भूकंम्प का नाम सुनते है दहशत सी हो जाती है. भूकंप के आते है सब कुछ हिलने लगता है. अधिक तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं जिससे भारी संख्या में जान माल का नुक्सान झेलना पड़ता है. भूकंप एक भूगर्भीय घटना है जिसमें धरती की अंदरूनी प्लेटों के आपस में टकराने पर बहुत ही उच्च-क्षमता की एनर्जी पैदा होती है जिससे धरती की सतह पर कंपन महसूस किया जाता है.
भूकंप के कारण दुनिया भर में अब तक लाखों लोगों की जान जा चुकी है. आखिर भूकंप के आने का असली कारण क्या है और कौन से ऐसे तथ्य हैं जो हमने नहीं पढ़े. आज हम आपको भूकंप से जुड़े कुछ ऐसे ही तथ्यों से अवगत कराएंगे
- जब पृथ्वी की ऊपरी सतह हिलती है तो उसे भूकंप का नाम दिया जाता है. भूकंप आने का मुख्य कारण टेक्टोनिक प्लेटों का खिसकना, ज्वालामुखी विस्फोट, परमाणु धमाके और खदानों की खुदाई आदि भी हो सकते हैं.
- क्या आपको पता है कि पृथ्वी पर हर साल लगभग 5 लाख भूकंप आते है इन में से सिर्फ 1 लाख भूकंप ही महसूस किए जा सकते है. 1 लाख भूकंपों में से सिर्फ 100 भूकंप ही ऐसे होते है जो कि विनाशकारी प्रलय लाते हैं.
- आज तक का सबसे विनाशकारी भूकंप सन 1960 में चिली में आया था, जिसकी तीव्रता 9.5 दर्ज की गई.
- सन 1811 में एक जबरदस्त भूचाल के कारण उत्तरी अमरीका में बहने वाली मिसिसिप्पी नदी (mississippi river) उल्टी दिशा में बहने लगी थी.
- भूकंप के कारण अब तक का सबसे खतरनाक हिमस्खलन सन 1970 में पेरू में आया था. यह हिमस्खलन लगभग 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आया था. इस हिमस्खलन की वजह से पूरा गांव ही तबाह हो गया था और इसमें लगभग 18 हजार लोग मारे गए थे.
- कैलिफोर्निया के पार्कफील्ड को “The Earthquake Capital of the World” कहा जाता है. दरअसल पार्कफील्ड ऐसी जगह स्थित है, जहां दो टेक्टोनिक प्लेट आपस में एक-दूसरे से जुड़ती हैं.
- भूकंप आने के प्रारंभिक बिंदु को फोकस या HypoCenter (भूकंप के भूमिगत फोकस बिंदु) कहा जाता है.
- 26 दिसंबर, 2004 को इंडोनेशिया में भूकंप से हिन्द महासागर में जल प्रलय सुनामी आ गई. इसमें लगभग 2 लाख 30 हजार लोगों की जिंदगी चली गई.
- 15 अगस्त, 1950 को तिब्बत में आए विनाशकारी भूकंप में 780 लोगों की जान चली गई.
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- प्राचीन ग्रीस में लोगों का मानना था कि भूकंप समुद्र के देवता पोसाइडन की वजह से आता है. उनका कहना था कि जब देवता नाराज हो जाते है तो जमीन पर अपने त्रिशूल से प्रहार करते है जिससे धरती कांपती है.
- भूकम्प के कारण अब तक का सबसे खतरनाक लैंडस्लाइड चीन के कान्सू प्रान्त में सन 1920 में आया था. लैंडस्लाइड की वजह से लगभग 2 लाख लोग मारे गये थे.
- 31 जनवरी,1906 को इक्वाडोर में 8.8 की तीव्रता से भूकंप आया. इससे वहां सुनामी आ गई. इस प्राकृतिक आपदा ने यहां कम से कम 500 लोगों को मौत की नींद सुला दिया.
- भूकंप (Earthquake) के बचाव के लिए पैगोडा आकार के घर बनाये जाते है
- प्लेट टेक्टोनिक्स थ्योरी का विकास 20वी सदी के मध्य में हुआ था. हैरी हेस के द्वारा सागर नितल प्रसरण की खोज से इस सिद्धान्त का प्रतिपादन आरंभ माना जाता है.
- भूकंप की तीव्रता मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है और इस यंत्र को रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल भी कहा जाता है. भूकंप की तरंगों को रिक्टर स्केल 1 से 9 तक के आधार पर मापता है.
- सन 1935 में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कार्यरत वैज्ञानिक चार्ल्स रिक्टर ने बेनो गुटेनबर्ग की सहायता से रिक्टर स्केल पैमाने की खोज की थी.
- 25 अप्रैल, 2015 को 7.8 की तीव्रता से भूकंप आया और नेपाल में तबाही मच गई। 8857 लोगों की मौत हुई. यहां पर इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा.
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