एक हलवाई, जो खौलते तेल की कड़ाही में डालता है हाथ!!

जरा कल्पना करें कि क्या हो यदि कड़ाही में कुछ तलते हुए खौलते गर्म तेल के कुछेक छींटे आपके हाथ पर पड़ जाएँ. यकीनन आप दर्द से बिलबिला उठेंगे और माँ, बाप, दादी, नानी सबको एक साथ याद कर लेंगे. अब कल्पना करें कि क्या कोई नंगे हाथों से खौलते तेल की कड़ाही में कुछ तल सकता है? नहीं न? लेकिन एक शख्स है जो ऐसा कर सकता है.

धौलपुर राजस्थान के मुकेश कुशवाह एक ऐसे शख्‍स हैं जो, उबलते हुए तेल की कढ़ाई में हाथ डालकर कचौरी और समोसा तल सकते हैं। दरअसल तलने का सारा काम वह बिना चिमटे या कड़छी के ही करते हैं.

मुकेश कुशवाहाउनकी हैरतअंगेज क्षमता लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को विवश कर देती है और कई लोग तो उनकी इस क्षमता के कारण उत्सुकतावश ही उन्हें देखने और उनके हाथ की तली गरमागरम कचौरियां खाने पहुँच जाते हैं.

मुकेश कुशवाह उबलते कढ़ाही में हाथ डाल देते हैं. उन्हें जलन या दर्द जैसा कुछ भी महसूस नहीं होता है.

खुद मुकेश कुशवाहा मानते हैं जन्मजात प्रतिभा

मुकेश कहते हैं कि उनके हाथ पूरे पंजे तक गर्म तेल में नहीं जलते हैं, यानि उन्हें गर्म या जलने का अहसास नहीं होता है। हाँ यदि, पंजे से ऊपर बांह में तेल आ जाये है तो फफोले पड़ जाते हैं।

मुकेश कुशवाहा

मुकेश दस साल से हलवाई का काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि कुदरत ने उन्हें ऐसा ही बनाया है. वे लोगों से अपील करते हैं कि लोग देखा-देखी में यह जोखिम कतई न उठाएं।

मुकेश कुशवाहा ने दस वर्ष तक सीमावर्ती मुरैना में हलवाइयों के साथ काम किया। काम करने के दौरान वे गरम कड़ाही को नंगे हाथों से ही उठा लेते थे. धीरे-2 वे इसके आदि हो गये. कचौरी-बूंदी तलने के दौरान उबलते तेल में अंगुलियां डालीं तो पता चला कि इसका कोई असर नहीं हो रहा।

चार साल से वह धोलपुर में अपनी कचौरियों की दुकान चला रहे हैं।

रिलायंस का नया ऑफर, साल भर हर दिन 1जीबी डाटा!!

रिलायंस जियो के मुकाबले में रिलायंस कॉम ने भी अपना नया 1जीबी प्रतिदिन ऑफर पेश किया है। ऑफर में कंपनी अपने ग्राहकों के लिए एक साल का खास पैकेज पेश कर रही है। यह ऑफर रिलायंस के डाँगल बंडल के रूप में है जो एक साल के लिए 5,199 रुपए का मिलेगा।

इस बंडल ऑफर में एक आरकॉम का 4जी सिम कार्ड है, जिसके साथ 1जीबी डाटा प्रतिदिन और साथ में वाई-पॉड भी मिलेगा। यह ऑफर आरकॉम ईशॉप वैबसाईट पर उपलब्ध है।

आरकॉम की साईट पर जो तस्वीर डाँगल की दिखाई गई है, वो एकदम रिलायंस जियो के वाई-फाई डिवाइस की तरह है।

1जीबी प्रतिदिन के ईएमआई ऑफ़र में इस बंडल ऑफर के लिए आपको 5,199 रुपए देने होंगे। यह कीमत आप ईएमआई यानि किस्तों में भी चुका सकते हैं। इसकी ईएमआई 500 रुपए प्रति महीने से शुरू होती है। इसके लिए 3,6,9,12,18 और 24 महीनों तक का ईएमआई ऑफर है।

1जीबी

फीचर्स आरकॉम के इस डाँगल के साथ 4जी स्पीड देने का दावा किया गया है। इस डिवाइस से 10 डिवाइस कनेक्ट किये जा सकते हैं। इसमें 32जीबी इनबिल्ट मैमोरी भी है। कॉल सपोर्ट के साथ इसमें अधिकतम डाउनलोड स्पीड 150एमबीपीएस देने का प्रस्ताव है।

डाँगल बंडल ऑफर 4जी वाईफाई डाँगल बंडल के साथ ग्राहकों को एक साल का प्रीपेड ऑफर दिया जा रहा है। इसमें यूज़र्स को 365 दिनों तक हर दिन 1जीबी 4जी डाटा मिलेगा।

हि.प्र. के युवक का कमाल, दाढ़ी के एक बाल के ब्रश से बना डाली पेंटिंग!

क्या नमक के कण पर नाम लिखा जा सकता है? क्या दाढ़ी के एक बाल को ब्रश बना कर पेंटिंग बनाई जा सकती है? सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन ऐसा कर दिखाया है बेमिसाल हुनर के मालिक मुकेश थापा ने.

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में जन्मे थापा को अपनी खुद की यह पोर्ट्रेट बनाने  लगभग एक साल लगा. कैनवस पर इस पेंटिग को बनाने के लिए मुकेश ने अपनी दाढ़ी के सिर्फ एक बाल का प्रयोग किया.

मुकेश थापा पेंटिंग29 मार्च 1979 को एमएस थापा और देव माया थापा के घर जन्मे मुकेश थापा को बचपन से ही चित्रकारी का शौक था। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने किसी से चित्रकारी की कला नहीं सीखी। हालाकिं, हिमाचल के प्रसिद्ध चित्रकार शोभा सिंह को मन ही मन वह अपना गुरू मानते हैं।

नेपाल मूल के मुकेश थापा एक बाल से पेंटिंग बनाकर और ऐसे ही कई अन्य हैरतअंगेज पेंटिंग बना कर लिम्का बुक रिकॉर्ड, एशिया बुक रिकॉर्ड, इंडिया बुक रिकॉर्ड, चाईना बुक ऑफ रिकॉर्ड,  नेपाल रिकॉर्ड, यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड और वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया जैसे कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं.

मुकेश थापा पिछले 24 सालों से पेंटिंग कर रहे हैं. मुकेश के परिवार में उनकी दो बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. मुकेश की आरंभिक शिक्षा नर्सरी स्कूल धर्मशाला और ब्वायज स्कूल धर्मशाला में हुई. जिसके बाद थापा ने पीजी कालेज धर्मशाला से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की. मुकेस को पेंटिंग का शौक उस समय पैदा हुआ जब वह महज़ चार साल के थे.

अक्टूबर 2015 में अमेरिका में आयोजित एक ऑनलाइन कम्पटीशन में मुकेश की पेंटिंग “एंड ऑफ़ ग्रीन” (End of Green) को प्रथम पुरूस्कार मिला था.

 मुकेश थापा की पेंटिंग "एंड ऑफ़ ग्रीन"
मुकेश थापा की पेंटिंग “एंड ऑफ़ ग्रीन” जिसे विश्व में पहला स्थान मिला

आज मुकेश उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का काम कर रहे हैं, जो अपने हुनर को मुकेश की तरह निखारना चाहते हैं. मुकेश का ख्वाब है कि वो धर्मशाला में विश्व स्तरीय आर्ट गैलरी बनाएं, जहां युवा पीढ़ी कैनवस पर नये भारत को उतार सके.

मुकेश थापा को नमक के दाने पर नाम लिखने और दाढ़ी के बाल से पेंटिंग बनाने सहित हैरतअंगेज पेंटिंग बनाने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुल नौ अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड, एवरेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड नेपाल, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड, रिकॉर्ड होल्डर रिपब्लिक और एशिएस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है।

इसके अलावा वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अमिताभ बच्चन, सलमान खान, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को वह उनकी पेंटिंग बनाकर गिफ्ट कर चुके हैं।

सुषमा मैम, काश! आप हमारी प्रधानमंत्री होती: पाकिस्तानी महिला

सुषमा स्वराजएक और पनामा पेपर लीक मामले में शुक्रवार को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य करार दिए जाने के बाद नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद से हटना पड़ा। वहीँ दूसरी और एक ऐसी पाकिस्तानी महिला भी हैं जिनका मानना है कि यदि सुषमा स्वराज पाकिस्तान की प्रधानमंत्री होती तो यह देश बदल गया होता.

हिजाब आसिफ नाम की पाकिस्तानी महिला ने भारतीय विदेश मंत्री के के एक ट्वीट के जबाव में लिखा है, ‘आपको यहाँ से ढेर सारा प्यार और सम्मान. काश! आप हमारी प्रधानमंत्री होतीं तो यह देश बदल गया होता.’

दरअसल पाकिस्तानी नागरिक हिजाब आसिफ ने भारत में इलाज करवाने के आवेदन पर सुषमा को ट्वीट कर मदद मांगी थी. पाकिस्तानी शख्स को भारत आने के लिए मेडिकल वीजा नहीं मिल रहा था. हिजाब के अनुरोध पर सुषमा ने पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग को इस नागरिक को वीजा देने का निर्देश दिया है.

सुषमा की इस प्रतिक्रिया से गदगद हिजाब ने एक और ट्वीट कर लिखा, मैं आपको क्या कहूँ, सुपर वूमन या भगवान! आपकी उदारता को बयान करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं, लेकिन आँखों में आंसू हैं. लव यू मैम”. आपकी तारीफ़ करने से खुद को रोक नहीं पा रही हूँ.

गौरतलब है कि, इस मामले में खुद सुषमा ने ट्वीट करके हैरानगी जाहिर की थी कि क्या पाकिस्तान के विदेश मामलों के मंत्री सरताज अजीज इस महिला के मेडिकल वीजा के लिए अनुशंसा पत्र पेश करना भूल गये थे.

ट्रैक्टर के नीचे दबने के बावजूद इस किसान को खरोंच तक न आई!!

जाको राखे साइयां, मार सके न कोई…” यह कहावत तब सच साबित हो गयी जब ट्रैक्टर के नीचे दबा हुआ व्यक्ति बिना किसी खरोंच के सही-सलामत बाहर निकल आया.

यह हादसा तब हुआ जब खेत में जुताई करने के बाद यह किसान ट्रैक्टर को सड़क पर चढ़ा रहा था. तभी ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर खेत में ही पलट गया. चालक ट्रैक्टर के नीचे इस तरह से फंस गया कि ना तो वह बोल पा रहा था न ही वह बाहर निकल पा रहा था.

ट्रैक्टरइस वीडियों को देखने से ही रोगटें खड़े हो जाते हैं। 1.52 सैकेंड के इस वीडियों में एक टैक्ट्रर उल्टा पड़ा है और किसान इसके नीचे दबा पड़ा है। सबके मन में एक ही सवाल था कि क्या वह बच पायेगा?

उसकी मदद के लिए एक जेसीबी मशीन और आसपास के आदमी भी लगे रहे। पहले जायजा लिया गया कि टैक्ट्रर को कहाँ से उठाया जाए ताकि नीचे दबे व्यक्ति का कोई अंग कुचला न जाए।

एक तरफ समय निकलता जा रहा था और व्यक्ति के परिजनों की चिंताए बढ रही थी. दूसरी और ट्रैक्टर के नीचे दबे व्यक्ति के लिए एक-एक सैकेंड भारी पड़ रहे थे। अचानक धीरे धीरे टैक्ट्रर का सही जगह से उठाव शुरु हुआ।

इसके साथ ही आसपास शोर भी बढ़ता चला गया। जेसीबी चालक भी सामने खड़े लोगों के इशारों और हाथों को टकटकी लगाए देख रहा था। फिर वह वक्त आ ही गया जिसका सब इंतजार कर रहे थे।

जेसीबी ने ट्रैक्टर को कुछ फुट उठाया और लोगों ने दबे हुए व्यक्ति को हाथ से पकड़ कर बाहर खींच लिया। बाहर निकले व्यक्ति के हावभाव को देखकर कोई नही कह सकता था कि यह शख्स कुछ देर पहले ट्रैक्टर के नीचे दबा हुआ जीवन और मौत के बीच संर्घष कर रहा था।

देखें यह वीडियो:

https://youtu.be/6n8PcKIQrVI

आसमान में दिखा रहस्यमयी शहर, UFO साइंटिस्ट ने कहा, एलियंस कर रहे रेकी!

रहस्यमयी शहरआसमान में दूसरे ग्रह के प्राणियों यानि ‘एलियंस’ और उड़न-तश्तरियों यानि UFO (Unidentified Flying Objects) को देखे जाने की हमने बहुत सारी बातें सुनी हैं. लेकिन यह कुछ ऐसा है जो शायद ही पहले कहीं देखा या सुना गया है.

जी हाँ, एक रहस्यमयी शहर को आसमान में बादलों के बीच देखा गया है. यह केवल बादलों के बीच बनने वाली कुछ अजीबो-गरीब आकृतियाँ नहीं बल्कि साफ़ तौर पर नज़र आ रही गगनचुंबी इमारतें हैं जो दिन में नज़र आईं हैं. यह बहुत ही विचित्र और हैरान करने वाला और रहस्यमयी है.

यह रहस्यमयी और तैरता हुआ शहर चीन के हुनान प्रान्त के युएयंग शहर में इस साल के शुरू में देखा गया था. आसमान में बादल छाए हुए थे, इनसे छनकर सूरज की हल्की रोशनी जमीन पर पड़ रही थी। मौसम सुहाना था और लोग झील के किनारे मौज-मस्ती करने पहुंचे थे। तभी आसमान में यह तैरता हुआ शहर प्रकट हुआ जिसे देख कर लोगों के होश उड़ गये.

लोग अपने-2 मोबाइल फ़ोन निकाल कर फोटो और वीडिओ बनने लगे. ऐसी ही एक वीडिओ इस साल के शुरू में secureteam नाम के यूट्यूब चैनल ने एक वीडियो पोस्ट की थी जो नीचे दी गयी है.

पिछले दो सालों में चीन में ऐसी दो घटनाएँ हो चुकी है। इससे पहले ऐसा ही एक वाकया चीन के क्वांग-डांग प्रान्त के फुशेन में भी देखा गया था. यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका के न्यूयॉर्क, कैलिफॉर्निया शहरों में भी आसमान में तैरता शहर देखा जा चुका है।

कुछ लोग इसे Mirage यानि ऑप्टिकल इल्यूजन का नाम देते हैं. लोग कहते हैं कि ऐसा दृष्टि भ्रम के कारण हुआ। विज्ञान की भाषा में इस phenomina को फाटा मोरगाना कहते हैं।

फाटा मोरगाना के मामलों में किसी आकृति के प्रतिबिम्ब से अन्य आकृति बनती है लेकिन इस मामले में ऐसा संभव नहीं था क्योंकि असली शहर में को भी गगनचुंबी इमारत नहीं है. (देखें युएयंग शहर का चित्र)

वहीँ एलियंस चेजर Mr. Warning के अनुसार, एलियंस चीन के धुंध-भरे वातावरण का फायदा उठा कर मानव के उपर रिसर्च को अंजाम दे रहे हैं. यहाँ का धुंधला वातावरण और घनी जनसँख्या इसके लिए उपयुक्त है. गौरतलब है कि युएयंग की जनसँख्या 50 लाख से ऊपर है.

दूसरे यह प्रभाव ऐसी सतहों पर नज़र आता है जहाँ प्रतिबिम्ब बनने के लिए उपयुक्त सतह और तापमान मौजूद हो, जैसे कि पानी या धरती की समतल सतह. आसमान में बादलों के बीच ऐसा प्रभाव पैदा होने की सम्भावना पहले कभी देखी गयी थी.

वैज्ञानिक हालंकि इस घटना को सामान्य घटना मानते हैं लेकिन उनके पास भी इसे प्रमाणित करने के लिए कोई सबूत नहीं है. वहीँ कुछ लोग इसे चीन के होलोग्राम प्रयोग के कारण हुई घटना मानते हैं.

देखें वीडिओ:

पिछले 20 सालों से पानी में रह रही है यह औरत, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!

पटुरानी शाहपश्चिमी बंगाल के वर्धमान में एक औरत पिछले 20 साल से पानी में रह रही है. उम्र के इस पड़ाव पर अधिकतर औरतें जहाँ अपने परिवार के साथ रहना चाहती हैं वहीँ यह औरत पानी में अपनी जिन्दगी गुजार रही है.

पटुरानी शाह नाम की यह महिला पहले मुर्शिदाबाद में रहती थी लेकिन ससुराल में कोई परिवार न होने के कारण यह अब वर्धमान के खरत्वा गाँव में अपनी बेटी के पास रहती है. बेटी मिथुन के अनुसार वह महीने में दो बार चावल खाती हैं लेकिन मन करे तो और खाना भी खा लेती है.

मिथुन के अनुसार भूख न लगने के कारण वह काफी कम खाती हैं और शौच भी नहीं जाती. बेटी के अनुसार उसकी माँ को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और उनका मन घबराने लगता है जिसकी वजह से वह पानी में रहती हैं.

पटुरानी को लगता है कि पानी में रहने से ना कोई बुखार होता है ना ही सर्दी-जुकाम होता है और ना ही और कोई भी बीमारी होती है.

वहीँ स्थानीय डॉक्टर तापस सरकार का कहना है कि पटुरानी मानसिक रूप से बीमार हैं और इन्हें इलाज की जरूरत है. समय आने पर उनका उचित इलाज किया जायेगा.

देखें वीडियो:

‘मेडिकल वर्सेज इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स’ फनी वीडियो youtube पर वायरल

0

 

यूट्यूब पर २ दिन पहले अपलोड हुई “मेडिकल वर्सेज इंजीनियरिंग लाइफ” की फनी वीडियो ट्रेंडिंग में तीसरे नंबर पर है. अब तक 1,705,179 लोग इसे देख चुके है. इस वीडियो में मेडिकल लाइफ और इंजीनियरिंग लाइफ के बारे में बताया गया है.

मेडिकल के स्टूडेंट्स अपनी पढाई को लेकर इतने सीरियस होते है की परीक्षा से 2 महीने पहले भी उन्हें लगता है के तयारी के लिए बहुत कम टाइम रह गया और दूसरी तरफ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स परीक्षा के एक दिन पहले भी इतने मस्त रहते है के वह परीक्षा से सर्फ एक घंटा पहले पढ़ कर ही परीक्षा देने चले जाते है.

मेडिकल की क्लास में सभी बच्चे हाज़िर होते है जब की इंजीनियरिंग की क्लास में कभी कभी स्टूडेंट्स अपने दोस्तौं की ही प्रॉक्सी लगवाते रहते है जो की क्लास में होते ही नही.

मेडिकल के स्टूडेंट्स में यूनिटी कम होती है, जब के इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स में यूनिटी बहुत होती है. एक बार मास बंक करने का तय कर लिया उसके बाद कोई भी क्लास में नही जाता बल्कि यह तो कॉलेज से भी बाहर घुमने चले जाते है. 😛

लड़ाई के मामले में मेडिकल के स्टूडेंट्स डरपोक होते है, जबकी इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स किसी से नही डरते. इन्हें या इनके किसी दोस्त को कोई कुछ कह के तो देखे, बस फिर ये इंजीनीयर्स नही देखते के सामने कौन है और कौन नही सभी की धुलाई कर देते है.

अगर बात पढाई की करें तो मेडिकल स्टूडेंट्स दिन रात पढ़ते रहते है, लेकिन दुसरौं को ऐसे दिखाते है जैसे अभी पढ़ना शुरू भी नही किया हो. और दूसरी तरफ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स इतने टेंशन फ्री होते है की आधी रात तक फ़ोन पे गेम्स खेलते रहते हैं, मूवीज देखते है या दोस्तौं के साथ गप्पें मारते रहते है, इन्हें तो यह भी नहीं पता होता कि सुबह पेपर कौन सा है 😀

एग्ज़ाम के टाइम मेडिकल और इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का पेपर करने का स्टाइल आप खुद नीचे दी हुई वीडियो में देख कर आनंद लें. 🙂

प्लेसमेंट के बाद मेडिकल के स्टूडेंट्स सिर्फ डोक्टर ही बनते है कोई किसी में स्पेशलिस्ट तो कोई किसी में. लेकिन सिर्क इंजीनीयर्स में ही कुछ भी बन ने का टैलेंट होता है. कोई डिफेन्स (Defence) में जाता है तो कोई आर्मी (Army) में. कोई बड़ा स्टार(STAR) बन जाता है तो कोई बड़ा Business Man.

 

‘जब हैरी मैट.. का ‘हवाएं’ गाना रिलीज, हर 15 मिनट में देख रहे 40 हज़ार लोग!

इम्तियाज अली की आने वाली फिल्म ‘जब हैरी मैट सेजल’ का गाना ‘हवाएं’ रिलीज हो गया है। इस नए गाने में शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा के बीच होने वाले रोमांस की जबरदस्त कैमेस्ट्री देखने को मिल रही है। गाने को अरिजीत सिंह ने अपनी मधुर आवाज दी है।

गाना रिलीज होने के महज 15 मिनट के अंदर ही 25 हजार से ज्यादा लोगों ने देख लिया। अब तक इस गाने को लगभग तीन लाख लोग देख चुके हैं. हर 15 मिनट में लगभग 40 हज़ार लोग देख रहे हैं.

“हवाएं’” गाना इस फिल्म का चौथा गाना है. इससे पहले इस फिल्म के तीन गाने, “बटरफ्लाई”, “राधा” और ‘बीच-बीच में’ रिलीज़ हो चुके हैं और काफी पसंद किये गये हैं.

‘हवाएं’ एक लव सॉन्ग है। इस गाने में हैरी और सेजल के रिश्ते की झलकियां दिखने को मिल रहीं है।

गाने की रिलीज से पहले इस गाने की तस्वीरें भी शेयर की गई थी। इससे पहले अहमदाबाद में हजारों लोगों के बीच फिल्म का पहला गाना ‘राधा’ लॉन्च किया गया था।

इम्तियाज अली के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ 4 अगस्त 2017 को देशभर में रिलीज होगी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा, कहा- विकास के लिए BJP से परहेज नहीं!

उन्होंने बिहार में अपने विकास कार्यों की भी याद दिलाई। कहा, शराबबंदी लागू की। सड़क-पुलिया आदि का निर्माण कराया। लेकिन अब काम करने का माहौल नहीं रह गया था और केवल इसी (महागठबंधन में दरार) की चर्चा हो रही थी।

जेडीयू विधायकों के साथ बैठक करने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश के इस्तीफे के बाद बिहार के राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। नीतीश के इस्तीफे के साथ ही महागठबंधन टूट गया है।

नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद कहा, अंतर आत्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया। अब काम करने का माहौल नहीं रह गया था। हमने गठबंधन धर्म का पालन किया और 20 महीने तक गठबंधन और सरकार चलाई। चुनाव में जनता से जो वादे किए, उस कसौटी पर काम किया लेकिन अब केवल गठबंधन में दरार की ही चर्चा हो रही थी।

उन्होंने गठबंधन और इस्तीफे का ठीकरा लालू प्रसाद पर फोड़ते हुए कहा, हमने कोशिश की। उनसे आरोपों पर जनता के बीच सफाई देने को कहा। जितना संभव हुआ गठबंधन बनाए रखने की कोशिश की। दिल्ली में राहुल गांधी से भी मिले।

अमर उजाला में पढ़ें पूरी खबर >>