किसी भी व्यक्ति के जीवन को सफल और खुशनुमा बनाने में कुछ ख़ास लोगों का अहम हाथ होता है. इनमें से कुछ लोग आपके परिवार से, तो कुछ लोग बाहर से भी हो सकते हैं. सच्चे मित्र इस लिस्ट में सबसे ऊपर होते हैं. सच्चे मित्र का मिल जाना अपने आप में बेहद भाग्यशाली भेंट है.
लेकिन समस्या यह है कि सच्चे मित्र को कैसे पहचाना जाए? आईये, जानते हैं वह 10 गुण, जिनसे आप जान सकते हैं कि सच्चे मित्रों की क्या विशेषता होती हैं और जिनको जान कर आप सच्चे और स्वार्थी मित्रों में भेद कर सकते हैं.
आपकी पीठ पीछे बुराई नहीं करते
सच्चे दोस्त आपके साथ बेवजह नाटक पन या बनावटीपन नहीं दिखाते. अगर आपका मित्र आपकी व्यक्तिगत या गोपनीय बातें दूसरे लोगों से शेयर करता है, तो सच मानिए वह आपका सच्चा मित्र नहीं है. उसे तुरंत छोड़ देने में ही आपकी भलाई है.
नीचा दिखाने की कोशिश नहीं करते
आपके सच्चे मित्र आपको कभी नीचा दिखाने की कोशिश नहीं करते. वह आपसे हमेशा शांति से बात करते हैं, ना कि मतभेद को बढ़ाने का काम करते हैं. वह आपसे हमेशा आपके गुणों के बारे में बात करते हैं, ना कि आपकी कमियों के बारे में. हाँ आपकी कमियों का उल्लेख वे आपको प्रोत्साहित करने के लिए करते हैं, न की आपको नीचा दिखाने के लिए.
अच्छे दोस्त व्यर्थ की बहस में नहीं पड़ते
सच्चे मित्र आपको सुनते हैं
आपके सच्चे मित्र आपको अच्छी तरह से सुनते और समझते हैं और आपकी बातचीत के बीच बाधा नहीं डालते. एक सच्ची दोस्ती ऐसी स्थिति में कभी संतुलित नहीं रहती, जिसमें एक बातचीत कर रहा हो और दूसरा उसकी बातचीत में टोका-टोकी कर रहा हो. तो आपको भी अपने मित्र को सुनना चाहिए, क्योंकि आप भी सच्चे मित्र बनना चाहते हैं न!
आपको हतोत्साहित नहीं करते
वे आपको लक्ष्यों में आगे बढ़ने में कभी भी आपको हतोत्साहित (discourage) नहीं करते. एक अच्छा दोस्त हमेशा आपके व्यक्तिगत् विकास में बाधक आपकी कमजोरियों को आपको बताता है. वह ऐसा दया-भावना या घृणा-भावना से नहीं करते, बल्कि वह आपका भला और विकास चाहते हैं. ऐसा करके, वे आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं.
अतीत के बारे में कभी बात नहीं करते
एक अच्छा मित्र आपके अतीत के संबंध में कभी नहीं बात करेगा. यदि आप उनको अपने अतीत की कमजोरियों या गलतियों के बारे में कुछ बता भी देंगे, तो वह आपको उसे भूलने और अतीत से सीखने की सलाह देते हैं, न कि आपकी बातों को दूसरों को बताकर मज़े लेते हैं.
वे आप का साथ नहीं छोड़ते
एक अच्छा दोस्त भावनात्मक रूप से बुद्धिमान होता है. वह आपको इसलिए नहीं ठुकराता, क्योंकि लोग आपको अच्छा नहीं मानते या आपके बारे में आपके मित्रों को गलत राय देते हैं. बुरे समय में जब कोई आपके साथ नहीं होता, तब भी सच्चा मित्र आपका साथ नहीं छोड़ता.
वे आपकी सफलता से नहीं जलते
आपका अच्छा दोस्त आपकी सफलता से कभी भी ईर्ष्या नहीं करते. उनको यह पता होता है कि उनके दोस्तों की सफलता उनके लिए सबसे बड़ी ख़ुशी है. वे जानते हैं कि आपकी सफलता आपकी मेहनत का नतीजा है. वे आपकी सफलता को दिल से मनाते हैं और इसे आपके साथ इंजॉय करते हैं.
वे आपको आंकने की कोशिश नहीं करते
एक सच्चा दोस्त कभी भी आपको जज (judge) नहीं करेगा. यानी वह कभी आंकने की कोशिश नहीं करता कि आप कितने अच्छे, बुरे, परफेक्ट या इम्पेर्फेक्ट हो. वह आपको जैसे आप हो वैसे ही स्वीकार करता है, क्योंकि उसे पता होता है कि वह खुद भी परफेक्ट नहीं है. वह आपको आपकी कमियों के लिए उलाहना नहीं देता और न ही आपकी कमियों के लिए आपको छोड़ता है.
केवल ‘टाइमपास’ दोस्ती नहीं
आपका अच्छा दोस्त आपसे थोड़े समय के लिए या टाइम-पास दोस्ती नहीं करता, बल्कि वह लंबे समय तक आपसे दोस्ती निभाता है. जब कभी आपको कोई बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है, तो वह हमेशा आपकी मदद के लिए तैयार रहते हैं. वह ऐसा शख्स होता है जब जरुरत पड़ने पर आपको सबसे पहले उसकी याद आती है. वह आपको निराश नहीं करता.
यदि आपके पास ऐसे दोस्त हैं, जिनमें यह सब गुण हैं, तो यकीन मानिए आप सचमुच में भाग्यशाली हैं और आप ऐसे मित्रों को कभी नहीं छोड़ना चाहेंगे।
Achcha friend kiya hota hai
Yaha likhi baaton se kuch madad nahi mili?