बॉलीवुड में एक साल में सैकड़ों फ़िल्में रिलीज़ की जाती हैं. इन फिल्मों में कुछ ऊंचाईयां छूती है, तो कुछ गुमनाम हो जाती हैं. वहीं कुछ ऐसी फ़िल्में है, जो अपने विवादस्पद सीन या कंटेंट की वजह से सेंसर बोर्ड से हरी झंडी नहीं पाती. आज हम बॉलीवुड की ऐसी ही टॉप फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो विवादों में रही जिसके चलते या तो रिलीज़ नहीं हो पाई या उसमें कांट-छांट करने के बाद रिलीज़ हुई. तो आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ विवादस्पद फिल्मों के बारे में
Rang De Basanti
मल्टी-स्टारर फ़िल्म ‘रंग दे बसंती’ पर आरोप लगा था कि इसकी शूटिंग में जानवरों को इस्तेमाल करने के लिए अनुमति नहीं मांगी गई थी. घोड़े के एक सीन को फ़िल्म से हटा दिया गया था.
Lipstick Under My Burkha
बॉलीवुड फ़िल्म ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्क़ा’ को सेंसर बोर्ड द्वारा बैन कर दिया गया था. कई सारे कट लगाये जाने के बाद फ़िल्म रिलीज़ की गयी. इस फ़िल्म के कुछ दृश्यों को अश्लील बताया गया था.
Padmavat
ये फ़िल्म रानी पद्मिनी और अलाउद्दीन खिलजी की कहानी पर आधारित है. इसे लेकर करणी सेना और राजपूत समाज में बहुत आपत्ति है. फ़िल्म के कारण दीपिका पादुकोण की नाक काटने तक की धमकी दी जा चुकी है.
The Dirty Picture
पहले तो फ़िल्म के पोस्टर को लेकर विवाद हुआ, फिर सिल्क स्मिता के भाई वी. नागा वारा प्रसाद ने फ़िल्म के डायरेक्टर मिलन लुथरिया और प्रोड्यूसर एकता कपूर को सिल्क स्मिता के परिवार की अनुमति के बगैर फ़िल्म बनाने के लिए लीगल नोटिस भेज दिया था.
Jodha Akbar
राजस्थान में राजपूतों ने निर्देशक आशुतोष गोवारिकर पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाकर फिल्म की स्क्रीनिंग को रोक दिया था. उनके मुताबिक, जोधा मारवाड़ के उदय सिंह की बेटी थी और उनकी शादी अकबर के बेटे सलीम से हुई थी. फ़िल्म में दिखाया गया था कि जोधा की शादी अकबर से हुई थी.
PK
‘पीके’ पर बहुत से धार्मिक गुटों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा था. फ़िल्म में धर्मों के कुछ रीति-रिवाज़ों को अंधविश्वास के तौर पर दिखाया गया था.
Udta Punjab
अनुराग कश्यप की इस फ़िल्म से जहां सेंसर बोर्ड ने कई सीन हटाये थे. फ़िल्म पर पंजाब की छवि बिगाड़ने का आरोप भी लगा था. फ़िल्म पंजाब के युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर आधारित थी.
OMG
धर्म के बारे में फ़िल्म हो, तो विवाद होना तो तय है. फ़िल्म पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगे और यूएई में भी इसे बैन कर दिया गया था. 2012 में आई इस फिल्म को लेकर भी खूब हो-हल्ला मचा. अभिनेता परेश रावल पर पवित्र गंगा जल में विस्की मिलाकर आरती की थाली में थूकने का आरोप भी लगा. फिल्म में एक जगह रावल यह भी कहते हैं कि ‘एड्स जैसी बीमारियां मंदिरों के कारण फैली हैं’. जिसकी खूब निंदा हुई. हालाँकि, फिल्म रीलिज होने के बाद इसमें दिए गए सन्देश की लोगों ने खूब सराहना की.
Haider
2014 में आई शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर और तब्बू स्टारर ‘हैदर’ भी विवादों से घिरी रही थी. दरअसल, फ़िल्म में भारतीय आर्मी को जिस तरह से दिखाया गया था, उससे कुछ लोग खुश नहीं थे.
Fire
फ़िल्म में दो महिलाओं के बीच समलैंगिक रिश्तों को दिखाया गया था, जिस कारण ये काफी विवादों में घिरी रही. इस फ़िल्म में शबाना आज़मी और स्मिता पाटिल ने ज़बरदस्त एक्टिंग की है.1996 में बनी दीपा मेहता की फिल्म फायर को विवादों के बाद सेंसर बोर्ड को बैन करना पड़ा. इस फिल्म की कहानी एक हिंदू परिवार की दो सिस्टर-इन-लॉ की है. इसमें दोनों को लैसबियन दिखाया गया है. यही कारण है कि इस फिल्म का शिव सेना जैसे हिंदू संगठनों ने विरोध किया जिसके बाद इसे बैन कर दिया गया.
Parzania
साल 2002 में गुजरात में हुए दंगों को केंद्र में रखकर बनी यह फिल्म साल 2007 में आई थी. दंगे और सांप्रदायिक हिंसा फैलने के डर से कई राजनीतिक पार्टियों ने इसकी रिलीजिंग का विरोध किया,जिसके बाद इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया. निर्देशक राहुल ढोलकिया की इस फिल्म ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते.
Ramleela
संजय लीला भंसाली की 2013 में आई फिल्म ‘गोलियों की रासलीला: रामलीला’ में रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण लीड रोल में थे. फिल्म का नाम पहले ‘राम लीला’ था, लेकिन इससे कुछ हिंदुओं की भावनाएं आहत हो गई थीं. क्योंकि फिल्म का नाम हिंदू पौराणिक कथा पर आधारित था. इसके चलते भंसाली, दीपिका और रणवीर पर एफआईआर भी दर्ज करवा दी गई थी. बाद में फिल्म का नाम बदलकर ‘गोलियों की रासलीला: रामलीला’ कर दिया गया.
The Pink Mirror
भारत जैसे देश में समलैंगिकता का मुद्दा सदैव ही संवेदशील रहा है. इसी पर आधारित वर्ष 2003 में रिलीज हुई फिल्म पिंक मिरर को बैन कर दिया गया. पश्चिमी देशों की तरह भी अब भारत में समलैंगिक लोग खुल कर सामने आ रहे हैं, लेकिन फिल्म जब बनकर तैयार हुई तब ऐसा दौर नहीं था.
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