Friday, November 22, 2024
16 C
Chandigarh

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के बारे में रोचक तथ्य

भारतीय गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 का दिन वह दिन था जब भारत ने अपना संविधान प्राप्त किया और एक सम्पूर्ण लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया। 26 जनवरी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दिन पूर्ण स्वराज (स्वतंत्रता की घोषणा) की वर्षगांठ भी है। जिसे 26 जनवरी 1930 को में आधिकारिक रूप से पूर्ण स्वराज का लक्ष्य घोषित किया गया थाl

क्या है गणतंत्र का अर्थ

गणतंत्र संस्कृत के दो शब्दों से बना है। गण का मतलब जन अर्थात मैं और आप, यानी कोई भी आम व्यक्ति। तंत्र का अर्थ है सिस्टम या प्रणाली या व्यवस्था। गणतंत्र एक ऐसी प्रणाली है जिसमें राज्य की शक्ति इसमें रहने वाले लोगों या राज्य की सामान्य आबादी में निहित होती है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार , लोकतंत्र “एक ऐसा वातावरण प्रदान करता है जो मानव अधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का सम्मान करता है, और जिसमें लोगों की स्वतंत्र रूप से व्यक्त इच्छा को महत्व दिया जाता है।”

क्या है हम भारतवासियों के लिए 26 जनवरी का महत्व

15 अगस्त 1947 को भारत ने स्वतंत्रता हासिल तो कर ली लेकिन देश का शासन अभी भी अंग्रेजों के बनाये कायदे-क़ानून के अनुसार चल रहा था। अंग्रेजों के बनाये अधिकतर नियम और क़ानून बलपूर्वक थोपे जाते थे जिनके रहते पूर्ण स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं था। ये नियम-क़ानून बनाने वालों और जिनपे ये लागू होते थे उन पर अलग-अलग प्रभाव रखते थे। अर्थात पक्षपाती थे। भारत को एक ऐसे संविधान की दरकार थी जो शासन और शासित दोनों के लिए सामान रूप से प्रभाव रखते हों।

संविधान का निर्माण

एक पक्षपात रहित व्यवस्था के लिए यह आवश्यक था कि नियम-क़ानून लिखित में हों ताकि ज़रूरत पड़ने पर उनका हवाला दिया जा सके। इसके लिए संविधान के निर्माण की आवश्यकता थी। सम + विधान अर्थात सभी के लिए समान व्यवस्था या समान नियम क़ानून। संविधान के निर्माण की ज़िम्मेवारी डॉ भीवराव आंबेडकर को सौंपी गयी जिन्होंने 2 साल 11 महीनों में संविधान का पहला ड्राफ़्ट तैयार किया।

26 जनवरी के बारे में रोचक तथ्य

  1. गणतंत्र दिवस स्वतंत्रता मिलने के तीन साल बाद यानी जनवरी 26, 1950 को मनाया गया था। वास्तव में, भारतीय संविधान का प्रारूप तैयार करने में 2 साल 11 महीने का समय लगा था।
  2. डॉ भीवराव आंबेडकर लगभग वन मैन आर्मी बन का संविधान का पहला ड्राफ़्ट तैयार कर दिया। इस भगीरथी कार्य के लिए उन्हें संविधान निर्माता की प्रतिष्ठित उपाधि प्राप्त है।
  3. दरअसल, संविधान सभा की प्रारूप समिति में जिन सात लोगों को रखा गया उनमें से एक सदस्य बीमार हो गए, दो दिल्ली के बाहर थे, एक विदेश में थे, एक ने बीच में इस्तीफा दे दिया वहीं एक सदस्य ने जॉइन नहीं किया। इस तरह से सात सदस्यों वाली कमेटी में केवल आंबेडकर के कंधों पर संविधान का ड्राफ्ट बनाने की सारी जिम्मेदारी आ गई।
  4. भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी, 1950 को पहली बार राष्ट्रपति पद की शपथ सरकारी आवास पर ली।
  5. गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान, एक ईसाई गीत “एबाइड विद मी” बजाया जाता है जोकि महात्मा गांधी के पसंदीदा गीतों में से एक माना जाता है।
  6. भारत के बारे में एक मजेदार तथ्य यह है कि इसमें दुनिया का सबसे लंबा संविधान होने का रिकॉर्ड है, जिसमें कुल मिलाकर 448 लेख हैं।
  7. इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो गणतंत्र दिवस समारोह में पहले मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
  8. गणतंत्र दिवस के महत्व का अनुमान इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि यह 29 जनवरी को एक बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के साथ मनाए जाने वाले उत्सवों के साथ एक तीन दिवसीय लंबा संबंध है।
  9. 26 जनवरी, 1965 को हिंदी को भारत की राष्ट्रीय भाषा घोषित किया गया।
  10. 26 जनवरी 1930 को, भारत ने पूर्ण स्वराज या पूर्ण स्वराज की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया था और इसीलिए, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इस तिथि को महत्व देना चाहा। नतीजा यह निकला कि 26 जनवरी, 1950 को भारत को एक संप्रभु राज्य बनने के लिए चुना गया था
  11. हमारे संविधान में अन्य देशों के संविधान के सर्वोत्तम पहलू हैं। स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को फ्रांसीसी संविधान से अपनाया गया था, जबकि पंचवर्षीय योजना यूएसएसआर संविधान से आई थी।
  12. पहला गणतंत्र दिवस परेड मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित किया गया था और इसमें 15,000 नागरिकों ने भाग लिया था।
  13. भारतीय संविधान के बारे में एक दिलचस्प तथ्य यह है कि यह दो भाषाओं में लिखा जाता है- हिंदी और अंग्रेजी। 24 जनवरी 1950 को इस पर 308 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए और दो दिन बाद प्रभावी हो गए।
  14. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या को भारत रत्न, कीर्ति चक्र, पद्म पुरस्कार जैसे अधिकांश राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा के लिए चुना जाता है।
  15. भारतीय गणतंत्र दिवस लागू होने के बाद, भारत ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत सरकार अधिनियम, 1935 का पालन किया।
  16. प्रथम गणतंत्र दिवस 1950 को सुबह 10:30 बजे, हमारे पहले राष्ट्रपति को बधाई देने के लिए 31 तोपों की सलामी ली गई।
  17. गणतंत्र दिवस पर, भारतीय वायु सेना अस्तित्व में आई। इससे पहले, भारतीय वायु सेना एक नियंत्रित निकाय थी लेकिन गणतंत्र दिवस के बाद, भारतीय वायु सेना एक स्वतंत्र निकाय बन गई।

Related Articles

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

15,988FansLike
0FollowersFollow
110FollowersFollow
- Advertisement -

MOST POPULAR