इस बहुत ही फनी वीडियो में एक बंदर एक छोटे कुत्ते को बुरी तरह से परेशान कर रहा है. कुत्ते का बच्चा शुरुआत में थोड़ा नरम रहता है लेकिन जब बन्दर की शैतानियाँ बढ़ जाती हैं तो कुत्ते का पिल्ला भी गुस्से में आकर उसको जवाब देना शुरू करता है. खैर, बन्दर तो आखिर बन्दर ठहरा, वो अपनी शरारतों से कहाँ बाज आने वाला था, यह सोच कर कुत्ते का पिल्ला रेहड़ी से नीचे उतर जाता है. लेकिन अब शामत बन्दर की आने वाली थी. देखें बहुत ही मजेदार वीडियो है.
बेरोजगारी के चलते मजबूर है लोग ऐसे खतरनाक काम करने के लिए!
बेरोजगारी व पेट की भूख मिटाने के लिए काम करना बहुत जरूरी है. इसके बिना जिंदगी गुजारनी बहुत मुश्किल है. ज्यादा पढ़े-लिखे लोग तो अच्छी नौकरी ही करेंगे लेकिन कम पढ़े-लिखे लोग किसी भी तरह का काम करने के लिए मजबूर होते हैं फिर भले ही वह काम कितना भी खतरनाक क्यों न हो. आज हम ऐसी ही खतरनाक जॉब्स के बारे में बात करेंगे जहाँ लोग हर दिन मौत के साथ खेलते हैं.
इलेक्ट्रिक लाइनमैन

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हाई वोल्टेज तारों को ठीक करते वक्त हर पल डर लगा रहता है. जरा सी चूक से मौत हो सकती है. क्योंकि बिजली का एक झटका शायद अगला पल महसूस करने के लायक ही न छोड़े. विकसित देशों में लाइनमैन को कई सुविधाएं दी जाती हैं, पर फ़िर भी लोग इस काम को करने से डरते हैं.
अग्निशमन दल

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अग्निशमन दल को बड़ी सावधानी से काम करना पड़ता है. वह अपनी जान पर खेल कर आग की लपटों में झुलसे लोगों, मकानों या दुकानों से जान-माल को सही सलामत निकालने का काम करते हैं. इस काम में जरा सी चूक जिंदगी पर भारी पड़ सकती हैं.
इमारतों पर लटक कर शीशे साफ़ करने वाले कर्मचारी

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बड़ी-बड़ी इमारतों के शीशों को बाहर से साफ करने का काम बहुत ही खतरनाक होता हैं. 800 फुट की ऊंचाई में रस्सी से लटक कर इमारतों के शीशों को साफ करना कोई आसान काम नही हैं. फिर भी लोग जिंदगी को जोखिम में डाल कर यह खतरनाक काम करते है. ऑफिस में बैठकर बाहर का नजारा आप इन्हीं की बदौलत देख पाते हैं.
कोयले की खदान में काम करना

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कोयले की खदान में काम करना हमेशा जोखिम भरा होता है. क्योंकि यहाँ चटाने कभी भी गिर सकती हैं. लोग हर दिन अपनी जिंदगी को जोखिम में डाल कर कोयले की खदानों में काम करते हैं. प्रतिदिन 300 से 400 रुपए कमाने के लिए वह अपनी जिंदगी को जोखिम में डालते है.
बॉडी गार्डस्

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बॉडी गार्ड्स अपने बॉस की जान बचाने के लिए हमेशा ही आगे रहते हैं. चाहे इसके लिए इन्हें अपनी जान ही क्यों ना गवानी पड़े. लोग तो बड़ी आसानी से कह देते हैं कि उन्हें इतने से काम के अच्छे खासे पैसे मिलते हैं लेकिन जरा सोचिए अगर जिन्दगी ही नहीं रही तो पैसों से क्या करेंगे.
स्टंटमैन

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जब भी कोई एक्शन फ़िल्म हिट होती है तो उसके पीछे स्टंटमैन की मेहनत होती है. स्टंटमैन अपनी जान को जोखिम में डाल कर खतरनाक स्टंट करता है जैसे कि हवा में उछलना, गुंडो से मार खाना, 40 फुट की इमारत से कूद जाना आदि. असल में वही असली हीरो होते हैं, लेकिन दुख की बात है की उन्हें कोई पूछता नहीं. अगर कोई स्टंट कलाकार घायल हो जाता है तो उसे सिर्फ़ स्टंट के ही पैसे मिलते हैं बाक़ी सारा ख़र्च उसे ख़ुद ही उठाना पड़ता है.
सीवर की सफ़ाई करने वाले कर्मचारी

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सीवरेज गोताखोर का काम पृथ्वी पर सबसे घृणित और अवांछित नौकरियों में से एक है. इस काम में कर्मचारी शहर को साफ़ रखने के लिए सीवर के अंदर जाकर मानव मलमूत्र, जहरीले कूड़ा-कचरे आदि को साफ़ करता है. कई बार इसमें इन्हें जान भी गवानी पड़ती है. 6,000 व् 7,000 के लिए यह अपनी जिंदगी को जोखिम में डालते हैं.
जो कहीं न मिले, वह मिलता है इस 5 जगहों में
भारत एक ऐसा देश है जहाँ आपको खूबसूरत पहाड़, नदियाँ और झरने देखने को मिलेंगे। लेकिन आज हम ऐसी जगहों के बारे में बनाने जा रहे है जहाँ आपको एक सुई से लेकर गाड़ी तक हर चीज मिलेगी।
जी हाँ हम बात कर रहे है भारत के मशहूर चोर बाजारों की। इन चोर बाजारों में आपको हर एक चीज मिलेगी। इन चोर बाजारों में आपको हर तरह का चोरी का समान मिलता है जैसे फोन, जूते, गाड़ियां, गाड़ियों के पार्ट्स, आदि।
आइए जानें इन चोर बाजार की खासियत….
मुंबई चोर बाजार
मुंबई का चोर बाजार लगभग 150 साल पुराना है। यह बाजार मुंबई में मटन स्ट्रीट मोहम्मद अली रोड के पास है। मुंबई का चोर बाजार पहले शोर बाजार के नाम से जाना जाता था। क्योंकि यहाँ लोगों की काफी भीड़ लगी रहती है जिस कारण दुकानदार तेज आवाज लगाकर सामान बेचते है।
चोर बाजार नाम पड़ने के पीछे भी एक कारण है। अंग्रेजों का शोर बाजार का गलत उचारण करने से इस जगह का नाम चोर बाजार पड़ा था। चोर बाजार में ऑटोमोबाइल पार्ट्स, चुराई हुई घड़ियां, सेकंड हैंड कपड़े, डुप्लीकेट वस्तुएं इत्यादि सामान मिलता है। चोर बाजार रोज सुबह 11 बजे से शाम के 7.30 बजे तक खुला है।
दिल्ली का चोर बाजार
दिल्ली का चोर बाजार भारत का सबसे पुराना बाजार है। यह मार्केट सिर्फ रविवार के दिन ही खुलती है। दिल्ली का चोर बाजार पहले लाल किले के पीछे लगता था लेकिन अब यह मार्केट जामा मस्जिद के पास लगती है।
दिल्ली का चोर बाजार का दूसरा नाम कबाड़ी बाजार है। इस चोर बाजार में आपको हर तरह के इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स मिलेंगे। यहां खरीदारी करते समय एक बात का विशेष ध्यान रखें कि सामान खरीदते समय सामान की जांच जरूर करें क्योंकि जो दिखता है वो होता नहीं।
सोती गंज, मेरठ, उत्तर प्रदेश
उतर प्रदेश के मेरठ में सोती गंज मार्केट बहुत ही लोकप्रिय है। सोती गंज मार्केट को चोरी की गई गाड़ियों और उसके पार्ट्स का मुख्य केन्द्र माना जाता है। सोती गंज मार्केट में आपको साइकिल से लेकर प्लेन तक सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स मिल जाएंगे। मेरठ की सोती गंज मार्केट रोज सुबह 9 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक खुलती है।
चिकपेट, बेंगलुरु
चिकपेट मार्केट बेंगलुरु की मुख्य मार्केट में से एक है। यह मार्केट मुंबई और दिल्ली के चोर मार्केट से कम लोकप्रिय है लेकिन यहाँ भी चोरी का हर सामान मिलता हैं। बेंगलुरू की चिकपेट मार्केट सिर्फ रविवार के दिन ही खुलती है। चिकपेट मार्केट बीवीके अयंगर सड़क के पास लगती है।
पुदुपेट, चेन्नई
चेन्नई का ऑटो नगर, पुरानी और चोरी की कारों को बदलने का काम करते है। पुदुपेट मार्केट में आपको हजारों की संख्या में दुकानें मिलेंगी। इनकी खासियत यह कई कि ये लोग अपने काम में इतने तेज होते है ये आपकी गाड़ी के ओरिजनल पार्ट्स को पल भर में बदल देंगे और आपको पता भी नहीं चलने देंगे। पुदुपेट मार्केट रोज सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक खुली रहती है।
टॉप 10: इन गायक-गयिकायों को मिलता है सबसे अधिक पैसा
बॉलीवुड एक ऐसी दुनिया है जहाँ ग्लैमर का जादू चारों तरफ बिखरा है. चाहे अभिनेता-अभिनेत्री हो या फिल्मों में अपनी सुरीली आवाज़ बिखेरने वाले गायक-गयिकायों हर किसी का आपना आकर्षण यानि चार्म है. हिंदी सिनेमा जगत में कई ऐसे प्लेबैक सिंगर्स हुए हैं जिनकी जादुई आवाज़ दिल को छू जाती है. लेकिन आज हम आपको उनके बारे में बताने नहीं आये हैं.
आज हम इस पोस्ट में सबसे ज्यादा मेहनताना पाने वाले सिंगर्स के बारे में आपको बता रहे हैं. तो आइए जानते हैं बॉलीवुड गायक-गयिकायों के बारे में जो एक फिल्म के गाना गाने के लिए मोटी रकम लेते हैं.
श्रेया घोषाल
श्रेया घोषाल ने बॉलीवुड में फिल्म देवदास से सन 2002 में डेब्यू किया. इनकी आवाज़ की मधुरता और खूबसूरती दोनों ही कमाल की हैं. श्रेया घोषाल ने कई सारी फिल्मों में अपनी आवाज़ दी है. श्रेया की गायकी के हुनर ने ही उन्हें बॉलीवुड की सबसे अमीर महिला प्लेबैक सिंगर बनाया है. श्रेया घोषाल की एक गाना गाने की कीमत है 18-20 लाख रुपये.
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हनी सिंह
हनी सिंह एक पंजाबी रैप गायक, संगीतकार, गायक और फिल्म अभिनेता हैं. इन्हें यो यो हनी सिंह के नाम से भी जाना जाता है. हनी सिंह वर्तमान में एक गाना गाने के लिए सबसे ज्यादा पारिश्रमिक लेने वाले कलाकारों में से एक बन गए है. हनी सिंह एक फिल्म में गाना गाने के लिए 15 से 18 लाख रुपये लेते हैं.
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मीका सिंह
मीका सिंह भारतीय पॉप गायक व रैपर हैं. मीका सिंह ने कई बंगाली फ़िल्मों में भी अपनी आवाज़ दी है. वे एक बेहद लोकप्रिय पंजाबी गायक है. उन्होंने कई बॉलीवुड फ़िल्मों में गाने गाए हैं. मीका सिंह करीब 13 लाख रुपये फिल्म में गाना गाने के लिए लेते हैं.
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अरिजीत सिंह
अरिजीत सिंह एक भारतीय पार्श्व गायक यानि प्लेबैक सिंगर हैं. अरिजीत सिंह को फिल्म ‘आशिकी-2’ फिल्म में तुम ही हो गाने से काफी शोहरत और कामयाबी मिली. इस गाने के लिए इन्हें 59वें फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार में सबसे अच्छा पुरुष गायक चुना गया था. अरिजीत सिंह एक फिल्म में गाना गाने के लिए करीब 13 लाख रुपये लेते हैं.
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मीत ब्रदर्स
मीत ब्रदर्स हिंदी फिल्म संगीत निर्देशक जोड़ी है. मीत ब्रदर्स ने बहुत सारी बॉलीवुड फिल्मों के लिए संगीत दिया है. इस जोड़ी में मनमीत सिंह और हरमीत सिंह शामिल हैं. मीत ब्रदर्स की जोड़ी एक गाने के लिए 12-13 लाख रुपये लेते हैं.
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सुनिधि चौहान
सुनिधि चौहान एक भारतीय पार्श्वगायिका है. सुनिधि चौहान ने हिंदी फिल्मों के अलावा, मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, बंगाली और गुजराती फ़िल्मों में 200 से अधिक गीत गाए है. सुनिधि चौहान एक फिल्म में गाना गाने के लिए लगभग 12 लाख रुपये लेती है.
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विशाल-शेखर
विशाल-शेखर बॉलीवुड की चर्चित संगीत निर्देशक जोड़ी है. विशाल-शेखर की जोड़ी ने कई फिल्मों में संगीत निर्देशन किया है जिसमें शामिल हैं ओम शांति ओम, तारा रम पम, सलाम नमस्ते, दस, ब्लफमास्टर, टशन, बचना ऐ हसीनों, दोस्ताना, आई हेट लव स्टोरिज, अंजाना अंजानी आदि. विशाल-शेखर की जोड़ी फिल्म में एक गाना कंपोज़ करने के लिए करीब 10 लाख रुपये लेते है.
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सोनू निगम
सोनू निगम बॉलीवुड के एक प्रसिद्ध गायक हैं. वे हिन्दी के अलावा कन्नड़, उड़िया, तमिल, पंजाबी, बंगाली, मराठी और तेलुगु फ़िल्मों में गाना गा चुके हैं. सोनू निगम ने बहुत सी इन्डि-पॉप (Indie-pop) एलबम बनाई हैं और हिंदी फिल्मों में अभिनय भी किया है. सोनू निगम फिल्म में एक गाना गाने के लिए 10 लाख रुपये लेते हैं.
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सुखविंदर सिंह
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सुखविंदर को बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगिंग के लिए जाना जाता है. छैंया-छैंया, चक दे इंडिया, मरजानी जैसे कई हिट गाने गाए. छैंया-छैंया गाने के लिए उन्हें बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड मिल चुका है. सुखविंदर सिंह फिल्म में एक गाना गाने के लिए 9-10 लाख रुपये लेते हैं.
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आतिफ असलम
आतिफ असलम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी और ऊर्दू गायक के रुप में जाने जाते हैं. आतिफ अस्लम ‘दूरी, सही जाये ना’… गाना सबको ऐसा भाया कि पाकिस्तान से आये आतिफ़ असलम को किसी ने वापस नहीं जाने दिया. ‘जल’ बैंड से अपने म्यूज़िकल करियर की शुरुआत करने वाले आतिफ़ की आवाज़ को भारत ले के आये थे महेश भट्ट, जिन्होंने अपनी फ़िल्म ‘ज़हर’ के लिए आतिफ़ के गाने ‘वो लम्हे‘ को कंपोज़ किया. ‘तु चाहिए’ और ‘जीना-जीना’ जैसे कई हिट गाने देने वाले आतिफ असलम को एक गाने के लिए करीब 9 लाख रुपये मिलते हैं.
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वीडियो: लोगों के अदभुत कारनामें!
इस वीडियो में लोगों ने अपने हुनर से अदभुत और शानदार प्रदर्शन किया है. आप देख सकते हैं छोटे बच्चो के करतब, सकेटिंग, अदभुत निशानेबाजी, वेखोफ़ ऊंचाई से कूदना आदि. इस वीडियो में सभी लोगों ने अपने अलग अलग हुनर का बेहतरीन प्रदर्शन किया है जिसको देखकर आप हैरान रह जायेंगे.
नारी शरीर जैसा फूल, सच या झूठ?
इस वीडियो के अनुसार, “यह एक ऐसा फूल है जिसका आकार बिल्कुल एक नारी के शरीर जैसा है. हिमालय की वादियों में पाए जाने वाले इस फूल को नारी शरीर जैसा फूल या नारी-लता कहा जाता है. नारी शरीर की तरह दिखने वाला यह फूल 20 साल में सिर्फ एक ही बार खिलता है. यह फूल भारत के अलावा श्रीलंका और थाईलैंड में पाया जाता है”.
इस फूल के अस्तित्व को लेकर चर्चा और कौतूहल काफ़ी समय तक बना रहा लेकिन ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं मिला जिससे इस फूल का अस्तित्व साबित हो सके. विशेषज्ञ इस वीडियो को सिरे से ख़ारिज करते हैं.
तो आप भी हैरान हैं फोटोशाप और इंटरनेट के कमाल से?
वीडियो: अद्भुत ड्राइविंग कौशल
इस वीडियो में एक JCB ड्राइवर ने अपने ड्राइविंग कौशल का एक अद्भुत नमूना पेश किया है जिसमें उसने JCB मशीन को एक खड़ी ढलान से नीचे उतारा है. यह वीडियो सच में ही आश्चर्यचकित कर देने वाली है.
भारत के पहले मिस्टर यूनीवर्स मनोहर ऐच!
भारत के पहले मिस्टर यूनीवर्स मनोहर ऐच का निधन 5 जून 2016 को कोलकाता में हुआ. मनोहर ऐच 104 वर्ष के थे. मनोहर ऐच के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं. उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका था. आइए जाने उनके जीवन से जुड़ीं कुछ रोचक बातें.
मनोहर ऐच की लम्बाई कम होने ने कारण (4 फुट 11 इंच) उन्हें पॉकेट हरक्यूलिस कहा जाता था. वे 1942 में ब्रिटिश सेना में रॉयल एयर फोर्स में शामिल हुए थे. वहाँ एक ब्रिटिश अफसर को थप्पड़ मारने पर उन्हें जेल हो गई. वे जेल में ही कसरत किया करते थे. इस पर जेलर ने खुश होकर उनके खाने के लिए विशेष इंतजाम किए थे.
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मनोहर ऐच ने उस समय में अपना कैरियर शुरू किया जब कोई जिम या फिटनेस केंद्र उपलब्ध नही होते थे. उन्होंने अपनी इच्छा शक्ति से प्रेरणा लेकर शरीर और वजन प्रशिक्षण शुरू किया जैसे कि पुलअप, उठक-बैठक, पैर उठाना इत्यादी.
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वर्ष 1950 में 36 साल की उम्र में उन्होंने मिस्टर हरक्युलस प्रतियोगिता जीती थी. उसके अगले ही साल मिस्टर यूनीवर्स प्रतियोगिता में दुसरे स्थान पर रहे. लेकिन 1952 में उन्होंने यह ख़िताब अपने नाम कर लिया. जिसके बाद उनका नाम बंगाल में मशहूर हो गया. वह स्वतंत्र भारत से पहले मिस्टर यूनीवर्स बने थे. मनोहर ऐच ने एशियाई खेलों में तीन स्वर्ण पदक भी जीते थे. वर्ष 2015 में पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें बंगविभूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया था.
2015 तक 10 सर्वश्रेष्ठ पंजाबी कॉमेडी फिल्में!
पंजाबी सिनेमा, कॉमेडी फिल्में बनाने के लिए मशहूर है. पंजाबी फिल्मों में हसीं मजाक न हो ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है. पंजाबी कॉमेडी फिल्में हमेशा ही




जैसे कि हम ऊपर बता चुके हैं कि ज्यादातर लोगों का मानना है कि बिना सोशल मीडिया के हमसे आराम नहीं होता. जिससे उनको एक तरह की बेचैनी सी होने लगती है और लोगों को कभी कभी गुस्सा भी आ जाता है. उनको लगता है कि सोशल मीडिया पर आने से थकान दूर हो जाती है.
साइबर हमला विशेष तौर पर किशोरों के लिए एक बहुत बड़ा चिंता का विषय है. एक संगठन ने अपने अध्ययन में पाया है कि 95% किशोर जो हर रोज सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं को किसी न किसी साइबर धमकी का सामना करना पड़ता है और 33% किशोर साइबर हमले का शिकार भी हो चुके हैं.
एक अध्ययन में पाया गया है कि 12 से 17 वर्ष की आयु के किशोर जो हर रोज सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं इन बच्चों में 70% बच्चों में तम्बाकू सेवन करने की इच्छा कई गुना ज्यादा होती है और शराब पीने की इच्छा में तीन गुना की बढोतरी होती है. इनमें मारिजुआना या चरस का नशा करने में 2 गुना की बढ़ोतरी होती है.
मिशिगन विश्वविद्यालय की टीम ने अध्ययन किया है किस तरह सोशल मीडिया लोगों की मनोदशा पर प्रभाव डालता है. नतीजों में पाया गया कि जितना लोग सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल करेंगे उतना वह अधिक उदास रहने लगेंगे. लम्बे समय तक सोशल मीडिया के इस्तेमाल से वह अपनी जिन्दगी से संतुष्ट नही हो पाएंगे.
इसका अर्थ यह है कि सोशल मीडिया पर आपके चहेते अपने बारे में, उन्होंने कितने मजे किये और वो क्या-2 कर रहे हैं, को बार-2 डालते हैं जिससे आपकी कंडीशन फोमो जैसी हो जाएगी. आपको ऐसा लगने लगेगा कि आपके चहेते आपके बिना बहुत अच्छी जिंदगी बिता रहे हैं और आप अपने आप को बेकार समझने लगेंगे.
सोशल मीडिया आपको कई बार मल्टीटास्किंग करने को विवश कर देता है. जैसे कि पहले आप फेसबुक का पेज खोलोगे फिर बाद में आप उसके साथ अपना कोई काम का जरूरी पेज खोलोगे. तो एक समय में आप कभी फेसबुक को खोलोगे और दूसरे समय में आप अपने काम करने का पेज जिससे आप अपना फोकस किसी एक पेज पर नही रख पाओगे.
सोशल मीडिया हमें अपनी असली दुनिया में नहीं आने देता. सोशल मीडिया रिश्तों को पुनर्जीवित और संभाल के रखने में हमें सहायता करता है. ब्रिटिश साइकोलॉजी सोसाइटी ने एक अध्ययन में पाया है कि कम आत्म-सम्मान वाले लोग, सोशल मीडिया का इस्तेमाल रिश्तों को बनाने में करते हैं.
एक अध्ययन में पाया गया है कि शर्माने वाले लोग कंप्यूटर की स्क्रीन के पीछे बैठकर अपनी सोशल जिन्दगी जीते हैं. इस अध्ययन में एक अच्छी बात भी पाई गई है कि जो लोग मीडिया का सहारा लेते हैं वो दूसरों से हमदर्दी भी सोशल मीडिया पर अच्छी तरह से दिखा सकते हैं.