लखनऊ में बुधवार को पहली बार लोग मेट्रो में सवार हुए। चारबाग से ट्रांसपोर्ट नगर जाने वाली ट्रेन तकनीकी खराबी की वजह से दुर्गापुरी और मवैया के बीच सुबह तकरीबन दो घंटे तक खड़ी रही। इस दौरान पैसेंजर्स को परेशानी का सामना करण पड़ा. मेट्रो में 101 यात्री सवार थे. बताया गया कि ट्रैक्शन मोटर खराब है, जिसकी वजह से इमरजेंसी कॉल अटेंड नहीं हो पाई। काफी देर तक इसे ठीक करने की कोशिश की गई। जब सिस्टम ठीक नहीं हो पाया। तब लोगों को इमरजेंसी गेट से निकाला गया. सभी पैसेंजर्स 400 मीटर पैदल चलकर दुर्गापुरी स्टेशन वापस आए.
दिल्ली के लिए लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर गौरव त्रिपाठी नाम के शख्स को फ्लाइट पकड़नी थी। गौरव सुबह 6.10 पर ट्रेन से रवाना हुए. 6 बजकर 38 मिनट पर तकनीकी खराबी आने की वजह से दो घंंटे तक ट्रेन रुकी रही। सुबह 7.30 बजे तक स्थिति सही ना होने पर पैसेंजर्स को इमरजेंसी गेट से निकाला गया। देरी होने की वजह से गौरव फ्लाइट नहीं पकड़ पाए।
इसके बारे में LMRC ने सिर्फ सॉरी के अलावा कुछ नहीं कहा। गौरव ने कहा, “अगर उन्हें कोई कानूनी सहायता मिलती है, तो टिकट के पैसे के लिए क्लेम करेंगे।”
मेट्रो का इनॉगरेशन 5 सितंबर को हुआ था. सीएम योगी, राज्यपाल राम नाइक, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप पुरी ने हरी झंडी दिखाई थी. 2 बजकर 04 मिनट पर मेट्रो ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के लिए नॉन स्टाप रवाना हुई. दोपहर 2 बजकर 17 मिनट पर मेट्रो चारबाग पहुंच गई। मेट्रो में योगी, राजनाथ, राम नाइक, डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने सफर किया था।
बुधवार से पब्लिक के लिए ओपन हुई लखनऊ मेट्रो रोजाना सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी, कुल साढ़े 8 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस दूरी में कुल 8 स्टेशन हैं। इसका एवरेज हर एक किलोमीटर पर एक मेट्रो स्टेशन है। इसमें ट्रांसपोर्ट नगर, कृष्णा नगर, सिंगार नगर, आलमबाग, आलमबाग बस स्टैंड, मवैया, दुर्गापुरी और चारबाग स्टेशन शामिल हैं।
लखनऊ मेट्रो पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था। उन्होंने मेट्रो की शुरुआत 2013 में की थी, लेकिन इस काम ने रफ्तार 2014 में पकड़ी। 3 साल में इसके ट्रैक का काम पूरा कर लिया गया।