल्ली में रखा गया.
भारत माता
“भारत माता” पेंटिंग को अवनीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा बनाया गया था. वह रबिन्द्रनाथ टैगोर के भतीजे थे. वह “इंडियन सोसाइटी ऑफ़ ओरिएंटल आर्ट” के संस्थापक सदस्य और प्रिंसिपल कलाकार थे.
मदर टेरेसा का प्रतिष्ठित चित्र
मदर टेरेसा की प्रतिष्ठित पेंटिंग को एम्.ऍफ़ हुसैन द्वारा बनाया गया था। इस पेंटिंग में मदर टेरेसा को सफेद साड़ी पहने हुए दिखाया गया था और उस साड़ी के किनारे नीली रेखा के थे. इस पेंटिंग में मदर टेरेसा की पवित्रता को दिखाया गया था. यह पेंटिंग एम.ऍफ़ हुसैन के हाथों बनी होने की वजह से मदर टेरेसा की विरासत का हिस्सा बन गयी थी.
डांडी मार्च
डांडी मार्च की पेंटिंग को काले और सफेद लिनोकट में नंदलाल बोस द्वारा बनाया गया था. इस पेंटिंग में महात्मा गांधी द्वारा किया गया भारत के औपनिवेश्क के दिनों में अंग्रेजों के खिलाफ मशहूर दांडी मार्च दिखाया गया था. इस पेंटिंग को 1930 में तैयार किया गया था, अब यह पेंटिंग दिल्ली में नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट का हिस्सा है.
सोहनी महिवाल
“सोहनी महिवाल” की पेंटिंग को महान चित्रकार शोभा सिंह द्वारा बनाया गया था. यह पेंटिंग सोहनी महिवाल की दुखद प्रेम कहानी को दर्शाती है. इस कलाकार ने सोहनी महिवाल प्रेम कहानी पर 1937 और 1979 के बीच कई मशहूर पेंटिंग बनायी थी. लेकिन उन सब में से यह सबसे प्रसिद्ध थी.
तारा जो टिमटिमाता है
“तारा जो टिमटिमाता है (The Star that Beckons) “ की पेंटिंग को जहाँगीर सबावाला द्वारा तैयार किया गया था. इस पेंटिंग में उन्होंने प्रकाश और अंतरिक्ष के साथ-2 समुन्द्र, रेत और आकाश के मिश्रणों को दिखाया था. सबावाला भारत के एक विशाल कलाकार थे जिन्होंने अपने करियर में 60 से अधिक वर्षों तक काम किया था.
कुल्लू की बसंत में कृष्ण
“कुल्लू की बसंत में कृष्ण” की पेंटिंग को रूस के कलाकार निकोलस रोरिक द्वारा तैयार किया गया था. इस पेंटिंग को न्यूयॉर्क में निकोलस के संग्रहालय में रखा गया है. इस पेंटिंग में भगवान कृष्ण को बसंत के मौसम में बर्फ के पहाड़ों के बीच पेड़ के नीचे बैठकर बांसुरी बजाते हुए दिखाया गया है.
महिषासुर
महिषासुर की पेंटिंग को तयेब मेहता द्वारा बनाया गया था. इस पेंटिंग में हिन्दू देवी दुर्गा द्वारा भैंस का अवतार लिए हुए दानव महिषासुर का वध करते हुए दिखाया गया था. इस पेंटिंग को 6 करोड़ रुपए में बेचा गया था. तयेब मेहता ने अपनी कला से भारतीय कलाकारों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी थी.
पूर्ण सरपट चाल में दौड़ता हुआ घोड़ा
“पूर्ण सरपट चाल में दौड़ते हुए घोड़े” की पेंटिंग को एम्.ऍफ़ हुसैन द्वारा बनाया गया था. यह पेंटिंग उन्होंने अपने शुरुआती करियर के दौरान बनायी थी. इस पेंटिंग में घोड़ा सर ऊपर उठाकर मजबूत स्थिति में सरपट दौड़ता दिखाया गया है. यह पेंटिंग एम्.ऍफ़. हुसैन द्वारा बनायी गयी सबसे मशहूर पेंटिंग थी.